वर्जिन सेक्स से मतलब पहली बार सेक्स से जुड़ी प्रक्रिया करना। लेकिन, वर्जिन सेक्स (वर्जिनिटी खोना) को लेकर लोगों के बीच कई तरह की भ्रांतियां भी फैली हुई हैं। हालांकि, वर्जिन सेक्स (वर्जिनिटी खोना) का सवाल हमेशा एक लड़की के लिए ही उठाया जाता है। समाज में वर्जिनिटी सिर्फ लड़कियों के लिए ही इस्तेमाल किया जाने वाला शब्द माना जाता है। वर्जिन सेक्स को लेकर लोगों का मानना होता है कि पहली बार शारीरिक संबंध बनाने के दौरान महिलाओं को ज्यादा दर्द होता है और उनकी योनि से खून भी बहता है। अगर कोई महिला पहली बार शारीरिक संबंध बनाते समय इस तरह का कोई अनुभव नहीं करती है, तो समाज के साथ-साथ उसका पुरुष साथी भी उसे वर्जिन मानने से इंकार कर सकता है। दरअसल, वर्जिन शब्द का इस्तेमाल ऐसे चीजों के लिए भी किया जाता है, जो पूरी तरह से शुध्द होता है। जिसमें कोई अन्य केमिकल या किसी तरह का मिश्रण नहीं किया गया हो। इसी के तर्ज पर वर्जिन शब्द को पहली बार सेक्स करने से भी जोड़ा जा सकता है। हालांकि, यह शब्द मात्रा एक सामाजिक टैबू ही माना जा सकता है। इसलिए, वर्जिन सेक्स (वर्जिनिटी खोना) के बारे में बात करने से पहले आपको कुछ जरूरी बातों पर ध्यान रखना चाहिए। ताकि, आपके साथी के साथ आपके पहले शारीरिक संबंध के दौरान किसी तरह की मतभेद जैसी स्थिति न उत्पन्न हो सके।
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वर्जिन या कौमार्य क्या है?
वर्जिन एक अंग्रजी शब्द है जिसे हिंदी में कौमार्य या कुंवारी कहते हैं। वर्जिन शब्द से अभिप्राय उस पुरुष या महिला से होता है जिसने कभी भी सेक्स नहीं किया हो। हालांकि, इसके ओरल सेक्स या टॉय सेक्स को शामिल किया जा सकता है या नहीं, अभी भी इस मुद्दे को एक बड़ी बहस का विषय माना जा सकता है।
वर्जिन होने का क्या मतलब होता है?
वर्जिन सेक्स (वर्जिनिटी खोना) एक महिला और पुरुष दोनों के लिए एक जैसे ही मायने रख सकते हैं। हालांकि, दोनों का ही सेक्स से जुड़ा पहला अनुभव अलग-अलग हो सकता है। वर्जिन सेक्स से बहुत से लोगों का अभिप्राय हो सकता है, पहली बार योनि-लिंग सेक्स करना। लेकिन, ऐसे भी बहुत से कपल हो सकते हैं, जो योनि-लिंग सेक्स के बजाय ओरल सेक्स को ज्यादा तवज्जो देते हों। यानि, उन्हें योनि-लिंग सेक्स से ज्यादा ओरल सेक्स करने में आनंद आ सकता है। इसके अलावा, कुछ लोग पहले से ही अन्य प्रकार के सेक्स की गतिविधियों, जैसे, मौखिक सेक्स, गुदा सेक्स या टॉय सेक्स जैसी गतिविधियों में खुद को शामिल कर सकते हैं। लेकिन, उन्होंने कभी भी योनि-लिंग सेक्स नहीं किया हो। उन्हें जहां कुछ लोग वर्जिन मानते हैं, तो वहीं कुछ लोग उन्हें वर्जिन मानने से इंकार कर सकते हैं। इसके अलावा, समलैंगिक कपल जैसे, बाईसेक्शुअल, लेस्बियन या गे लोगों को भी बहुत से लोग वर्जिन मानते हैं। क्योंकि, एक तरह से ऐसे कपल योनि-लिंग सेक्स करने में असमर्होथ ते हैं।
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वहीं, कई लोगों का मानना होता है कि बलात्कार या यौन उत्पीड़न जैसे मामले वर्जिनिटी को नहीं तोड़ सकते हैं। इस तरह की गतिविधियों को वो सेक्स नहीं मानते हैं, क्योंकि जब तक दोनों भागीदारों की आपसी सहमति नहीं होती है, उसे सेक्स नहीं माना जा सकता है। इसलिए अगर किसी को पहली बार योनि सेक्स, ओरल सेक्स या एनल सेक्स के लिए मजबूर किया गया था या दबाव डाला गया था, तो उनका कौमार्य बरकरार माना जा सकता है। क्योंकि इसमें उनकी अपनी कोई सहभागिता नहीं थी। इसलिए, वर्जिन या वर्जिन होना क्या है, इस शब्द का उल्लेख करना या इसे परिभाषित करना कोई सटीक तर्क नहीं हो सकता है। पहली बार सेक्स किया है या नहीं, इस बात पर जोर देने की बजाय एक साथी को अपने साथी के शारीरिक संतुष्टी और उनके साथ सेक्स के दौरान उनका अनुभव कैसा रहता है, इस बात पर जोर देने का प्रयास करना चाहिए। अगर आप या आपका साथी पहली बार शारीरिक संबंध बनाने वाले हैं, तो आप इन बातों का ध्यान रख सकते हैं, ताकि सेक्स का पहला अनुभव दोनों के लिए ही सुखदमय हो।
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जानिए वर्जिन सेक्स (वर्जिनिटी खोना) से जुड़ी जरूरी बातें
हर किसी का अनुभव होता है अलग
बहुत से लोग पहली बार शारीरिक संबंध बनते समय दर्द का अनुभव या प्राइवेट पार्ट जैसे, योनि या गुदा से खून बहना या प्राइवेट पार्ट में सूजन आना जैसी स्थितियों का अनुभव कर सकते हैं। वहीं, बहुत से लोग पहली बारी शारीरिक संबंध बनाते समय ऐसे किसी भी लक्षण का अनुभव नहीं कर सकते हैं। यानि, अगर आप वर्जिन सेक्स या वर्जिनिटी से जुड़े मामलों या मिथकों पर भरोसा करते हैं, तो यहाँ पर आपको अपने सिध्दांतों को एक बार फिर से परखने की जरूरत हो सकती है।
वर्जिन सेक्स सिर्फ एक सामाजिक अवधारणा है
वर्जिन सेक्स (वर्जिनिटी खोना) से जुड़े कई तरह के मिथकों को हम सिर्फ एक सामाजिक अवधारणा ही मान सकते हैं। जिसे बदलने के लिए सेक्स एजुकेशन पर जोर देने की जरूरत हो सकती है।
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सिर्फ महिलाओं के लिए ही क्यों है वर्जिन सेक्स?
दरअसल, महिलाओं की योनि के प्रवेश द्वार पर मांस से बनी एक पतली परत होती है जिसे हाइमन कहा जाता है। जिसे लेकर लोगों का मानना होता है कि यह परत तभी टूटती है तब महिला सेक्स करे और इसलिए पहली बार सेक्स करने पर महिला की योनि से खून बह सकता है और उसे बहुत ज्यादा दर्द का अनुभव हो सकता है। जबकि, पुरुषों के लिंग से जुड़ी ऐसी कोई स्थिति नहीं होती है। इसलिए, पुरुषों के वर्जिन होने या न होने पर सवाल करना लोग उचित नहीं मानते हैं। हाइमन के आकार प्रकार की बात करें, तो हर महिला में इसकी परत मोटी या पतली हो सकती है। जो कई कारणों से टूट सकती है, जिसमें शामिल हो सकते हैंः
- एक्सरसाइज करना
- साइकिल चलाना
- स्विमिंग करना
- भारी-भरकम वस्तु उठाना
- बहुत ज्यादा शारीरिक कार्य करना
- उछल-कूद जैसे खेलों को खेलना
- जन्म से ही हाइमन का खुला होना
- मेंस्ट्रुअल कप का इस्तेमाल करना
- योनि में किसी बाहरी चीज को इंसर्ट करना, जैसे सेक्स टॉय, उंगली या अन्य वस्तु
इस तरह की किसी भी गतिविधि से हाइमन खिंच सकता है, जिससे महिलाओं को दर्द या रक्तस्राव हो सकता है। हालांकि, सबके लिए इसका अनुभव अलग-अलग हो सकता है। लेकिन, एक बार हाइमन की परत टूटने के बाद यह दोबारा से पहले जैसे नहीं हो सकती है। लेकिन, कुछ तरह की सर्जियों के विकल्प हैं, जो इसे पहले जैसे बनाने का दावा करते हैं। जिसके बारे में आप अपने डॉक्टर और सर्जन से अधिक जानकारी ले सकते हैं।
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वर्जिन सेक्स (वर्जिनिटी खोना) को लेकर किस तरह के सिध्दांतों को अपनाने की आवश्यकता हो सकती है?
अगर साथी के साथ एक सुखी और पूरी तरह से संतुष्टी वाला सेक्स लाइफ चाहिए, तो आपको हमेशा अपने साथी की पसंद और नापसंद पर विचार करना चाहिए। एक कपल को एक-दूसरे साथी से सेक्स से जुड़ी उनकी भावनाओं के बारे में पूछना चाहिए। दूसरे लोग वर्जिन सेक्स को लेकर किस तरह के सिध्दांत मानते हैं, इस बारे में ज्यादा चिंता नहीं करनी चाहिए।
किस उम्र में मुझे पहली बार सेक्स करना चाहिए?
पहली बार सेक्स कब करना चाहिए, इस बारे में हर किसी का मत अलग-अलग हो सकता है। एक सामाजिक परिवेश के अनुसार महिला या पुरुष को शादी के बाद सिर्फ अपने साथी के साथ ही पहली बार सेक्स करना चाहिए। हालांकि, इन बातों अलावा देखा जाए, तो एक उम्र और अनुभव के बाद हर किसी के लिए सेक्स शारीरिक रूप से एक जरूरत मानी जा सकती है। अगर आपको लगता है कि आप सेक्स करने के लिए शारीरिक और मानसिक रूप से फिट हैं, तो पहली बार सेक्स करने का अनुभव आपके लिए अच्छा हो सकता है। साथ ही, सेक्स का अनुभव आपके लिए पहली बार हो या दूसरी-तीसरी बार, हर बार आपको अपने साथी के विचारों और इच्छाओं का सम्मान करना चाहिए और सुरक्षित सेक्स की प्रक्रिया के विकल्पों पर ध्यान देना चाहिए।