मुंह का स्वाद और मूड बरकरार रखने के लिए
फ्लेवर्ड कॉन्डम की जरूरत का एक कारण यह भी है कि बिना फ्लेवर वाले कॉन्डम से जब ओरल सेक्स किया जाता है, तो वह काफी अटपटा लगता है। कई बार लेटेक्स रबर की महक भी लोगों को पसंद नहीं आती। माना जाता है कि इन्हीं बातों को ध्यान रखकर फ्लेवर्ड कॉन्डम को इजाद किया गया।
हर रोज मिले एक अलग स्वाद
फ्लेवर कंडोम के आते ही विभिन्न प्रकार के स्वाद भी इसमें जोड़ दिए गए हैं। आपको केला पसंद हो, तो बनाना फ्लेवर कॉन्डम, अंगूर पसंद हो तो ग्रेप फ्लेवर वाला कॉन्डम बाजार में उपलब्ध है। यही नहीं यदि आपको अचार पसंद है तो यह फ्लेवर भी आपको कॉन्डम में मिल जाएगा। विभिन्न प्रकार के फ्लेवर से हर बार आपको ओरल सेक्स में कुछ नया मिलता है। कई लोगों के लिए यह रोमांच का नया तरीका भी होता है।
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बीमारियों से रहते हैं दूर
सेक्शुयली ट्रांसमिटेड डिजीज ओरल सेक्स से बहुत जल्दी और ज्यादा फैलती हैं। इसलिए लोगों को ओरल सेक्स के दौरान बीमारी ना हो इसलिए ही कॉन्डम में फ्लेवर को जोड़ा गया है। फ्लेवर कॉन्डम से ओरल सेक्स के खतरे को कम किया जा सकता है। टीवी में आने वाले विज्ञापन भी इसके बारे में जानकारी देते है। फ्लेवर कॉन्डम सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिसीज के खतरे को कम कर सकते हैं।