backup og meta

Stomach Transplant Surgery: जानिए स्टमक ट्रांसप्लांट सर्जरी से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी!

Stomach Transplant Surgery: जानिए स्टमक ट्रांसप्लांट सर्जरी से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी!

सर्जरी… इस शब्द से डरना तो स्वभाविक है, लेकिन गंभीर बीमारियों के इलाज में सर्जरी की जरूरत पड़ सकती है। हालांकि अगर सर्जरी की प्रक्रिया, सही देखभाल और डॉक्टर के द्वारा दी गई एडवाइस को फॉलो करने से बीमारी से छुटकारा भी मिल सकता है। इसलिए आज इस आर्टिकल में स्टमक ट्रांसप्लांट सर्जरी (Stomach Transplant Surgery) के बारे में आपसे महत्वपूर्ण जानकारी शेयर करेंगे।   

और पढ़ें : शिशुओं में एसिड रिफ्लक्स के लक्षण, कारण और क्या हैं उपाय?

  • स्टमक ट्रांसप्लांट क्या है?
  • स्टमक ट्रांसप्लांट सर्जरी की जरूरत कब पड़ सकती है?
  • ट्रांसप्लांट से पहले डॉक्टर द्वारा क्या एडवाइस दिया जाता है?
  • स्टमक ट्रांसप्लांट सर्जरी की प्रक्रिया क्या है?
  • स्टमक ट्रांसप्लांट सर्जरी के रिस्क फैक्टर क्या हैं?
  • स्टमक ट्रांसप्लांट सर्जरी के बाद सर्वाइवल रेट कितनी हो सकती है?
  • पेट के ट्रांसप्लांट सर्जरी के बाद किन-किन दवाओं का सेवन किया जाता है?

चलिए अब स्टमक ट्रांसप्लांट सर्जरी (Stomach Transplant Surgery) से जुड़े इन सवालों को समझने की कोशिश करते हैं। 

और पढ़ें : पेट दर्द और जी मिचलाना (Stomach Pain and Nausea): जानिए इसके 9 सामान्य एवं 4 गंभीर कारणों को!

स्टमक ट्रांसप्लांट (Stomach Transplant) क्या है?

पेट का ट्रांसप्लांट करना सर्जिकल प्रोसेस है। इस प्रक्रिया के दौरान पेट की समस्या से पीड़ित व्यक्ति के लिए हेल्दी डोनर से मैच किया जाता है। स्टमक ट्रांसप्लांट के दौरान पेट (Stomach), पैंक्रियाज (Pancreas), लिवर (Liver), स्मॉल एवं लार्ज इंटेस्टाइन (Small and large intestine) एवं किडनी (Kidneys) को रिप्लेस किया जा सकता है।

और पढ़ें : Nervous Stomach: कहीं नर्वस स्टमक का कारण तनाव तो नहीं? क्यों हो सकता स्टमक नर्वस?

स्टमक ट्रांसप्लांट सर्जरी (Stomach Transplant Surgery) की जरूरत कब पड़ सकती है?

स्टमक ट्रांसप्लांट सर्जरी (Stomach Transplant Surgery)

स्टमक ट्रांसप्लांट सर्जरी की जरूरत गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ऑर्गन (Gastrointestinal organs) में समस्या होने पर और इलाज कोई अन्य विकल्प ना होने पर पड़ती है। इसलिए-

  • कैंसर (Cancer) की समस्या होना।  
  • डिस्मॉइड ट्यूमर के साथ इंट्रा-एब्डॉमिनल इंफिल्ट्रेशन (Desmoid tumor with intra-abdominal infiltration) की समस्या होना। 
  • एंडोक्राइन ट्यूमर (Endocrine tumors) की समस्या होना। 
  • गैस्ट्रोस्किसिस (Gastroschisis) की समस्या होना। 
  • वैस्कुलर एब्डॉमिनल ट्रॉमा (Vascular abdominal trauma) की समस्या होना। 
  • वेरियस कॉनजेनाइटल एब्नॉर्मलिटिस (Various congenital abnormalities) की समस्या होना। 

इन अलग-अलग शारीरिक परेशानियों में स्टमक ट्रांसप्लांट सर्जरी की जरूरत पड़ सकती है।

ट्रांसप्लांट से पहले डॉक्टर द्वारा क्या एडवाइस दिया जाता है? (Tips to follow before Stomach Transplant Surgery)

ट्रांसप्लांट से पहले डॉक्टर निम्नलिखित बातों को ध्यान में रखने और उन्हें फॉलो करने की सलाह देते हैं। जैसे:

  • आपको ट्रांसप्लांट टीम द्वारा दिया गया डायट प्लान (Diet plan) अपनाना चाहिए।
  • एल्कोहॉल (Alcohol) का सेवन नहीं करना चाहिए।
  • स्मोकिंग (Smoking) नहीं करना चाहिए।
  • बॉडी वेट (Body weight) संतुलित रखना चाहिए।
  • समय से डॉक्टर द्वारा दी गई दवाओं (Medications) को लेते रहें।
  • रूटीन चेकअप (Routine checkup) समय-समय पर करवाते रहना चाहिए।

इन छोटी-छोटी बातों को ध्यान में रखना चाहिए।

स्टमक ट्रांसप्लांट सर्जरी की प्रक्रिया क्या है? (Process of Stomach Transplant Surgery)

पेट के ट्रांसप्लांट सर्जरी के दौरान डॉक्टर निम्नलिखित स्टेप्स फॉलो करते हैं। जैसे:

स्टेप 1: पेशेंट को जेनरल एनेस्थीसिया देते हैं।

स्टेप 2: पेट में लंबा कट लगाया जाता है।

स्टेप 3: एब्डॉमिनल ऑर्गन को क्लोस्ली मॉनिटर कर डॉक्टर यह भी ध्यान देते हैं कि इंफेक्शन या कोई और समस्या तो नहीं है।

स्टेप 4: अब ऑर्गन को रिप्लेस या रिमूव किया जाता है।

स्टेप 5: डोनर द्वारा दिए गाय ऑर्गन को सर्जिकल टीम इम्प्लांट करती है।

स्टेप 6: यह ध्यान दिया जाता है कि कहीं से भी ब्लीडिंग ना हो।

स्टेप 7: अब पेट पर जो ऑर्गन ट्रांसप्लांट (Organ transplant) करने के लिए कट लगाया जाता है, उसे स्टिच किया जाता है।

सर्जरी के साथ-साथ डॉक्टर शरीर से एक बैग भी अटैच करते हैं, जिससे बॉडी का वेस्ट बहार निकल सके। बॉडी से कनेक्ट की गई बैग कुछ समय के लिए होती है और फिर बाद में इसे रिमूव कर दिया जाता है।

और पढ़ें : Leaky Gut: जानिए लीकी गट डायट प्लान में किन 13 चीजों को शामिल करना चाहिए और किन 9 चीजों से दूरी बनानी चाहिए!

स्टमक ट्रांसप्लांट सर्जरी के रिस्क फैक्टर क्या हैं? (Risk factor of Stomach Transplant Surgery)

पेट के ट्रांसप्लांट सर्जरी आसान नहीं होती है और सर्जरी के बाद भी कई तरह की परेशानियों की संभावना बनी रहती है। जैसे:

  • इंफेक्शन (Infection) होना।
  • इंटरनल ब्लीडिंग (Internal bleeding) होना।
  • पोस्टपरएक्टिव हेमोरेज (Postoperative hemorrhage) होना।
  • वैस्कुलर लीकस (Vascular leaks) या ऑब्स्ट्रक्शन (Obstruction) होना।
  • सर्जरी के आसपास के ऑर्गन डैमेज (Damage to surrounding organs) होना।
  • थ्रॉम्बोसिस (Thrombosis) होना
  • बाइल लीक (Bile leaks) होना।
  • इंटेस्टाइनल लीक (Intestinal leaks) होना।
  • ऑर्गन फेलियर (Organ failure) होना।

इन परेशानियों के साथ-साथ निम्नलिखित बीमारियों का भी खतरा बढ़ सकता है। जैसे:

स्टमक ट्रांसप्लांट सर्जरी के कारण ऊपर बताई गईं परेशानियां हो सकती हैं। इसलिए सर्जरी के बाद होने वाली शारीरिक परेशानी को डॉक्टर के साथ शेयर करें। डॉक्टर आपकी हेल्थ कंडिशन (Health condition) को ध्यान में रखकर इलाज कर सकते हैं।

और पढ़ें : Acid Reflux in the Morning: सुबह में एसिड रिफ्लक्स की समस्या से कैसे रखें खुद को दूर?

स्टमक ट्रांसप्लांट सर्जरी के बाद सर्वाइवल रेट कितनी हो सकती है? (Survival rate after Stomach Transplant Surgery)

नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (National Center for Biotechnology Information) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार स्टमक ट्रांसप्लांट सर्जरी के बाद सर्वाइवल रेट इस प्रकार हो सकते हैं। जैसे:

समय (Length of time)  सर्वाइवल रेट (Survival rate)

1 साल                                70 प्रतिशत

5 साल                                50 प्रतिशत

10 साल                              40 प्रतिशत

और पढ़ें : IBS-C: इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम और कब्ज का क्या है इलाज?

पेट के ट्रांसप्लांट सर्जरी के बाद किन-किन दवाओं का सेवन किया जाता है? (Medications after Stomach Transplant Surgery)

पेट के ट्रांसप्लांट सर्जरी (Stomach Transplant Surgery) के बाद निम्नलिखित दवाएं प्रिस्क्राइब की जा सकती हैं। जैसे:

  • इम्मुनोसप्प्रेशन (Immunosuppressants)- ये एक तरह की एंटी-रिजेक्शन दवाएं (Anti-rejection medications) होती हैं, नए ऑर्गन और इम्यून सिस्टम के तालमेल को बेहतर बनाने में मददगार होते हैं।
  • एंटी-इंफेक्शन दवाएं (Anti-infection medications)- एंटी-इंफेक्शन दवाएं इम्यून सिस्टम (Immune system) को इंफेक्शन (Infection) से लड़ने में सहायता प्रदान करती है।
  • दर्द की दवा (Pain relievers)- सर्जरी की वजह से होने वाले दर्द को कम करने के लिए दर्द (Pain) की दवाएं भी दी जा सकती हैं।

नोट: इन दवाओं के साथ-साथ पेशेंट को स्टमक ट्रांसप्लांट सर्जरी (Stomach Transplant Surgery) के बाद दो से तीन दिन या फिर हफ्ते भर आईसीयू (ICU) में रखा जाता है, जिससे पेशेंट की हेल्थ को ऑब्जर्ब किया जाता है। पेशेंट की हेल्थ कंडिशन (Health condition) बेहतर होने के बाद उन्हें नॉर्मल वॉर्ड में शिफ्ट किया जाता है। बॉडी ऑर्गन ठीक तरह से अपना काम करने के बाद अस्पताल से छुट्टी मिलती है।

अगर आप स्टमक ट्रांसप्लांट सर्जरी (Stomach Transplant Surgery) से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं, तो हमें कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं। हमारे हेल्थ एक्सपर्ट आपके सवालों का जवाब जल्द से जल्द देने की कोशिश करेंगे। अगर आप स्टमक की समस्या से पीड़ित हैं, तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा।

कॉन्स्टिपेशन (Constipation) कई बीमारियों को दावत देने में सक्षम है। इसलिए स्वस्थ रहने का राज छिपा है नियमित योगासन में। नीचे दिए इस वीडियो लिंक पर क्लिक करें और योग से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियों को समझें और अपने दिनचर्या में इसे शामिल करें।

[embed-health-tool-bmr]

डिस्क्लेमर

हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।

Intestinal transplantation/https://www.ncbi.nlm.nih.gov/books/NBK6902/Accessed on 27/05/2022

National Organ Transplant Programme/https://dghs.gov.in/content/1353_3_NationalOrganTransplantProgramme.aspx/Accessed on 27/05/2022

TRANSPLANT/https://www.cancer.gov/publications/dictionaries/cancer-terms/def/transplantation/Accessed on 27/05/2022

Organ and tissue transplantation/https://www.betterhealth.vic.gov.au/health/conditionsandtreatments/organ-and-tissue-transplantation/Accessed on 27/05/2022

Transplant rejection/https://medlineplus.gov/ency/article/000815.htm/Accessed on 27/05/2022

Timeline of Historical Events and Significant Milestones/https://www.organdonor.gov/learn/history/Accessed on 27/05/2022

Current Version

30/05/2022

Nidhi Sinha द्वारा लिखित

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील

Updated by: Nidhi Sinha


संबंधित पोस्ट

Acid reflux and Heart palpitations: क्या एसिड रिफ्लक्स बन सकता है हार्ट पल्पिटेशन्स का कारण?

Gastrostomy: गैस्ट्रोस्टॉमी क्या है और इसकी जरूरत कब पड़ सकती है?


के द्वारा मेडिकली रिव्यूड

डॉ. प्रणाली पाटील

फार्मेसी · Hello Swasthya


Nidhi Sinha द्वारा लिखित · अपडेटेड 30/05/2022

ad iconadvertisement

Was this article helpful?

ad iconadvertisement
ad iconadvertisement