अच्छी नींद लेना सेहत के लिए फायदेमंद होता है। डॉक्टर्स के अनुसार अच्छी सेहत के लिए नौ घंटे की नींद पर्याप्त होती है। अगर ये कहा जाए कि ज्यादा सोने के नुकसान भी होते हैं तो क्या आपको यकीन होगा। जी हां ! ये बात बिल्कुल सही है कि ज्यादा सोने से 23 परसेंट तक स्ट्रोक होने का खतरा बढ़ जाता है। ज्यादा सोने के नुकसान को लेकर एक स्टडी की गई, जिसमे ये बात निकलकर सामने आई। मेडिकल जर्नल ऑफ अमेरिकन एकेडमी ऑफ न्यूरोलॉजी की स्टडी में ये बात सामने आई है। जो लोग मिडडे नैप 90 मिनट से ज्यादा लेते हैं उनमें 25 परसेंट तक स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। ज्यादा सोने के नुकसान के बारे में अभी भी स्टडी चल रही है। स्टडी में ये बात भी सामने आई कि ज्यादा सोने के नुकसान के रूप में कोलेस्ट्रॉल के लेवल में गड़बड़ी भी पाई जा सकती है।
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स्टडी में सामने आया ज्यादा सोने के नुकसान
ज्यादा सोने के नुकसान को लेकर चाइना में स्टडी की गई। चाइना में 31,750 लोगों को शामिल किया गया। सभी की उम्र लगभग 62 साल थी। स्टडी की शुरुआत में किसी को भी किसी भी प्रकार के स्ट्रोक की समस्या नहीं थी। इन लोगों को करीब छह साल तक निगरानी में रखा गया। ज्यादा सोने के नुकसान के रूप में 1557 लोगों में स्ट्रोक की समस्या पाई गई। लोगों से उनकी स्लीपिंग और नैपिंग हैबिट के बारे में भी जानकारी ली गई।
जो लोग लॉन्ग स्लीपर और लॉन्ग नैपर थे, उनमे स्ट्रोक का 85 प्रतिशत तक अधिक खतरा था। ज्यादा सोने के नुकसान के साथ ही इस स्टडी में एक बात और निकलकर सामने आई। मध्यम नैपिंक और स्लीपिंग पीरियड की गुणवत्ता बनाए रखने से कम शारीरिक समस्याएं होती हैं। ज्यादा नींद बीमारी का कारण भी हो सकती है।
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जानें कितने घंटे की नींद लेना रहेगा सही
वैसे तो नवजात शिशु से लेकर वयस्क तक के लिए नींद के घंटे निर्धारित किए गए हैं। बच्चों और वयस्कों के लिए नींद का तय समय निर्धारित किया गया है। तय समय तक नींद लेने से शरीर स्वस्थ्य रहता है, वहीं ज्यादा सोने के नुकसान भी सामने आ सकते हैं।
- 0 – तीन साल के शिशु के लिए उपयुक्त नींद के घंटे : 15 -17 घंटे
- 4 – 11 महीने शिशु के लिए उपयुक्त नींद के घंटे : 12 – 15 घंटे
- 1 -2 साल के बच्चों के लिए उपयुक्त नींद के घंटे : 11 – 14 घंटे
- 3 – 5 साल के बच्चो के लिए उपयुक्त नींद के घंटे : 13 घंटे
- 6 – 13 साल के बच्चों के लिए उपयुक्त नींद के घंटे : 9-11 घंटे
- 14 -17 साल के बच्चों के लिए उपयुक्त नींद के घंटे : 7 – 9 घंटे
- 18 – 25 साल के एडल्ट के लिए उपयुक्त नींद के घंटे : 7 – 9 घंटे
- 26 – 64 साल के लोगों के लिए उपयुक्त नींद के घंटे : 7 – 9 घंटे
अगर पर्याप्त नींद ली जाए तो ज्यादा सोने के नुकसान से बचने में मदद मिलती है।
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ज्यादा सोने के नुकसान से बचना है तो याद रखें ये बातें
सोने का समय चुनें और किसी भी स्थिति में उसे न बदलें। सोने का सही तरीका होना जरूरी है। ऐसा समय चुनें जब आप हर काम खत्म कर चुके हों और आपके सोने में कोई रुकावट न आए। सो कर उठने का समय तय करना बहुत जरूरी होता है नहीं तो ये ओवरस्लीप का कारण बन जाता है। रोजाना उसका पालन करें। शुरू में आपको थोड़ी-बहुत दिक्कत होएगी, लेकिन कुछ समय बाद आपको उसी रूटीन की आदत हो जाएगी। जल्दी सो कर जल्दी उठने की सलाह ऐसे ही नहीं दी जाती, इसके सेहत से जुड़े कई फायदे हैं। एक आरामदायक स्नान आपको ज्यादा सोने के नुकसान से बचा सकता है। अध्ययन से पता चला है कि बाथ लेने से लोगों की नींद की गुणवत्ता में सुधार होता है। विशेष रूप से इससे अधिक उम्र के लोगों को सोने में मदद मिलती है। साथ ही ज्यादा सोने के नुकसान से भी बचा जा सकता है।
ये टिप्स अपनाएं, नहीं होंगे ज्यादा सोने के नुकसान
- स्लीप का शेड्यूल तय करें। न तो ज्यादा जल्दी नींद लें और न ही ज्यादा देर में।
- आइडियल स्लीप एंवायरमेंट रेडी करें। आपको जिस वातावरण में अच्छी नींद आती है, वैसा वातावरण रेडी करें। ऐसा करने से तय समय बाद अपने आप ही नींद खुल जाएगी। कुछ दिन नियम फॉलो करने से नींद तय समय पर ही खुलेगी।
- सभी डिवाइस को बंद करें ताकि आपकी नींद डिस्टर्ब न हो। नींद टूटने से भी ज्यादा नींद की समस्या हो सकती है।
- काम को एक साथ न करें। ऐसा करने से थकावट जल्दी होगी और नींद में भी कमी आ सकती है। इस कारण से देर तक नींद आती रहेगी।
- अगर नींद संबंधी समस्या है तो स्लीप डायरी मेंटेन करना सही रहेगा। इसमें नींद से जुड़ी सभी बातों को जरूर लिखें। इस बारे में डॉक्टर से भी डिस्कस किया जा सकता है।
- अच्छी नींद के लिए रात को जल्दी होना और सुबह जल्दी उठना जरूरी है। रात की नींद गहरी होती है और सबसे जरूरी भी। कई लोग रात को काफी देर तक जागते रहते हैं और फिर आधा दिन गुजर जाने पर जागते हैं। इससे वे जरूरत से ज्यादा सोते भी हैं और नींद भी पूरी नहीं होती। दिनभर थकान भी लगती है। इसलिए रात को जल्दी सोए। इससे आप ज्यादा सोने के नुकसान से भी बच जाएंगे।
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ओवरलेपिंग यानी ज्यादा सोने के नुकसान जान लें
- चिंता होना
- कम ऊर्जा महसूस करना
- याद्दाश्त की समस्या होना
- आंखों में जलन और अहजता महसूस होना
- सिर भारी होना या सिर में दर्द का एहसास होना
ज्यादा सोने के नुकसान
ज्यादा सोने के नुकसान के रूप में कुछ बीमारियां शामिल की गई हैं। जब किसी वजह से इंसान ज्यादा सोता है तो निम्मलिखित समस्याएं होने की संभावना हो सकती है।
- सिरदर्द
- मोटापा
- डायबिटीज
- पीठ दर्द
- डिप्रेशन
- हार्ट प्रॉब्लम
- मौत का खतरा
- थायरॉइड की समस्या
- स्लीप एप्निया
- नार्कोलेप्सी
- मेडिकेशन
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ड्राइविंग के दौरान ज्यादा सोने के नुकसान
ड्राइविंग के दौरान ज्यादा सोने के नुकसान देखने को मिल सकते हैं। ड्राइवर अगर अचानक से गाड़ी चलाते वक्त सो जाता है तो बड़ी दुर्घटना हो सकती है। ऐसा होने पर जान भी जा सकती है। ज्यादा सोने की आदत किसी के लिए भी सही नहीं है। अच्छी क्वालिटी की नींद ओवरऑल हेल्थ के लिए उतनी ही आवश्यक है जितना जरूरी व्यायाम करना और संतुलित आहार लेना है। फिर भी, कई लोगों को सोते समय परेशानी होती है, नींद में बार-बार जागते हैं। इस कारण से देर तक सोने की समय भी हो सकती है। ऐसे में डॉक्टर से चेकअप जरूर कराएं। हो सकता हो कि किसी समस्या के कारण आपको नींद देर तक आ रही हो।
अगर नींद ज्यादा आने की समस्या है तो इस बारे में डॉक्टर से संपर्क कर बॉडी का चेकअप कराएं। ज्यादा सोने के नुकसान से बचने के लिए तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना सही रहेगा।
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