जानिए मूल बातें
फॉलिक्युलाइटिस किसे कहते हैं?
फॉलिक्युलाइटिस, त्वचा की ऐसी स्थिति जिसमें रोम छिद्रों की सूजन उभर कर सामने आती है। यह शरीर के जिन अंगो में होता है, उनमें शामिल हैं: दाढ़ी, आर्म्स, पीठ, हिप्स और पैर। फॉलिक्युलाइटिस शुरुआत में रेड बम्प्स या पिंपल्स की तरह दिखाई देते हैं। हालांकि, ये परेशानी शरीर के दूसरे अंगों तक भी फैल सकती है।
फॉलिक्युलाइटिस ज्यादा गंभीर नहीं है, लेकिन इस कारण त्वचा में खुजली और सूखापन हो सकता है। साथ ही इससे आप असहज महसूस कर सकते हैं। इस बीमारी के गंभीर मामलों में बाल झड़ने और खराब भी होने लगते हैं।
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फॉलिक्युलाइटिस कितना सामान्य है?
फॉलिक्युलाइटिस काफी सामान्य बीमारी है। यह बीमारी बच्चे और वयस्कों को प्रभावित कर सकती है। जिन चीजों के कारण ये बीमारी होती है उसे निंयत्रित करके रोका जा सकता है। ज्यादा जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
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जानें इसके लक्षण
फॉलिक्युलाइटिस के लक्षण क्या हैं?
इसके सामान्य लक्षणों में शामिल हैं:
- रेड बंप्स या पिंपल्स जिसके मध्य में बाल होता है,
- अगर यह उभार फूट जाए तो उसमें से खून या पस बाहर आता है,
- लालिमा और संक्रमित त्वचा हो जाती है,
- त्वचा में जलन, सूजन और खुजली हो सकती है,
- त्वचा ज्यादा कोमल हो जाती है या उसमें दर्द होता है।
ऊपर दिए गए लक्षणों में कुछ लक्षण नहीं दिए गए है। अगर आपको किस लक्षण के कारण कोई समस्या है तो तुरंत अपने डॉक्टर से चर्चा करें।
मुझे अपने डॉक्टर को कब दिखाना चाहिए?
अगर बीमारी गंभीर नहीं है तो यह दो हफ्तों में बिना किसी उपचार से ठीक हो जाएगी। आप प्रभावित त्वचा की सिकाई कर सकते हैं। आप त्वचा की देखभाल के लिए औषधीय शैंपू का उपयोग कर सकते हैं।
अगर प्रभावित त्वचा पर लालिमा, सूजन, गर्म या ज्यादा दर्दनाक हो रही है या पिंपल्स दो हफ्तों से ज्यादा समय तक हैं, तो डॉक्टर से बात करें। हर किसी का शरीर अलग तरह से कार्य करता है। इसलिए अपने अपने डॉक्टर से सलाह लेना उचित होता है।
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जानिए इसके कारण
फॉलिक्युलाइटिस के कारण क्या हैं?
फॉलिक्युलाइटिस बहुत से संक्रमण या त्वचा के किसी और स्थिति के कारण हो सकता है। कुछ सामन्य कारणों में शामिल हैं:
- त्वचा की अन्य स्थिति जैसे कि डर्मेटाइटिस और मुंहासे,
- त्वचा के किसी वायरस या बाल टूटने की वजह से
- दुर्घटना या सर्जिकल से चोट आना,
फॉलिकल्स का ब्लॉक या खराब होना: ये त्वचा पर किसी कपड़े के घर्षण से या शेविंग हो सकता है।
फॉलिक्युलाइटिस का सामान्य कारण कुछ बैक्टीरिया भी हैं, जो हमेशा अपने त्वचा पर मौजूद रहता है, जिसे स्टेफिलोकोकस ऑरियस कहते हैं।
इसके जोखिमों को जानें
किन चीजों के कारण ये बीमारी बढ़ने का खतरा होता है?
जिन चीजों के कारण जोखिम बढ़ सकती है, उनमे शामिल हैं:
- त्वचा की अन्य स्थिति जैसे कि, डर्मेटाइटिस और मुहांसे,
- कुछ दवाइयां जैसे कि स्टेरॉयड क्रीम या मुहांसों के लिए लॉन्ग-लास्टिंग एंटीबायोटिक्स,
- मोटापा के कारण,
- ऐसे कपड़े पहनना जिससे पसीना और गर्मी बाहर नहीं निकल पाती,
- असुरक्षित शेविंग करना,
- ऐसी मेडिकल कंडीशन जैसे कि, डायबिटीज, क्रोनिक लेकिमिया या HIV/AIDS जिससे रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है।
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निदान और उपचार
नीचे दी गई जानकारी किसी भी वैद्यकीय सुझाव का पर्याय नहीं है, इसलिए हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
इस बीमारी का निदान कैसे करते हैं?
आपका डॉक्टर सबसे पहले आपकी त्वचा की जांच करेगा। साथ ही आपकी हेल्थ या आप कौन सी दवाइयों का उपयोग कर रहे हैं, इसकी जानकारी आपसे लेंगे। डॉक्टर संक्रमण का पता लगाने के पिम्पल में से उसके द्रव का नमूना ले सकते हैं। बैक्टीरिया या फंगस किस संक्रमण का कारण होता है, इसकी पहचान करने के लिए एक लैब टेस्ट किया जा सकता है।
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इस बीमारी का उपचार कैसे किया जाता है?
आपकी स्थिति की गंभीरता और इसके कारणों के निर्धारित उपचार किये जाते हैं :
- मेडिकेशन्स: आपके डॉक्टर कुछ क्रीम्स और दवाइयां इंफेक्शंस को रोकने के लिए दे सकते हैं। सूजन को कम करने के लिए कुछ विशिष्ट गोलियां या त्वचा कि क्रीम्स का सुझाव दे सकते हैं।
- डॉक्टर फोटोडायनामिक थेरेपी करने का सुझाव दे सकते हैं, जिसे लाइट थेरेपी भी कहा जाता है।
- माइनर सर्जरी: अगर गांठ बहुत बड़ी है, तो मवाद निकलने के लिए डॉक्टर को मामूली सर्जरी करनी पड़ सकती है, यह दर्द कम करने में मददगार साबित होगी। इससे जल्दी ठीक हो जानें में मदद मिलती है।
- लेजर ट्रीटमेंट से बाल हटाना।
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घरेलू उपचार जीवन शैली में बदलाव
इस बीमारी से उभरने के लिए कुछ घरेलू उपचार और जीवन शैली के बदलाव
निचे दिए गए कुछ घरेलू नुस्खे और बदलाव आपके इस बीमारी को ठीक करने में मददगार साबित होंगे:
- अपने शरीर को हल्के साबुन से साफ रखें, खासकर व्यायाम के बाद।
- व्यक्तिगत चीजें जैसे तौलिए शेयर न करें।
- ओवर-द-काउंटर (OTC) एंटीबायोटिक दवाइयों का उपयोग करें।
- बंप्स को खरोंचने से बचें।
- ज्यादा पानी पीना सेहत के लिए हर तरीके से अच्छा है। ज्यादा पानी पीने से स्किन हेल्दी रहती है और फॉलिक्युलाइटिस प्रॉब्लम नहीं होगी।
- तैलीय त्वचा के कारण उत्पादों का उपयोग करने से बचें। तेल बैक्टीरिया से छिद्रों में फॉलिक्युलाइटिस का कारण बन सकता है।
- बार-बार अपने हाथों से फॉलिक्युलाइटिस वाले स्थानों को न छूएं। जब प्रभावित स्थान को साफ कर रहे हैं, तभी त्वचा को छुएं।
- फॉलिक्युलाइटिस में बंप्स को फोड़ने का प्रयास बिल्कुल नहीं करें। उसका इलाज करवाएं या उसे अपने-आप ही ठीक होने दें। क्योंकि, इसे फोड़ने पर यह संक्रमित हो सकता है, जिसके कारण इसकी रेडनेस और सूजन भी बढ़ सकती है।
- चेहरे पर फॉलिक्युलाइटिस हैं, तो पुरुष शेविंग न करें। वहीं, महिलाएं अगर फेस वैक्सिंग करती हैं, तो उन्हें भी वैक्सिंग रोक देनी चाहिए।
- ऐसे बहुत से कॉस्मेटिक हैं, जो चेहरे के दाग-धब्बे छिपाने के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं। लकिन, ध्यान रखें कि फॉलिक्युलाइटिस होने के कारणों में कॉस्मेटिक भी एक वजह हो सकती है। इसलिए, जब तक फॉलिक्युलाइटिस ठीक न हो जाए, तब तक किसी भी तरह का मेकअप न करें। सिर्फ डॉक्टर के सलाह के अनुसार बताई गई क्रीम (medicated cream) ही फॉलिक्युलाइटिस पर लगाएं।
हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की कोई भी मेडिकल सलाह नहीं दे रहा है, अधिक जानकारी के लिए आप डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं।
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