कोई भी लड़की सुंदर दिखने में हो या साधारण, सबकी दिली ख्वाइश होती है कि सामने वाला जब उसे देखें, तो एक बार उसके रूप की तारीफ जरूर करें। इसी ख्वाइश को पूरा करने के लिए लड़कियां मेकअप करना बहुत पसंद करती हैं। बहुत कम लड़कियों को मेकअप करना पसंद नहीं होता है, इसके पीछे दो कारण हो सकते हैं, या तो उसे सही तरह से मेकअप करना नहीं आता है या मेकअप करने पर उसको एलर्जी आदि की समस्या होती है। कुछ लड़कियों को मेकअप करना सही तरह से आता है, तो कुछ को मेकअप करने का सही ऑर्डर नहीं पता होता है, यानि कौन से कॉस्मेटिक प्रोडक्ट का इस्तेमाल कब करना चाहिए इसकी जानकारी नहीं होती है। मेकअप सही नहीं होने पर लाजमी है चेहरा खूबसूरत दिखने के जगह पर भद्दा दिखेगा। अब दूसरी वजह है एलर्जी जैसे स्किन संबंधी समस्याओं से बचने के लिए सबसे पहले आपको अपने स्किन को पहचानना होगा। आपका स्किन रूखी, ऑयली, सेंसीटिव या मिक्स यह आपको सबसे पहले समझना होगा। उसी के हिसाब से आपको अपने मेकअप के प्रोडक्ट्स की खरीदारी करनी होगी। क्योंकि स्किन टाइप के विपरित मेकअप प्रोडक्ट्स होने से उससे त्वचा को नुकसान पहुंचता है या स्किन डिजीज का खतरा बढ़ सकता है। उदाहरण के तौर पर ड्राय स्किन के लिए कंसीलर कोई भी इस्तेमाल किया जा सकता है, यह मानना बिल्कुल गलत है। आज हैलो स्वास्थ्य आपके लिए लेकर आया मेकअप से जुड़ी अहम जानकारी। उसके बाद बात करते हैं कि रूखी त्वचा के लिए कंसीलर कौन-सा इस्तेमाल करना चाहिए और चेहरे के कौन-से हिस्से में कौन-सा कंसीलर लगाना चाहिए।
अच्छा, आप बताइए मेकअप के बेस में कौन-कौन-सी चीजें आती हैं? क्या कहा आपने, फाउंडेशन और फेस पाउडर! आपने सही कहा लेकिन इनके सिवा और भी कई अल-अलग तरह मेकअप प्रोडक्ट्स आते हैं, जिनमें शामिल है सीरम, प्राइमर और कंसीलर। उसके बाद आता है फाउंडेशन और कॉम्पैक्ट पाउडर। सबसे पहले सीरम आता है, चेहरे पर जिन-जिन जगहों पर ज्यादा ऑयल निकलता है या चिपचिपा जैसा महसूस होता है वहां सीरम लगाना चाहिए। इससे देर तक मेकअप त्वचा पर टिका रहता है। सीरम के 2-3 बूंद हथेली में लेकर चेहरे की ऑयली जगह पर डैब करके लगाएं और अच्छी तरह से उंगली की सहायता से मिला दें। उसके बाद बारी आती है प्राइमर की। यह मेकअप का बेस होता है, जिसको सबसे पहले लगाया जाता है, अगर आपके स्किन में पोर्स बहुत हैं, तो इसके मदद से उनको ढ़क सकते हैं। पोर्स वाले जगहों पर हल्की उंगली के दबाव से प्राइमर को समान तरह से फैला दें। प्राइमर चेहरे पर इस तरह से लगाएं ताकि वह स्किन में अच्छी तरह से समा जाए। प्राइमर के बाद कंसीलर अप्लाय करें। अगर आप इस बात को लेकर कंफ्यूज रहती हैं कि कंसीलर पहले लगाना चाहिए या फाउंडेशन, तो जवाब यह है कि कंसीलर पहले लगाना चाहिए। अगर आपके फेस पर बहुत ज्यादा एक्ने या पिंपल्स के दाग हैं, तो कंसीलर इनको छिपाने में सहायता करता है। आंखों के नीचे डार्क सर्कल्स और डॉर्क स्पॉट वाले जगह पर कंसीलर को लगाएं। ध्यान रखें कि परत मोटा नहीं होना चाहिए, इससे स्किन में इवेन टोन (चेहरे का रंग एक जैसा नहीं दिखेगा) नहीं आता है। इसके बाद फाउंडेशन लगाएं, लेकिन इसको अपने स्किन कलर के हिसाब से ही खरीदें। गलत फाउंडेशन का कलर आपके लुक को बिगाड़ सकता है। अब कॉम्पैक्ट पाउडर लगाना चाहिए। ब्रश की मदद से पाउडर को हल्के हाथ से ऑयल जहां ज्यादा निकलता है वहां पर डैब करके लगाएं।