प्रेग्नेंसी के दौरान कभी भी और कुछ भी खाने की इच्छा होना सामान्य माना जाता है, जिसे प्रेग्नेंसी क्रेविंग्स या प्रेग्नेंसी के दौरान खाने की लालसा भी कहा जाता है। ऐसा खासकर हॉर्मोनल बदलाव की वजह से होता है। प्रेग्नेंसी के दौरान कई बार आइसक्रीम खाने या बर्फ खाने की इच्छा होती है। कुछ मां बन चुकी महिलाओं की मानें तो गर्भावस्था के दौरान चॉक और मिट्टी जैसी चीजों को भी खाना पसंद करती हैं। बर्फ, चॉक और मिट्टी जैसी चीजों का सेवन मां और शिशु दोनों के लिए नुकसानदायक होता है। प्रेग्नेंसी के दौरान खाने की लालसा (Food cravings during Pregnancy) पहली तिमाही यानी चौथे या पांचवें हफ्ते से शुरू हो सकती है। वैसे प्रेग्नेंसी के दौरान खाने की लालसा या प्रेग्नेंसी के दौरान फूड क्रेविंग (Food cravings) कभी भी हो सकती है। ऐसे में गर्भवती महिला के डायट से जुड़ी आदतों या उनके खान-पान को ध्यान देना आवश्यक माना जाता है। अनहेल्दी फूड मां और गर्भ में पल रहे शिशु दोनों के लिए हानिकारक होता है। सिर्फ इतना ही नहीं न्यूट्रिशन (Nutrition) की कमी शिशु के विकास पर भी असर डाल सकती है।
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प्रेग्नेंसी के दौरान खाने से अरुचि (Food Aversions during Pregnancy):
प्रेग्नेंसी के दौरान खाने से अरुचि भी हॉर्मोन में हो रहे बदलाव की वजह से होती है। ऐसा माना जाता है कि प्रेग्नेंसी के दौरान खाने की रूचि ना होना प्रेग्नेंसी की पहली तिमाही (First trimester) से शुरू हो सकती है। हालांकि खाने से अरुचि प्रेग्नेंसी के किसी भी स्टेज में महसूस हो सकती है और शिशु के जन्म के बाद यह परेशानी अपने आप ठीक हो सकती है या बनी भी रह सकती है।
प्रेग्नेंसी के दौरान खाने की लालसा और अरुचि: क्या है विज्ञान?
प्रेग्नेंसी के दौरान खाने की लालसा और अरुचि कभी भी हो सकती है। फ्रंटियर्स जर्नल्स (Frontiers Journals) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार मतली और खाने-पीने की चीजों से अरुचि को गर्भावस्था से जोड़कर देखा जाता है। हालांकि अभी भी इस विषय पर और भी रिसर्च की आवश्यकता है। वहीं जर्नल ऑफ फूड एंड न्यूट्रिशन रिसर्च (Journal of Food and Nutrition Research) रिपोर्ट्स के अनुसार प्रेग्नेंसी के दौरान मतली और उल्टी की समस्या के कारण भी गर्भवती महिलाओं को खाने की इच्छा नहीं होती है।
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प्रेग्नेंसी के दौरान खाने की लालसा और अरुचि के कारण क्या हैं? (Cause of Food Cravings and Aversions during Pregnancy)
प्रेग्नेंसी के दौरान खाने की लालसा और अरुचि का मुख्य कारण हॉर्मोनल बदलाव को बताया गया है। हालांकि प्रेग्नेंसी के दौरान हॉर्मोनल बदलाव के साथ-साथ अन्य कारण भी हो सकते हैं, जो आपके खाने की रूचि को कम या ज्यादा भी कर सकते हैं। प्रेग्नेंसी के दौरान टेस्ट रिसेप्टर और स्मेल अत्यधिक सेंसेटिव, कम या फिर सामान्य भी रह सकते हैं। वैसे इनमें से कोई भी स्थिति प्रेग्नेंसी के दौरान सामान्य मानी जाती है। अगर इसे एक उदाहरण से समझें, तो ब्रोकली (Broccoli) का स्वाद भी आपको कड़वा लग सकता है, जो आपको खाने में अच्छा नहीं लग सकता है। मुंबई की रहने वाली प्रिया तनेजा दो बच्चों की मां है। जब हमने उनसे प्रेग्नेंसी के दौरान खाने की लालसा और अरुचि के बारे में जानना चाहा, तो वो कहती हैं “मुझे तो प्रेग्नेंसी के दौरान वैसे खाने की चीजों की क्रेविंग ज्यादा होती थी जो मैं बचपन में खाती थी। इसलिए प्रेग्नेंसी के दौरान कब क्या पसंद आ जाए और क्या नहीं ये कहना मुश्किल है और यह हर गर्भवती महिलाओं में अलग-अलग होती है”। ध्यान रखें कि प्रेग्नेंसी के दौरान खाने की लालसा और अरुचि सामान्य समस्या है, लेकिन अनहेल्दी ईटिंग हैबिट (Unhealthy eating habit) से बचना जरूरी है।
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प्रेग्नेंसी के दौरान खाने की लालसा और अरुचि को कैसे मैनेज करें?
प्रेग्नेंसी के दौरान फिजिकल एवं मेंटल प्रॉब्लम (Mental health) होना सामान्य माना जाता है, लेकिन अगर तकलीफ ज्यादा हो रही है तो इस बारे में जानकारी दें। वहीं प्रेग्नेंसी के दौरान खाने की लालसा और अरुचि को मैनेज किया जा सकता है। जैसे: