यह तो आप जानते ही हैं कि गर्भ में शिशु का विकास तेजी से होता है। जन्म के बाद भी नवजात की ग्रोथ जारी रहती है। इसी प्रकार गर्भ में और जन्म के बाद शिशु के स्केलेटन की डेवलपमेंट होती रहती है। सच्चाई तो यह है कि स्केलेटन का यह विकास यौवन तक जारी रहता है। आपको यह बात जानकर हैरानी होगी कि शिशु 275 बोन्स के साथ जन्म लेते हैं, जबकि वयस्कों की कुल 206 हड्डियां होती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि उन महत्वपूर्ण विकास वर्षों के दौरान आपके नवजात शिशु की कई हड्डियां आपस में जुड़ जाती हैं। आज हम फीटल बोन स्केलेटन सिस्टम (Fetal bone skeleton system) के बारे में बात करने वाले हैं। फीटल बोन स्केलेटन सिस्टम (Fetal bone skeleton system) में सबसे पहले यह जानते हैं कि शिशु की हड्डियों के बारे में जान लेते हैं।
शिशु की कितनी हड्डियां होती हैं?
शिशु की हड्डियों का विकास जन्म से समय पूरा नहीं हुआ होता और सालों तक यह ग्रोथ होती रहती है। पहले ही बताया गया है कि शिशु 270 से 300 हड्डियों के साथ जन्म लेते हैं। समय के साथ इनकी हड्डियां जुड़ जाती है और वयस्क होने तक उनमें 206 बोन्स रह जाती हैं। प्रेग्नेंसी की तीसरी तिमाही में फीटल की हड्डियों का विकास चरम सीमा पर होता है। यही कारण है कि इस दौरान मां और शिशु को पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम लेने की सलाह दी जाती है। अगर इस दौरान मां पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम नहीं लेते हैं तो उनकी हड्डियां कमजोर हो सकती है और शिशु पर भी इसका प्रभाव पड़ता है। फीटल बोन स्केलेटन सिस्टम (Fetal bone skeleton system) के बारे में जानकारी होना जरूरी है।
ध्यान रखें कि प्रेग्नेंसी के दौरान स्केलेटन स्ट्रक्चर (Skeleton system) आने वाले समय में आपके बच्चे के पूरे शरीर को सपोर्ट देगा। शरीर के स्केलेटन के बनने की शुरुआत कार्टिलेज के रूप में होती है, जो एक फर्म टिश्यू जो हड्डी की तुलना में नरम और अधिक लचीला होता है। यह आपके बच्चे को बर्थ कैनाल (Birth canal) के माध्यम से फिट होने में सक्षम बनाता है। जैसे-जैसे बच्चा अधिक कैल्शियम एब्जॉर्ब करता है, उसकी कार्टिलेज (Cartilage) धीरे-धीरे हार्ड बोन बन जाती है। जब बच्चा दो से तीन साल का हो जाता है, तो कुछ बोन्स जुड़ना शुरू हो जाती हैं। अब जानते हैं फीटल बोन स्केलेटन सिस्टम (Fetal bone skeleton system) के बारे में विस्तार से। जानिए शिशु की हड्डियां कब बनती हैं?
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फीटल बोन स्केलेटन सिस्टम में फीटल बोन्स डेवलपमेंट (Fetal bones development in Fetal bone skeleton system)
प्रेग्नेंसी के शुरुआती दिनों में, भ्रूण की हर हड्डी की बेसिक आउटलाइन विभिन्न जीन्स की इंस्ट्रक्शंस के अनुसार एस्टेब्लिश की जाती है। जब तक आप लगभग 7 सप्ताह की गर्भवती होती हैं, तब तक आपके बच्चे के पूरे स्केलेटन का नक्शा तैयार हो चुका होता है। अधिकांश हड्डियां कार्टिलेज के रूप में शुरू होती हैं, जो एक सख्त लेकिन बेंडेबल टिश्यू है और बाद में हड्डी के रूप में कठोर हो जाता है, लेकिन यह एक फ्लेट बोन में, जैसे स्कल, कॉलरबोन, कुछ फेशियल बोनस और पेल्विस के हिस्से आदि में विकसित होता है।
सभी हड्डियों का विकास एक ही प्रोसेस में एक ही तरीके से होता है जिसे ऑसिफिकेशन (Ossification) कहा जाता है। दस हफ्ते की प्रेग्नेंसी में बोन टिश्यूज कार्टिलेज या मेम्ब्रेन बनना शुरू हो जाते हैं। इसके बाद कैल्शियम और फॉस्फेट जैसे मिनरल्स हमारे शरीर में स्टोर होते हैं, जो हड्डियों को मजबूत करने के लिए टिश्यूज को भी ऐड कर देते हैं। फीटल बोन स्केलेटन सिस्टम (Fetal bone skeleton system) में अगला है स्कल डेवलपमेंट।
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फीटल बोन स्केलेटन सिस्टम में स्कल डेवलपमेंट (Skull development)
शिशु का स्कल यानी खोपड़ी वयस्कों की तरह एक बड़ी हड्डी नहीं है। इसके बनने की शुरुआत तब होती है जब सेपरेट बोन्स फ्लेक्सिबल टिश्यूज को ज्वाइन करती हैं। आप नवजात शिशु की बोन्स के बीच सॉफ्ट स्पॉट्स को महसूस कर सकते हैं, जिन्हें फॉन्टानेल्स (Fontanels) कहा जाता है। आप नवजात शिशु के सिर के ऊपर और पीछे भी इन सॉफ्ट स्पॉट्स का अनुभव करते हैं। बर्थ के दौरान स्कल बोन्स की सॉफ्टनेस और उनके बीच के लूज कनेक्शन स्कल धीरे से एक बुलेट जैसी शेप में कंप्रेस हो जाते हैं, ताकि यह बर्थ कैनाल (Birth canal) के माध्यम से अधिक आसानी से फिट हो सकें।
यही कारण है कि कई नवजात शिशुओं के जन्म के तुरंत बाद नुकीले सिर होते हैं। हालांकि, कुछ दिनों के भीतर, यह सामान्य स्थिति में आ जाती है। सिर के पीछे के फॉन्टानेल्स (Fontanels) आमतौर पर तब क्लोज हो जाते हैं, जब बच्चा लगभग चार महीने का होता है। शिशु के जन्म के बाद के तीन सालों में शिशु के स्कल का विकास बहुत तेजी से होता है। हालांकि, बीस साल की उम्र तक बच्चे की स्किल का विकास होता रहता है। अब जानते हैं स्पाइनल डेवलपमेंट के बारे में।
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फीटल बोन स्केलेटन सिस्टम में स्पाइनल डेवलपमेंट (Spinal Development)
शिशु की स्पाइन टिश्यू के पेयर्ड ब्लॉक से शुरू होती है जिसे सोमाइट्स (Somites) कहा जाता है। यह ब्लॉक बाद में इंडिविजुअल स्पाइनल बोन्स यानी कशेरुक (Vertebrae), के साथ ही रिब केज, मसल्स और स्किन में बदल जाते हैं। सोमाइट्स (Somites) का पहला पेयर तब अपीयर होता है, जब आप पांच हफ्ते की प्रेग्नेंट होती हैं। अगले दो ही हफ्तों में, इसकी संख्या बढ़ कर 35 होती है। इस दौरान अल्ट्रासाउंड टेस्ट के दौरान इन सोमाइट्स समिट्स को देखा जा सकता है। यह मोतियों की एक माला की तरह लगते हैं। आपके 8 महीने की गर्भवती होने पर यह सोमाइट्स (Somites) गायब हो जाते हैं क्योंकि यह विभिन्न तरह के टिश्यूज में डेवलप हो जाते हैं। अब जानिए शिशु के लिंब बोन्स के बारे में।
फीटल बोन स्केलेटन सिस्टम में लिंब बोन्स (Limb bones)
जब आप 5 और 6 हफ्तों की प्रेग्नेंट होती हैं, तो भ्रूण की बाजुओं का विकास होना शुरू होता है। 8 हफ्ते तक उसकी लेग्स बड्स फ्लिपर्स के जैसे नजर आती हैं। 14 हफ्तों तक उनकी बाजुएं अपनी फाइनल प्रोपोरशन तक पहुंच जाती हैं। उनकी टांगों को विकसित होने में अभी कुछ और हफ्ते लगते हैं। 14 हफ्तों तक बच्चा अपने लिंब्स को कोऑर्डिनेटेड तरीके में मूव करना शुरू कर देता है। हालांकि, 18 हफ्तों तक मां इनका अनुभव नहीं करती है। लेकिन, इसके बाद मां अपने बच्चे की इन मूवमेंट्स का अनुभव करती है। कुछ रिसर्च यह बताती हैं कि फीटल मूवमेंट से बोन्स को मजबूत होने में मदद करती हैं। अब जानते हैं कि फीटल बोन स्केलेटन सिस्टम (Fetal bone skeleton system) में बोन ग्रोथ के बारे में स्टेप-बाय-स्टेप डिटेल्स।
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स्टेप बाय स्टेप फीटल बोन स्केलेटन सिस्टम ग्रोथ (Fetal bone skeleton system growth)
गर्भावस्था के नौ महीने शिशु के विकास के लिए बहुत महत्वपूर्ण होते हैं फिर वो ग्रोथ शारीरिक हो या मानसिक। इस आर्टिकल में हम बच्चे के बोन्स के विकास के बारे में बात कर रहे हैं। तो आइए जानें कि हर मंथ शिशु की बोन्स में क्या बदलाव आते हैं:
पहले महीना (Month 1)
कन्सेप्शन के बाद एम्ब्रियो (Embryo) को सेल्स की तीन लेयर्स में डिफरेंशिएट किया जाता है। मेसोडर्म (Mesoderm) या मिडिल लेयर शिशु की बोन्स में विकसित होती हैं। इनर लेयर जिसे एंडोडर्म endoderm शिशु का डायजेस्टिव सिस्टम, लिवर और लंग्स बन जाती है। एक्टोडर्म ( ectoderm) या आउटर लेयर नर्वस सिस्टम, हेयर, स्किन और आंखों में विकसित हो जाती है।
दूसरा महीना (Month 2)
इस दौरान छोटी एम्ब्रियो (Embryo) में बड़ा बदलाव आता है। यह क्लेविक्ल (Clavicle) और बैकबोन में डेवलप होना शुरू हो जाती है। छह हफ्ते की प्रेग्नेंसी में बाजु का विकास होना शुरू हो जाता है।
तीसरा महीना (Month 3)
तीसरे महीने में, शिशु के स्केलेटन का और अधिक विकास होने लगता है। छोटे लिंब बड्स आर्म्स और लेग्स में विकसित हो जाते हैं और उनमें उंगलियां और अंगूठे आदि भी बन जाते हैं।
चौथा महीना (Month 4)
इस दौरान गर्भनाल के माध्यम से कैल्शियम शिशु तक डिलीवर हो जाता है, जिससे बोन्स को सख्त होने और उनकी लेंथ को बढ़ने में मदद मिलती है। यह कैल्शियम शिशु के जन्म तक ट्रांसफर होता रहता है। फीटल बोन स्केलेटन सिस्टम (Fetal bone skeleton system) ग्रोथ के लिए यह बेहद महत्वपूर्ण है।
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5 और 6 महीना (Months 5 and 6)
यह गर्भं की बोन-बिल्डिंग का एक एक्टिव मंथ होता है। शिशु के लिंब्स में अच्छी ग्रोथ होती है और इस दौरान मां शिशु की मूवमेंट को भी महसूस करती हैं। इस दौरान अल्ट्रासाउंड में आप शिशु की बोन्स को नोटिस कर सकते हैं।
7 और 8 महीना (Months 7 and 8)
इन महीनों में गर्भवती महिला को अधिक डेयरी उत्पादों की जरूरत होती है, ताकि उसे और शिशु को सही मात्रा में कैल्शियम मिले। यह कैल्शियम कार्टिलेज को बोन्स में ट्रांसफॉर्म करता है। इसके साथ ही यह मसल्स के विकास और फैट की प्रोटेक्शन लेयर को बिल्ड करने में भी मददगार है।
महीना 9 (Month 9)
प्रेग्नेंसी के 36 वें हफ्ते में, मदर-बेबी कैल्शियम ट्रांसफर पीक पर होता है। शिशु की हड्डियों का विकास हो चुका होता है। हालांकि, इस समय वयस्कों की तुलना में गर्भ में शिशु की हड्डियां सॉफ्ट होती हैं।
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नवजात शिशु (Newborn)
जन्म के बाद भी शिशु की हड्डियों का विकास होता रहता है। जैसा की पहले ही बताया गया है कि शिशु के जन्म के दो से चार महीनों में शिशु के सॉफ्ट स्पॉट्स बंद हो जाते हैं। यह तो थी फीटल बोन स्केलेटन सिस्टम (Fetal bone skeleton system) के बारे में जानकारी। अब जानते हैं कि आप गर्भ में शिशु की हड्डियों की सही ग्रोथ के लिए क्या कर सकते हैं।
गर्भ में शिशु की हड्डियों की सही ग्रोथ के लिए क्या किया जा सकता है?
प्रेग्नेंसी के दौरान, इस बात का ध्यान रखें कि आप नियमित रूप से रोजाना 1,000 मिलीग्राम कैल्शियम लें। जो शिशु की हड्डियों के लिए बहुत जरूरी है। अपने प्रीनेटल विटामिन का भी ध्यान रखें। ताकि, आप जान पाएं कि उनमें कितना कैल्शियम है। इसके साथ ही अपने आहार में कैल्शियम युक्त चीजों को शामिल करना न भूलें जैसे दूध, दही, चीज, हरी सब्जियां आदि। पर्याप्त मात्रा में विटामिन-डी भी लें जैसे अंडे, ताकि कैल्शियम अच्छे से एब्जॉर्ब हो सके।
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यह तो थी फीटल बोन स्केलेटन सिस्टम (Fetal bone skeleton system) के बारे में जानकारी। गर्भ में शिशु के सही विकास के लिए आपका कैल्शियम का सेवन करना बेहद जरूरी है। आप अपने डॉक्टर से कैल्शियम सप्लीमेंट्स के बारे में भी बात कर सकते हैं। प्रसव के बाद भी आपके लिए प्रीनेटल विटामिन लेना जरूरी है। अगर आपके मन में फीटल बोन स्केलेटन सिस्टम के बारे में कोई भी सवाल है तो आप अपने डॉक्टर से भी इस बारे में बात कर सकते हैं।आप हमारे फेसबुक पेज पर भी अपने सवालों को पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।
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