बीस से तीस साल की उम्र में कम ही लोग अपने खानपान पर ध्यान देते हैं और वो सभी चीजें खाते हैं, जो उनकी पसंदीदा होती हैं। कभी ज्यादा तीखा खाना तो कभी एक बार में बहुत सी मिठाई। जैसे ही कोई महिला प्रेग्नेंट होती है, उसके मन में खानपान को लेकर एक नहीं बल्कि कई सवाल पैदा हो जाते हैं। प्रेग्नेंसी में ये खाएं या वो खाएं जैसी स्थिति हमेशा ही बनी रहती हैं। बीमारियों से बचने के लिए हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाना बहुत जरूरी है। हेल्दी लाइफस्टाइल में हेल्दी डायट भी शामिल होती है।हम आपको इस बारे में सिर्फ इतना ही कहना चाहेंगे कि प्रेग्नेंसी कोई बीमारी नहीं होती है। प्रेग्नेंसी में आर्टिफिशियल स्वीटनर्स (Artificial sweeteners in pregnancy) को लेकर भी महिलाओं के मन में बहुत से सवाल रहते हैं। आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से प्रेग्नेंसी में आर्टिफिशियल स्वीटनर्स (Artificial sweeteners in pregnancy) के बारे में अहम जानकारी देंगे और इससे संबंधित सेफ्टी के बारे में भी बताएंगे।