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प्रेग्नेंसी से बचने के उपाय, आप भी कर सकती हैं ट्राय!


Sunil Kumar द्वारा लिखित · अपडेटेड 27/08/2021

    प्रेग्नेंसी से बचने के उपाय, आप भी कर सकती हैं ट्राय!

    अगर आप असुरक्षित यौन संबंध बनाती हैं तो प्रेग्नेंट हो सकती हैं भले ही ऐसा सिर्फ एक बार हुआ हो। प्रेग्नेंसी से बचने के उपाय (Ways to avoid pregnancy) जो पूरी तरह से नैचुरल हैं और आपको अनचागे गर्भ से छुटकारा दिला सकते हैं। अलग-अलग कारणों से कई बार महिलाएं ना चाहते हुए भी प्रेग्नेंट हो जाती है। कई मामलों में कंडोम का फटना भी अनचाही प्रेग्नेंसी की वजह बन जाता है। यहां हम आपको प्रेग्नेंट ना होने के उपाय बता रहे हैं जो पूरी तरह से नैचुरल हैं तो अगर आप प्रेग्नेंसी टालना चाहती हैं तो इन्हें ट्राई कर सकती हैं। इन्हें अपनाते वक्त आपको इनके सही तरीके को जानना जरूरी है।

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    प्रेग्नेंसी से बचने के उपाय (Ways to avoid pregnancy) जो पूरी तरह से नैचुरल हैं

    प्रेग्नेंसी से बचने के उपाय में पपीता है असरदार (Papaya as natural birth control)

    पपीता इंटरकोर्स के बाद प्रेग्नेंसी की संभावना को कम कर सकता है। पपीते में पेपाइन नामक एंजाइम होता है, जो प्रोजेस्ट्रोन के स्तर को कम कर देता है, जो प्रेग्नेंसी में सबसे ज्यादा जरूरी होता है। पार्टनर के साथ शारीरिक संबंध बनाने के बाद लगातार तीन दिनों तक कच्चा पपीता खाया जाए तो इससे गर्भपात हो सकता है। इस पर मुंबई की डाइटीशियन डॉक्टर श्रुति श्रीधर ने कहा, ‘प्रेग्नेंट महिलाओं को एक संतुलित डायट दी जाती है। अगर अधिक मात्रा में पपीता खाया जाए तो इससे प्रेग्नेंसी को अवॉयड किया जा सकता है।’ हालांकि, पपीता कितना कारगर साबित होगा यह हर मामले में अलग-अलग हो सकता है। तो अगर आप प्रेग्नेंसी से बचने के उपाय (Ways to avoid pregnancy) के बारे में सोच रहें हैं तो कच्चा पपीता आपके स्वास्थ पर बिना किसी साइड इफेक्ट के आपको प्रेग्नेंट होने से बचा सकता है।

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    अदरक भी है प्रेग्नेंसी से बचने के उपाय में एक (Ginger as natural birth control)

    अदरक से मासिक धर्म अच्छे से आता है क्योंकि यह ब्लीडिंग को प्रोत्साहित करता है। अदरक को काटकर इसे पानी में उबाल लें। उबालने के बाद फिर पांच मिनट तक इसे पानी में ही डूबा रहने दें। इसके बाद आप इसे पी सकती हैं। रोजाना दो कप पीने से प्रेग्नेंसी को रोका जा सकता है लेकिन, अदरक की मात्रा और सत्व ज्यादा होना चाहिए। तभी यह असर करेगा। अदरक वैसे भी स्वास्थ के लिए अच्छा होता है इसलिए अगर आप यह लेते हैं तो इससे आपको हॉर्मोनल इंबैलेंस की परेशानी नहीं होगी। कई बार जब महिलाओं को ठीक से पीरियड्स नहीं आते हैं तब भी डॉक्टर अदरक लेने की सलाह देते हैं जिससे ब्लीडिंग ठीक से हो सके।

    गर्भावस्था से बचने के लिए विटामिन सी आजमाएं (Vitamin C as natural birth control)

    यह प्रोजेस्टेरोन के स्तर को कम करता है। बता दें कि प्रेग्नेंसी को बनाए रखने में प्रोजेस्टेरोन हार्मोन महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। ऐसे में विटामिन सी से परिपूर्ण चीजें खाने से यह प्रेग्नेंसी को रोक सकता है। इसके लिए विटामिन सी सप्लिमेंट्स का उपयोग किया जा सकता है। ऐसा डायटिशियन और डॉक्टर भी कहते हैं कि अगर प्रेग्नेंसी को रोकना है को पिल्स खाने से बेहतर विकल्प है इसको नैचुरली रोकना। प्रेग्नेंसी से बचने के उपाय (Ways to avoid pregnancy) के लिए आप अधिक से अधिक विटामिन सी लें। यह आपको नैचुरली प्रेग्नेंट ना होने से बचा सकता है।

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    पाइनएप्पल भी है प्रेग्नेंसी से बचने के उपाय में एक (Pineapple as natural birth control)

    प्रेग्नेंसी को रोकने में ट्रॉपिक फ्रूट जैसे कि पाइनएप्पल काफी कारगर होते हैं। यह इमप्लांटेशन रोधी के तौर पर कार्य करते हैं। यह गर्भपात और एंब्रोटोक्सिक की तरह काम करते हैं। प्रतिदिन कच्चा पाइनेपल खाकर आप प्रेग्नेंसी को रोक सकती है। किसी भी तरह से फलों और सब्जियों को खाकर अगर प्रेग्नेंसी रोकी जाती है तो यह बेहतर ही होगा। दवाई खाकर प्रेग्नेंसी को रोकने का असर महिलाओं के पूरे शरीर पर होता है। ऐसे में ट्रॉपिकल फ्रूट जैसे पाइनएप्पल प्रेग्नेंसी से बचने के उपाय (Ways to avoid pregnancy) के लिए आसान और सस्ता विकल्प है।

    दालचीनी (Daalchini ke fayde in hindi)

    गर्भपात के तरीके में दालचीनी यूट्रस को स्टिमुलेट करने के लिए जानी जाती है। इसकी  वजह से मिसकैरिज और गर्भपात होता है। हालांकि, यह तुरंत ही असर नहीं करती है। ऐसे में प्रेग्नेंसी को रोकने के लिए आपको नियमित रूप से लंबी अवधि तक इसका सेवन करना होगा। गर्भ निरोधक के रूप में दालचीनी का इस्तेमाल करने से पहले आपको डॉक्टर से सलाह जरूर लें। गर्भावस्था से बचने के लिए लोग दालचीनी को नैचुरल मेडिसिन मानते हैं। यहां तक कि जिनको पीरियड्स से जुड़ी परेशानी होती है डॉक्टर उन्हें भी दालचीनी का सेवन करने को कहते हैं।

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    प्रेग्नेंसी से बचने के उपाय (Ways to avoid pregnancy) में ये विकल्प भी है

    प्रेग्नेंसी को रोकने के नैचुरल उपाय के अलावा इन विकल्पों को इस्तेमाल करके भी अनचाही प्रेग्नेंसी को टाला जा सकता है।

    कंडोम (Condom Benefits)

    प्रेग्नेंसी से बचने के उपाय (Ways to avoid pregnancy) में कंडोम का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। कंडोम इकलौता विकल्प है, जो गर्भ निरोधक के तौर पर काम करता है बल्कि एसटीआई (सेक्शुअल ट्रांसमिटेड इंफेक्शन) से भी सुरक्षा प्रदान करता है। सेंटर फोर डिजीज कंट्रोल और प्रिवेंसन (सीडीसी) के मुताबिक, गर्भ निरोधक के रूप में पुरुष कंडोम 80 प्रतिशत कारगर साबित होता है। इसका इस्तेमाल करते वक्त आपको कुछ बातों का ध्यान रखना होता है, जिससे यह फटे न। इस्तेमाल करते वक्त इसमें मौजूद हवा को पिंच करके निकालना बेहद ही जरूरी होता है।

    IUD और इम्प्लांट्स

    प्रेग्नेंसी से बचने के उपाय (Ways to avoid pregnancy) में आईयूडी और इम्प्लांट्स का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। इंट्रायुट्राइन डिवाइस (आईयुडी) और इम्प्लांट्स गर्भ निरोधक के तौर पर लंबे समय तक काम करते हैं। नेशनल हेल्थ सर्विस के मुताबिक, 99 प्रतिशत मामलों में यह गर्भ निरोधक के तौर पर काम करते हैं। एक प्रतिशत मामलों में मानवीय चूक की वजह से प्रेग्नेंसी हो सकती है। हालांकि, यह एसटीआई (सेक्शुअल ट्रांसमिटेड इंफेक्शन) से सुरक्षा प्रदान नहीं करते हैं।

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    गर्भ निरोधक गोलियां (Contraceptive Pills)

    प्रेग्नेंसी से बचने के उपाय (Ways to avoid pregnancy) में आप गर्भ निरोधक गोलियां भी ले सकते हैं। नेशनल हेल्थ सर्विस के मुताबिक, गर्भनिरोधक गोलियां 95 प्रतिशत कारगर होती हैं। मार्केट में यह गोलियां दो प्रकार की आती हैं। एक में एस्ट्रोजेन और दूसरी में प्रोजेस्टिरॉन होता है। इनका इस्तेमाल बिना डॉक्टर की सलाह से नहीं करना चाहिए।

    इन गोलियां का इस्तेमाल नियत समय पर प्रतिदिन होना चाहिए। इन गोलियों का इस्तेमाल करने वाली कुछ महिलाओं में संभवतः तय पीरियड आए हैं। वहीं एनसीबीआई के मुताबिक, आपातकालीन गर्भ निरोधक गोलियाें में बर्थ कंट्रोल का हाई डोज होता है। यह गोलियां 100 प्रतिशत कारगर साबित नहीं होती लेकिन, यह प्रेग्नेंसी की 75 प्रतिशत संभावना को कम कर देती हैं।

    इन दोनों तरीके से आप प्रेग्नेंसी को रोक सकती हैं। प्रेग्नेंसी से बचने के उपाय (Ways to avoid pregnancy) आयुर्वेद में बताए गए हैं। इनको उपयोग करने से पहले आप आयुर्वेदिक एक्सपर्ट से सलाह लेकर किस उपाय का कितने मात्रा में उपयोग करना है पूछ सकतीं हैं। कई बार ये तरीके कारगार साबित होते हैं कई बार नहीं भी।

    डिस्क्लेमर

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    Sunil Kumar द्वारा लिखित · अपडेटेड 27/08/2021

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