पोस्टपार्टम क्रैम्प्स (Postpartum cramps) का सबसे सामान्य कारण यह है कि शिशु के जन्म के बाद यूट्रस सिकुड़ कर अपने ओरिजनल साइज पर वापस आ जाता है। जब यह कॉन्ट्रैक्ट होता है, तो शरीर यूट्रस में ब्लड वेसल को कंप्रेस करने का काम करता है ताकि अधिक ब्लीडिंग से बचा जा सके। यह कॉन्ट्रैक्शंस, लेबर कॉन्ट्रैक्शंस का मिनी वर्जन जैसे होती हैं और इन्हें कई बार आफ्टरपेन कहा जाता है। क्योंकि,यह दर्द शिशु के जन्म के बाद होता हैं। यह क्रैम्प्स अधिकतर मेंस्ट्रुअल क्रैम्प्स जैसी होती हैं। डिलीवरी के बाद पहले कुछ दिनों में यह आफ्टरपेन्स अधिक अनकम्फर्टेबल हो सकती हैं। इसके बाद यह दर्द ठीक हो जाती हैं, लेकिन आप ब्रेस्टफीडिंग के दौरान इन्हें नोटिस कर सकते हैं।
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पोस्टपार्टम क्रैम्प्स (Postpartum cramps): सिजेरियन डिलीवरी (Cesarean delivery)
वजाइनल बर्थ के बाद ही केवल महिलाएं आफ्टरपेन्स का अनुभव नहीं करती हैं। बल्कि, सी-सेक्शन डिलीवरी के बाद भी यूट्रस कॉन्ट्रैक्ट हो जाता है। इसलिए, यह रूल यूट्रस पर भी अप्लाई होता है। ऐसे में, सिजेरियन डिलीवरी के बाद आप अपने लोअर एब्डोमिनल में एडिशनल डिस्कम्फर्ट का अनुभव कर सकते हैं। क्योंकि, यह मेजर डिलीवरी होती है। इन्सिजन (Incision) और आसपास के टिश्यूज के ठीक होने पर भी आपको क्रैम्पिंग और दर्द महसूस हो सकता है।
कब्ज (Constipation)