ड्राय स्किन का निदान कैसे किया जाता है? (Diagnosis of Dry Skin)
रूखी त्वचा के निदान के लिए डॉक्टर पेशेंट की हेल्थ कंडिशन और मेडिकल हिस्ट्री को समझते हैं। इसके साथ ही पेशेंट की स्किन को देखते हैं और आवश्यकता पड़ने पर स्किन बायोप्सी (Skin Biopsy), एलर्जी टेस्ट (Allergy test) या ब्लड टेस्ट (Blood test) की सलाह देते हैं और फिर रूखी त्वचा का इलाज शुरू करते हैं।
रूखी त्वचा का इलाज कैसे किया जाता है? (Treatment for Dry Skin)
क्लीवलैंड क्लिनिक ऑफ यूनाइटेड स्टेट्स (Cleveland Clinic of United States) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार रूखी त्वचा का इलाज मॉश्चरइजर एवं दवाओं से किया जाता है। मॉश्चराइजिंग प्रॉडक्ट्स जैसे ऑइंटमेंट (Ointments), क्रीम (Creams), लोशन (Lotions) या ऑयल (Oils) के इस्तेमाल से स्किन को सॉफ्ट रखने में मदद मिलती ही। वहीं रूखी त्वचा की तकलीफ को दूर करने के लिए टॉपिकल स्टेरॉयड (Topical steroid) या अन्य दवाओं को प्रिस्क्राइब कर सकते हैं, जिससे खुजली, रैश, सूजन को कम किया जा सकता है। कुछ पेशेंट्स में अगर रूखी त्वचा की तकलीफ ज्यादा होने पर मेडिसिन इंजेक्ट भी किये जा सकते हैं।
नोट: आप अपनी मर्जी से किसी भी मेडिकेटड क्रीम या दवा का सेवन ना करें और डॉक्टर द्वारा प्रिस्क्राइब्ड डोज ही फॉलो करें।
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रूखी त्वचा से बचाव कैसे संभव है? (Tips to prevent Dry Skin)
अमेरिकन एकेडमी ऑफ डर्मेटोलॉजी एसोसिएशन (American Academy of Dermatology Association) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार रूखी त्वचा से बचाव के लिए निम्नलिखित घरेलू उपाय में शामिल किये जा सकते हैं। आप इनका इस्तेमाल अपने त्वचा पर कर सकते हैं, लेकिन अगर आपको इनमें से किसी भी ऑयल से एलर्जी है तो इनके इस्तेमाल से बचें।
- जोजोबा ऑयल (Jojoba oil)
- डाइमेथिकोन (Dimethicone)
- ग्लिसरीन (Glycerin)
- लैक्टिक एसिड (Lactic acid)
- लेनोलिन (Lanolin)
- मिनिरल ऑयल (Mineral oil)
- वेसिलीन (Petrolatum)
- शीया बटर (Shea butter)