देखा सही कहा ना हमने! एक्सपर्ट की राय हर कोई मानता है। इसलिए हमने खास आपके लिए बात की दिल्ली, साकेत के मैक्स स्मार्ट सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के सीनियर कंसल्टेंट साइकियाट्रिस्ट डॉ मधुसूदन सिंह सोलंकी से, जिन्होंने बताया, “हमारा दिमाग और गट (आंत) दोनों एक-दुसरे से पूरी तरह से जुड़े हुए हैं। यहां तक कि हमारे शरीर में गट और दिमाग दोनों में एक ही तरह के न्यूरोट्रांसमीटर्स होते हैं, इसलिए आपने लोगों को ‘गट फीलिंग’ शब्द का इस्तेमाल करते हुए सुना होगा। जाहिर है कि स्ट्रेस का सीधा असर सिर्फ दिमाग पर ही नहीं, बल्कि हमारे गट पर भी पड़ता है। जिससे हमें कॉन्स्टिपेशन के अलावा दूसरी गैस्ट्रिक तकलीफें, जैसे लूज मोशन और पेट दर्द देखे जा सकते हैं।”
डॉ मधुसूदन सिंह सोलंकी ने आगे बताया, “जब आप स्ट्रेस में होते हैं, तो शरीर में कुछ न्यूरोकेमिकल और हॉर्मोन रिलीज होते हैं, जो गट के आसपास होनेवाले ब्लड फ्लो को शरीर के दूसरे जरूरी पार्ट तक ले जाते हैं, जिसकी वजह से कॉन्स्टिपेशन की तकलीफ बढ़ने लगती है। इसके अलावा सायकोलॉजिकल स्ट्रेस की वजह से आपको इर्रिटेबल बॉवेल सिंड्रोम की भी तकलीफ हो सकती है।”
तो लीजिए अब तो एक्सपर्ट ने भी बता दिया कि स्ट्रेस और कॉन्स्टिपेशन (Stress and Constipation) के बीच कनेक्शन है अब तो आपको यकीन हो गया कि कैसे आपका स्ट्रेस आपके पीठ पीछे कितना नुकसान करता है! क्या आप ये तो नहीं सोच रहे कि इसका इलाज नहीं मिला, तो क्या होगा? अरे घबराइए मत! क्योंकि हम इसका इलाज अपने साथ लेकर आए हैं! वो इलाज क्या है जानते हैं? ऐसे नहीं भाई.. नए सिरे से शुरू करते हैं!
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ऐसा इलाज – जो स्ट्रेस (Mental Stress) की सिट्टी-पिट्टी गुल कर देगा!
क्या… यकीन नहीं हो रहा! अरे हम सच कह रहे हैं! हमारे पास इलाज है! मम्मी कसम! नाम क्या है जानते हैं? स्ट्रेस मैनेजमेंट। ये ऐसा सटीक इलाज है, जो आपको स्ट्रेस से आसानी से छुट्टी दिलाएगा, और फिर कॉन्स्टिपेशन का जब दोस्त ही नहीं रहेगा, तो भला वो क्यों टिकेगा?

जब हमने स्ट्रेस मैनेजमेंट को लेकर एक्सपर्ट से बात की, तो आप जानते हैं उन्होंने क्या कहा? आप खुद पढ़ लीजिये! इस टॉपिक पर बात करते हुए डॉ. मधुसूदन सिंह सोलंकी ने कहा, “जैसा कि हम पहले बता चुके हैं, स्ट्रेस आपके गट को सीधा अफेक्ट करता है। इसलिए स्ट्रेस मैनेजमेंट कर आप कॉन्स्टिपेशन से समय रहते छुटकारा पा सकते हैं। साथ ही ये इर्रिटेबल बॉवेल सिंड्रोम जैसी तकलीफ में भी बेहद कारगर माना जाता है। इसलिए आप एक्सरसाइज, मेडिटेशन, प्राणायाम, योग के साथ -साथ रोज के खाने में हाय फायबर डायट और पूरी नींद लेकर स्ट्रेस मैनेजमेंट कर सकते हैं। जिससे आपका गट हेल्दी बना रहता है और आप कॉन्स्टिपेशन की तकलीफ से बच जाते हैं।”
समझे! एक्सपर्ट क्या कहना चाहते हैं? आप इस तरह अपने स्ट्रेस को मैनेज करके कॉन्स्टिपेशन (Constipation) को बाहर का रास्ता दिखा सकते हैं और स्ट्रेस और कॉन्स्टिपेशन के बीच के रिश्ते को खत्म कर सकता है। इसी के साथ स्ट्रेस होने पर आपके पास कुछ उपाय और भी हैं, जैसे अपनी पसंदीदा किताब पढ़िए, अपना मनपसंद म्यूजिक सुनिए, अपने किसी दोस्त या परिवार के सदस्य के साथ बात करिये या फिर अपने प्यारे से पेट् डॉग या कैट के साथ खेलिए। देखिये फिर कैसे आपका स्ट्रेस दो मिनट में छूमंतर हो जाएगा। अगर ये करना आपको अच्छा नहीं लगता, तो फिर तो आपके पास एक ही इलाज है। ऐसे नहीं! आपको इलाज जानने के लिए आगे पढ़ना पड़ेगा।
जब फंस जाएं कब्ज की धोखाधड़ी में, तो तुरंत हायर करें लैक्सेटिव (Laxative) नाम के लॉयर को..

अब ये लैक्सेटिव क्या होते हैं? यही सोच रहे हैं न आप? रुको भाई… बताते हैं! दरअसल, लैक्सेटिव ऐसा कम्पोनेंट है, जो एक ही रात में आपके डायजेस्टिव सिस्टम की मरम्मत करता है और सुबह-सबेरे हो जाता है पूरा पेट साफ! लैक्सेटिव कई तरह के होते हैं, जैसे ल्यूब्रिकेंट लैक्सेटिव (Lubricant laxatives), ऑस्मोटिक लेक्सेटिव (Osmotic laxatives), स्टिम्युलेंट लैक्सेटिव (Stimulant laxatives) और स्टूल सॉफ्टनर्स (Stool softeners), लेकिन इसमें सबसे काम का लैक्सेटिव है स्टिम्युलेंट लैक्सेटिव, जिसमें से एक है बिसाकोडिल, जो आपके इंटेस्टाइन को स्टिम्युलेट करके पेट का सारा कचरा बाहर फेंक देता है। तो इस तरह ये बनता है कब्ज का एक गैरेंटीड इलाज!
ये सब जानने के बाद तो आप कब्ज के घरेलू नुस्खों में तो नहीं फंसे रहेंगे ना! भाई जब आपके सामने इतना बढ़िया इलाज है, तो ट्राय करने से पीछे क्यों हटना! अब भी देर नहीं हुई! आज ही इस उपाय को ट्राय कर लीजिये। आज का जो लाइफस्टाइल है न, उसे देखने के बाद कॉन्स्टिपेशन की तकलीफ होना बिलकुल ही आम बात है। तो आप ऐसा मत सोचिये कि आपके साथ कुछ अलग हो रहा है। ना ही आपको इसे लेकर निराश होने की जरूरत है। क्योंकि सही इलाज के साथ आप कॉन्स्टिपेशन को जड़ से हिला सकते हैं। तो देर मत कीजिये! क्योंकि पेट का ताला, इसी चाबी से खुलेगा दोस्त!