स्किन पेलनेस म्यूकस मेम्ब्रेन्स (Mucous membranes) की एब्नॉर्मल लाइटनिंग को इंडीकेट करती है। पेल स्किन पूरे शरीर में या किसी एक पर्टिकुलर बॉडी पार्ट में हो सकती है। यह अक्सर आईज की लाइनिंग में, मुंह के अंदर और जीभ की सतह पर होती है। स्किन पेलनेस (Skin Paleness) त्वचा के नीचे मौजूद ब्लड वेसल्स की थिकनेस और डेंसिटी से संबंधित होती है, न कि मेलेनिन (स्किन पिग्मेंट) की मात्रा से। त्वचा में पीलापन आमतौर पर ब्लड फ्लो में कमी के कारण होता है, जैसे कि फेंटिंग या शॉक। यह रेड ब्लड सेल्स (एनीमिया) की संख्या में कमी के कारण भी हो सकता है। वहीं कुछ जेनेटिक कंडिशंस जैसे ऐल्बिनिजम (Albinism) और विटिलिगो (Vitiligo), त्वचा के पिग्मेंट को अफेक्ट करती हैं। पिगमेंटेशन चेंज स्किन डैमेज से भी हो सकता है, जैसे कि बर्न या इंजरी। इस आर्टिकल में जानिए स्किन पेलनेस (Skin Paleness) के और क्या कारण हो सकते हैं।
स्किन पेलनेस के कारण (Causes of skin paleness)
स्किन पेलनेस के निम्न कारण हो सकते हैं।
एनीमिया (Anemia)
एनीमिया में हेल्दी रेड ब्लड सेल्स बनना बंद हो जाती हैं। लाल रक्त कोशिकाओं में हीमोग्लोबिन होता है, जो ऑक्सीजन का ट्रांसपोर्ट करता है। पर्याप्त हीमोग्लोबिन और ऑक्सिजन के बिना, त्वचा पीली हो सकती है। वहीं, आयरन डेफिसिएंशी एनीमिया में ऐसे व्यक्ति के पास पर्याप्त आयरन नहीं होता है। कुछ अन्य प्रकार के एनीमिया में शामिल हैं:
- अप्लास्टिक एनीमिया (Aplastic anemia) : यह तब होता है जब बोन मैरो रेड ब्लड सेल्स का प्रोडक्शन बंद कर देता है
- हेमोलिटिक एनीमिया (Hemolytic anemia) : इसमें प्लीहा या रक्तप्रवाह में रेड ब्लड सेल्स नष्ट हो जाती हैं
- सिकल सेल एनीमिया (Sickle cell anemia) : यह जेनेटिक है और इसमें असामान्य हीमोग्लोबिन की वजह से रेड ब्लड सेल्स सिकल के आकार की हो जाती हैं ।
कैंसर सहित कुछ बीमारियां एनीमिया का कारण बन सकती हैं, और यह हेवी ब्लीडिंग के बाद स्किन पेलनेस (Skin Paleness) विकसित हो सकती है।
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विटामिन की कमी (Vitamin deficiency)
अत्यधिक कुपोषण शरीर के लिए हेल्दी ब्लड सेल्स का प्रोडक्शन करना मुश्किल बना सकता है। विटामिन की कमी से होने वाले एनीमिया से व्यक्ति में विटामिन बी -12 का अपर्याप्त स्तर होता है, जिसे फोलेट भी कहा जाता है। इस प्रकार के एनीमिया वाला व्यक्ति की स्किन काफी पेल होती है और वह थका हुआ महसूस करता है। बी -12 की कमी तब हो सकती है जब गैस्ट्रोइंटेस्टिनल ट्रैक्ट विटामिन को ठीक से अवशोषित नहीं कर पाता है। जिन लोगों को डाउट है कि उनमें विटामिन की कमी है, उन्हें डायग्नोसिस के लिए डॉक्टर के पास जाना चाहिए।
ब्लीडिंग (Bleeding)
किसी भी प्रकार की हैवी ब्लीडिंग स्किन पेलनेस (Skin Paleness) का कारण बन सकती है। उनमें शामिल हैं:
- बहुत हेवी मेंट्रूअल ब्लीडिंग
- हेवी पोस्टपार्टम ब्लीडिंग (postpartum bleeding)
- चोट या अल्सर के कारण गैस्ट्रोइंटेस्टिनल ब्लीडिंग
- हाल की इंजरी से इंटरनल ब्लीडिंग
- सर्जरी के बाद ब्लीडिंग
इंफेक्शंस (Infections)
इंफेक्शन स्किन पेलनेस का एक कारण हो सकता है। जैसे सेप्सिस (Sepsis) जो कि एक तरह का इंफेक्शन है जो बैक्टीरिया के ब्लड फ्लो में प्रवेश करने के कारण हो सकता है। यदि बैक्टीरिया रेड ब्लड सेल्स को नुकसान पहुंचाते हैं, तो यह स्किन पेलनेस (Skin Paleness) का कारण बन सकता है। सेप्सिस एक मेडिकल इमरजेंसी है जिसमें आमतौर पर एक व्यक्ति को एंटीबायोटिक्स लेने और हॉस्पिटल में रहने की जरूरत होती है। साथ ही स्किन पेलनेस की वजह ये भी हो सकते हैं:
- सामान्य सर्दी या फ्लू जैसे संक्रमण
- बुखार
- संक्रमण से संबंधित सांस लेने की समस्याएं जो लो ब्लड ऑक्सीजन के लेवल का कारण बनती हैं
कैंसर (Cancer)
कुछ कैंसर त्वचा में पीलापन पैदा कर सकते हैं। जैसे फेफड़े का कैंसर किसी व्यक्ति की सांस लेने की क्षमता को सीमित कर सकता है और ऑक्सीजन की कमी को डेवलप कर सकता है। इसके अलावा, ल्यूकेमिया शरीर की रेड ब्लड सेल्स बनाने की क्षमता को प्रभावित करता है, जिससे पीलापन और ब्लड ऑक्सीजन लेवल कम हो जाता है।
कुछ जेनेटिक डिसऑर्डर (Genetic disorders)
कुछ रेयर जेनेटिक डिसऑर्डर रेड ब्लड सेल्स को प्रभावित करते हैं और क्रोनिक स्किन पेलनेस (Skin Paleness) का कारण बनते हैं। ऐसी ही एक स्थिति है ग्लूकोज-6-फॉस्फेट डीहाइड्रोजनेज की कमी (Glucose-6-phosphate dehydrogenase deficiency) है। यह डिसऑर्डर लगभग हमेशा पुरुषों में विकसित होता है, और यह लाल रक्त कोशिकाओं के समय से पहले ब्रेक डाउन का कारण बनता है, जिससे हेमोलिटिक एनीमिया (hemolytic anemia) होता है। इसमें पेशेंट पेल हो सकता है, उसकी आंखों के आसपास पेलनेस हो सकती है।
जब केवल पेलनेस ही दिखे तो आमतौर पर डॉक्टर के पास तुरंत जाने की आवश्यकता नहीं होती है, लेकिन यदि पेलनेस दूर नहीं हो रही है या स्थिति और खराब होती जा रही है, तो जल्द ही डॉक्टर से मिलें। यदि स्किन पेलनेस के साथ ये लक्षण दिखाई दें तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें:
- तेज बुखार
- नवजात या शिशु में बुखार
- इंफेक्शन के लक्षण, जैसे सूजी हुई लिम्फ नोड्स या सूजन वाली चोट
- पेट दर्द
- त्वचा या आंखों का पीला पड़ना
पेलनेस होने पर इमरजेंसी मेडिकल हेल्प लें यदि:
- सांस लेने में कठिनाई या सांस की तकलीफ हो
- नवजात शिशु या छोटे बच्चे में रेस्पिरेटरी इंफेक्शन
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डायग्नोसिस (Diagnosis)
पेलनेस के कारणों का पता लगाने के लिए, निम्नलिखित टेस्ट कराए जा सकते हैं:
- कंप्लीट ब्लड काउंट (सीबीसी): यह ब्लड टेस्ट यह पता लगाने में मदद करता है कि आपको एनीमिया या इंफेक्शन है या नहीं।
- रेटिकुलोसाइट काउंट (Reticulocyte count): इससे डॉक्टर को यह देखने में मदद मिलती है कि आपका बोन मैरो कितनी अच्छी तरह काम कर रहा है।
- स्टूल कल्चर: यह टेस्ट ब्लड के लिए स्टूल की जांच करता है, जो इंटरनल इंस्टेस्टाइन से ब्लीडिंग दिखा सकता है।
- थायराॅइड फंक्शन टेस्ट: इससे थायराॅइड हाॅर्मोन के लेवल की जांच होती है। एक अंडर फंक्शनिंग थायराॅइड एनीमिया का कारण बन सकता है।
- किडनी फंक्शन टेस्ट: क्योंकि किडनी फेलियर एनीमिया का कारण बन सकता है, आपका डॉक्टर यह जांचने के लिए एक क्रिएटिनिन ब्लड टेस्ट करा सकता है कि आपकी किडनी कितनी अच्छी तरह काम कर रही है।
- विटामिन की कमी की जांच: आपका डॉक्टर यह देखने के लिए सीरम आयरन, विटामिन बी -12, या फोलेट लेवल टेस्ट करा सकता है कि क्या पोषण की कमी से एनीमिया हो रहा है।
- पेट का एक्स-रे: इससे पेट के अंगों की जांच की जाएगी।
- पेट का अल्ट्रासाउंड: आपके शरीर में समस्याओं का पता लगाने के लिए यह टेस्ट किया जाता है।
- पेट का सीटी स्कैन: यह टेस्ट आपके एब्डॉमिन में ऑर्गन्स और ब्लड वेसल्स की जांच करता है।
- लिम्ब की आर्टेरिओग्राफी (Arteriography of the limb): इस एक्स-रे टेस्ट में डॉक्टर को यह देखने में मदद मिलेगी कि क्या कोई ब्लॉकेज है।
स्किन पेलनेस के लिए ट्रीटमेंट (Treatment for skin paleness)
ट्रीटमेंट स्किन पेलनेस के कारण पर निर्भर करता है। विकल्पों में शामिल हो सकते हैं:
- बैलेंस्ड डायट को फॉलो करना
- आयरन, विटामिन बी-12, या फोलेट की डोज लेना
- चल रही मेडिकल समस्याओं को मैनेज करने के लिए दवा या ट्रीटमेंट लेना
- सर्जरी, आमतौर पर केवल एक्यूट ब्लड लॉस के गंभीर मामलों में या आर्टेरिअल ब्लॉकेज (arterial blockage) के ट्रीटमेंट के लिए
किसी भी स्किन टोन वाला व्यक्ति स्किन पेलनेस (Skin Paleness) का शिकार हो सकता है खासकर जब उसके शरीर में बहुत कम हीमोग्लोबिन या ऑक्सीजन हो। स्किन पेलनेस कभी-कभी किसी गंभीर हेल्थ प्रॉब्लम का लक्षण हो सकती है। हालांकि, पेलनेस के लगभग सभी कारणों का पूरी तरह से इलाज किया जा सकता है, खासकर शीघ्र देखभाल के साथ। असामान्य पेलनेस के लिए डॉक्टर से मिलें, खासकर जब साथ में और भी लक्षण दिखाई दें।
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उम्मीद करते हैं कि आपको स्किन पेलनेस (Skin Paleness) से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।