इन कारणों के अलावा उभरी हुई त्वचा यानी एक्ने हॉर्मोनल बदलाव (Hormonal Changes), आनुवंशिकता (Genetic), खानपान (Eating Habits), दवाइयों का सेवन ज्यादा करना (Overdose of Medicines), कॉस्मेटिक (Cosmetics), धूल- प्रदूषण (Environmental Factors), गलत आदतें (Bad Lifestyle Habits) या धूप (Sun) में अत्यधिक रहने से शुरू हो सकती है। वैसे इन सबके अलावा तनाव के कारण मुंहासे की समस्या शुरू हो सकती है। यह नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (National Center for Biotechnology Information) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार महिलाओं में स्ट्रेस और एक्ने (Stress And Acne) की समस्या देखी जा सकती है यानी महिलाओं में तनाव के कारण मुंहासे की समस्या हो सकती है।
उभरी हुई त्वचा की समस्या में से एक एक्ने से कैसे बचें?
एक्ने की समस्या से बचने के लिए पौष्टिक करने-पीने की आदतों के साथ-साथ निम्नलिखित टिप्स अपनाएं। जैसे:
- चेहरे को क्लीन रखें।
- किसी भी कॉस्मेटिक के इस्तेमाल के बाद कॉस्मेटिक रिमूव करना ना भूलें।
- चेहरे पर एलोवेरा जेल (Aloe vera), आइस (Ice) या टी ट्री ऑयल (Tea Tree Oil) से मसाज करें।
और पढ़ें : एंटी एक्ने डायट में केले और खीरे के अलावा और भी हैं 11 खाने-पीने की चीजे शामिल
2. एलर्जिक रिएक्शन (Allergic reaction)
नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (National Center for Biotechnology Information) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार एलर्जिक रिएक्शन (Allergic reaction) का मुख्य कारण इम्यून सिस्टम (Immune system) के ठीक तरह से काम नहीं करने पर भी उभरी हुई त्वचा (Raised Skin Bumps) खासकर स्किन एलर्जिक रिएक्शन की समस्या हो सकती है। इसलिए अगर आपको रैश (Rash), ब्लिस्टर (Blisters), खुजली (Itching), जलन (Burning), रूखी त्वचा (Dry) और क्रैक्ड स्किन (Cracked skin) की समस्या होती है, तो डॉक्टर से कंसल्ट करें। त्वचा संबंधी इन परेशानियों को दूर करने के लिए घरेलू उपायों पर निर्भर ना रहें।
और पढ़ें : मुहांसे कम न कर दें आपके चेहरे की रौनक, इन तरीकों से पाएं एक्ने फ्री स्किन
3. ट्रॉमा या फ्रैक्शन (Trauma/friction)
त्वचा संबंधी परेशानी ट्रॉमा या फ्रैक्शन का मुख्य कारण हीट एवं केमिकल एक्सपोजर माना गया है। उभरी हुई त्वचा (Raised Skin Bumps) को आप आसानी से नोटिस भी कर सकते हैं। त्वचा संबंधी परेशानी खासकर ट्रॉमा या फ्रैक्शन (Trauma/friction) में दर्द जैसी कोई तकलीफ प्रायः नहीं होती है। ट्रॉमा या फ्रैक्शन (Trauma/friction) की समस्या उंगलियों या पैरों में भी हो सकती है। ट्रॉमा या फ्रैक्शन (Trauma/friction) की समस्या होने पर डॉक्टर से कंसल्ट करें और डॉक्टर आपको ट्रॉमा या फ्रैक्शन वाली जगह को क्लीन कर बैंडेज (Bandage) लगा देते हैं। अगर आप खुद से स्किन को बैंडेज से कवर कर रहें हैं, तो ऐसे में आप पहले त्वचा की उस जगह को क्लीन करें और फिर बैंडेज लगाएं।