पति-पत्नी समेत परिवार में सबसे खुशी का दौर होता है जब घर में किसी के मां बनने की खबर मिलती है और घर में बच्चे की किलकारी गूंजती है। लेकिन 9 महीने का ये समय हंसी-खुशी के साथ-साथ बहुत ही सतर्कता से बिताया जाता है। कई बार गर्भावस्था के दौरान कई तरह की परेशानी शुरू हो जाती हैं, जिसके कई कारण हो सकते हैं। लेकिन, आजकल की बदलती लाइफस्टाइल और वर्क प्रेशर की वजह से महिलाएं या पति-पत्नी कभी-कभी प्रेग्नेंसी प्लानिंग में देर भी कर देते हैं। लेट प्रेग्नेंसी के कई कारण हो सकते हैं और इसके नुकसान भी होते हैं। इसलिए सही उम्र में गर्भधारण करना सही निर्णय होता है। लेकिन, कभी-कभी प्रेग्नेंसी प्लानिंग में देरी की कई वजह हो सकती है।
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इस बारे में जब हमने दिल्ली की रहने वाली 37 वर्षीय श्रेया कौर से बात की तो उनका कहना है कि ‘सही उम्र में गर्भधारण करना कुछ बातों को ध्यान में रखकर जरूर है। मैंने 33 साल की उम्र में गर्भधारण किया था और देखा जाए तो मुझे प्रेग्नेंसी के दौरान कोई परेशानी नहीं हुई थी लेकिन, इस दौरान जब मैं अपने रेगुलर चेकअप के लिए अस्पताल जाया करती थी, तो कई महिलाएं उम्र ज्यादा होने की वजह से गर्भधारण न कर पाने की वजह से परेशान रहती थीं। इस दौरान जब मैं महिलाओं से बात करती थीं तो कुछ महिलाओं का कहना था कि करियर की वजह से वह प्रेग्नेंसी प्लानिंग नहीं कर पा रहीं थीं और अब उम्र थोड़ी ज्यादा होने की वजह से गर्भधारण में दिक्कत आ रही है, तो वहीं कुछ महिलाओं का कहना था की वो फाइनेंसियल प्रॉब्लम की वजह से बेबी प्लानिंग में देरी कर रहीं थीं लेकिन, अब जब वो चाह रहीं हैं तो उन्हें दिक्कत आ रही है।
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सही उम्र में गर्भधारण न करपाने के क्या कारण हैं?
सही उम्र में गर्भधारण नहीं करने के कारण-
देर से गर्भधारण के पीछे कई कारण हो सकते हैं ये माने भी जाते हैं जैसे कपल्स में किसी एक को कोई शारीरिक समस्या, ऑफिस का काम-काज, कोई पारिवारिक परेशानी, फाइनेंसियल प्रॉब्लम या फिर डिप्रेशन की वजह से भी गर्भधारण में देरी हो सकती है। देर से शादी होना भी लेट प्रेग्नेंसी का एक महत्वपूर्ण कारण माना जाता है। ऐसी स्थिति में गर्भ ठहरना थोड़ा मुश्किल हो जाता है।
यह पहले की बात है जब लड़कियों की शादी 20 साल की उम्र में हो जाती थी और 22-23 साल की उम्र में वो मां भी बन जाती थीं। एक्सपर्ट्स की मानें तो 32 साल की उम्र से पहले गर्भवती होना सही उम्र में गर्भ धारण माना जाता है। यह गर्भवती महिला और बच्चे दोनों के सेहत के लिए अच्छा होगा।
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क्यों सही उम्र में गर्भधारण करना जरूरी है?
सही उम्र में गर्भधारण करना निम्नलिखित वजहों से आवश्यक होता है। जैसे-
- देर से प्रेग्नेंसी की वजह से गर्भवती महिला में गर्भावस्था के दौरान शुगर लेवल बढ़ने की संभावना सामान्य से ज्यादा हो जाती है, जिसे जेस्टेशनल डाइबिटीज कहा जाता है। जेस्टेशनल डाइबिटीज की वजह से जन्म से ही शिशु को कई जटिल बीमारियों का सामना करना पड़ता है। इसलिए सही उम्र में गर्भधारण करना जरूरी होता है।
- सही उम्र में गर्भधारण नहीं करने पर जन्म से ही बच्चा कमजोर हो सकता है। ऐसी स्थिति में इम्युनिटी पावर कम हो सकती है, दिल का कमजोर होना, आंखों और चेहरा सामान्य से अलग होने की संभावना बनी रहती है।
- बच्चे में हाइपरटेंशन के लक्षण जैसे जरूरत से ज्यादा बच्चे का परेशान होना या बेचैन होना भी हो सकता है।
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देरी से गर्भवती होने की वजह से नवजात पर तो असर पड़ता ही है साथ ही साथ गर्भवती महिला पर भी इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। सही उम्र में गर्भधारण नहीं करने की वजह से गर्भवती महिला को क्या-क्या परेशानी हो सकती है –
सही उम्र में गर्भधारण नहीं होने पर निम्नलिखित परेशानी हो सकती है। जैसे-
- गर्भवती महिला का वजन बढ़ना और सूजन की समस्या शुरू हो सकती है। वैसे यह ध्यान रखें की गर्भवस्था में 11 से 16 किलो तक वजन बढ़ना सामान्य होता है और यह जरूरी भी है लेकिन, अगर वजन सामान्य से बढ़ जाता है, तो यह गर्भवती महिला के लिए परेशानी का कारण बन जाता है।
- सही उम्र में गर्भधारण नहीं होने पर गर्भ में गांठ बनने की आशंका बढ़ जाती है और इससे गर्भपात का खतरा बढ़ जाता है।
- गर्भवती महिला में जेस्टेशनल डाइबिटीज का खतरा बढ़ जाता है। इससे नवजात पर तो असर पड़ता है लेकिन, साथ ही जेस्टेशनल डाइबिटीज की वजह से डिलीवरी के वक्त भी परेशानी हो सकती है। वैसे कभी-कभी जेस्टेशनल डायबिटीज की समस्या डिलिवरी के बाद ठीक भी हो जाती है। इसलिए डॉक्टर के बताए गए निर्देशों का पालन करते रहें।
- सही उम्र में गर्भधारण नहीं होने पर महिला को थायरॉइड, शुगर और ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियों की समस्या शुरू हो सकती है।
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डिलीवरी के बाद शरीर कमजोर होने की वजह से महिला का खास ख्याल रखना जरुरी होता है क्यूंकि अगर मां स्वस्थ्य होगी तभी तो नवजात भी सेहतमंद होगा। अगर किसी भी वजह से प्रेग्नेंसी में देर हो रही है तो विशेषज्ञ से जरूर सलाह लें और बताये गए सूचनाओं का पालन करें।
ऐसा नहीं है की 32 या 35 साल के बाद महिला गर्भवती नहीं हो सकती है, यह शरीर पर भी निर्भर करता है जिसकी जानकारी चिकित्षकों द्वारा मिल जाती है जिससे मां-बच्चा दोनों ही सेहत फिट हो सकती हैं।
अगर आप सही उम्र में गर्भधारण नहीं कर पाईं हैं और अब आप प्रेग्नेंसी प्लानिंग करना चाहती हैं, तो गर्भधारण से पहले ही खुद को फिट करना शुरू कर दें। ऐसा करने से गर्भ ठहरने की संभावना भी बढ़ जाती है और आप स्वस्थ भी रह सकती हैं। यही नहीं अगर आप बेबी प्लानिंग कर रहीं हैं, तो महिला के साथ-साथ पुरुष (कपल) को अपने सेहत पर ध्यान देना शुरू कर देना चाहिए। गर्भधारण से पहले हेल्द ठीक रखने के लिए डायट और एक्सरसाइज दोनों जरूरी है और इन दोनों को फॉलो करने के लिए रूटीन बनाना जरूरी है। वैसे महिलाओं को हमेशा ही अपने सेहत का ख्याल रखना चाहिए।
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अगर आप सही उम्र में गर्भधारण या प्रेग्नेंसी से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जबाव जानना चाहते हैं तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा। हम उम्मीद करते हैं आपको हमारा यह लेख पसंद आया होगा। हैलो हेल्थ के इस आर्टिकल में सही उम्र में गर्भधारण की जानकारी दी गई है। यदि इस लेख से जुड़ा आपका कोई प्रश्न है तो आप कमेंट सेक्शन में पूछ सकते हैं।
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