डिप्रेशन इतनी तेजी से बढ़ रहा है कि इसे आने वाले समय की दूसरी सबसे बड़ी बीमारी माना जा रहा है। विश्वभर में करीब 300 मिलियन लोग डिप्रेशन के शिकार हैं। एंड्रयू सोलोमन अपनी एक किताब में लिखते हैं कि अच्छी बात यह है कि हमारे पास ऐसे सिस्टम थेरिपी और दवाएं हैं जिनके सहारे हम डिप्रेशन को हरा सकते हैं। एंटी डिप्रेशन दवाओं के अलावा आज कई ऐसी थेरिपी हैं जो इलाज को आसान बनाती हैं। चिकित्सकों का मानना है कि डिप्रेशन से उपाय से बचाव मुश्किल है लेकिन, डिप्रेशन के उपया से इसके लक्षणों को कम किया जा सकता है। माइल्ड डिप्रेशन हो तो आप खुद ही डिप्रेशन के उपाय आजमा सकते हैं।
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डिप्रेशन के उपाय से पहले समझें क्या है डिप्रेशन?
डिप्रेशन, एक ऐसी स्वास्थ्य स्थिति जिसे मेजर डिप्रेसिव डिसॉर्डर और क्लिनिकल डिप्रेशन के तौर पर भी जाना जाता है। आम भाषा में इसे एक मूड डिसॉर्डर कहा जाता है। डिप्रेशन के कारण व्यक्ति लगातार उदास रहने लगता है। वो दुनियां, परिवार और दोस्तों से खुद को धीरे-धीरे अलग करने लगता है और उसका बाकी चीजों से दिल हटने लगता है। डिप्रेशन के कारण कई बार व्यक्ति के मन में सुसाइड करने तक के भी ख्याल आने लगते हैं। डिप्रेशन की समस्या एक कॉमन कंडिशन बन चुकी है। रिसर्च के मुताबिक, तकरीबन 80 फीसदी लोग अपने पूरे जीवन काम में कभी न कभी डिप्रेशन का शिकार होते हैं। कुछ मामलों में डिप्रेशन की समस्या उपचार और थेरेपी के बाद ठीक हो जाती है, हालांक कुछ मामलों में यह जीवन काल तक के लिए बनी रह सकती है। इसके अलावा यह पुरुषों की तुलना में महिलाओं में ज्यादा सामान्य पाया जाता है। इसके बारे में अधिक जानकारी के लिए कृपया अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
डिप्रेशन के लक्षण क्या है?
डिप्रेशन के लक्षण हर व्यक्ति के उम्र, स्वास्थ्य स्थिति और सामाजिक परिवेश के मुताबिक अलग-अलग तरह के हो सकते हैं। हालांकि, डिप्रेशन के लक्षणों में कुछ सामान्य स्थितियों से आप इसके लक्षणों का पता कर सकते हैं, जिनमें शामिल हैः
- किसी भी काम में ध्यान न लगना
- हमेशा उदास रहना
- खुद के लिए हमेशा अकेलापन महसूस करना
- ऐसा महसूस होना कि भविष्य अच्छा नहीं है
- बैचेनी महसूस करना
- मन में बार-बार सुसाइड के विचार आना।
ऊपर दिए गए कुछ लक्षण हो सकते हैं। अगर आप किसी लक्षण से परेशान हैं, तो आप अपने डॉक्टर का संपर्क करें।
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खुद ही करें डिप्रेशन के उपाय
हैलो स्वास्थ्य से बात करते हुए उदयपुर स्थित क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट शिखा शर्मा ने बताया कि यदि आप माइल्ड डिप्रेशन से जूझ रहे हैं तो आप खुद ही इससे छुटकारा पा सकते हैं और डिप्रेशन के उपाय कर सकते हैं।
विवाद हो सकता है डिप्रेशन का कारण
यह समझने की कोशिश करें कि क्या किसी खास वजह से आप परेशान हैं। प्रोफेशनल या पर्सनल लाइफ में किसी के साथ आपका तनाव आपके मानसिक तनाव को तो प्रभावित नहीं कर रहा? चूंकि अनसुलझे रिश्ते कई बार क्रोनिक साइकोलॉजिकल स्ट्रेस का कारण बन सकते हैं।
एक ही कारण तो नहीं बन रहा बार-बार उदास होने की वजह?
डिप्रेशन के उपाय कि एक कुंजी है कि आप अपनी उदासी का कारण पता लगाएं। कहीं ऐसा तो नहीं कि कोई एक खास कारण ही आपको बार-बार प्रभावित कर रहा है? जिंदगी में जब एक ही तरह का बुरा अनुभव मिलता है तब भी मानसिक तनाव हो सकता है। उदाहरण के तौर पर कई लोग कहते रहते हैं कि वह किसी पर भी भरोसा नहीं कर सकते या कोई भी उन्हें नहीं समझता। हमें पता भी नहीं चलता और हम लगातार एक जैसी बातें बार-बार होने के कारण या महसूस करने के कारण चिंता में आ जाते हैं। यह चिंता आगे चलकर हमारे डिप्रेशन का कारण बन सकती है।
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बंद घेरे में न बंधे रहें, करें डिप्रेशन के उपाय
आप मानसिक तनाव झेल रहे होते हैं तो आपसे जुड़े लोग भी कहीं न कहीं उसी दौर से गुजरने लगते हैं। आपका मन कहीं नहीं लगता चाहे वह खेल हो घूमना-फिरना हो या कोई भी काम हो तो आप अपने साथ के लोगों को भी कहीं न कहीं इसी तरह का बना देते हैं। इसलिए खुद से प्यार करना सीखें। पार्टी करें, घूमने जाएं या शॉपिंग करें और मनपसंद का खाएं—पीएं।
तनाव से बचना है तो खुद पर करें भरोसा
खुद से प्यार करना और खुद पर भरोसा करना सबसे जरूरी है, जोकि डिप्रेशन के उपाय में से एक है। यदि आपको खुदसे ही प्यार नहीं होगा और आप खुद अपने पर भरोसा नहीं करेंगे तो कोई भी दूसरा व्यक्ति आप पर कैसे भरोसा करेगा? इसलिए खुद को दूसरों से कम आंकना बंद करें। डिप्रेशन के उपाय का महत्वपूर्ण बिंद है कि खुद को काबिल समझें और लगातार बेहतर बनने की कोशिश करें। सुसाइड या अपने आप को नुकसान पहुंचाने वाले विचार दिमाग में न लाएं।
सोशल एक्टिविटी से जुड़ें और तनाव कम करें
जब आप अवसाद में होते हैं तो हर किसी से हर तरह की दूरी बनाना पसंद करते हैं। सोशल एक्टिविटी आपकी डिप्रेशन से निकलने में मदद कर सकती है। अकेले-अकेले रहकर आप और भी गंभीर मानसिक विकारों से ग्रसित हो सकते हैं। इसलिए कोशिश करें कि लोगों के बीच में रहें और अपने दिमाग को व्यस्त रखें।
डिप्रेशन के उपाय और रोकथाम के लिए सपोर्ट ग्रूप फॉर डिप्रेशन से जुड़ें
यदि आप दुखी हैं और अपने से भी ज्यादा दुखी इंसान को देखते हैं तो आपका दुख कम हो जाता है। कोशिश करें कि डिप्रेशन सपोर्ट ग्रूप से जुड़ें और अन्य लोगों की मदद करें। एक—दूसरे का दुख बांटने से भी कम होता है यह डिप्रेशन के उपाय का एक सिद्धांत है।
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धूप बदल सकती है डिप्रेशन मूड
धूप सेरोटोनिन का स्तर बढ़ाती हैं, इस कारण आपका मूड अच्छा होता है। इसलिए जब भी समय मिले धूप में समय बिताएं। कम से कम 15 मिनट धूप में रहें। धूप भी डिप्रेशन के उपाय में मददगार हो सकती है।
सेल्फ हेल्प दैट वर्कस रिसोर्सेस टू इंप्रूव इमोश्नल हेल्थ एंड स्ट्रेंथन रिलेश्नशिपस के आॅथर और साइकोलॉजिस्ट जॉन सी नोरक्रोस का मानना है कि किसी भी मदद को नहीं लेने से अच्छा है कि व्यक्ति खुद अपनी मदद करे। जॉन कहते हैं कई केस ऐसे होते हैं जिनमें देखा गया है कि डिप्रेश मरीज डॉक्टर से मिलने के बजाए अपने आप मानसिक विकार का उपाय ढूंढ़े तो ज्यादा बेहतर रिजल्ट मिलता है। बस ऐसा करने से पहले रोगी को अच्छी तरह तैयारी कर लेनी चाहिए।
हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की मेडिकल सलाह नहीं दे रहा है। अगर आपको किसी भी तरह की समस्या हो तो आप अपने डॉक्टर से जरूर पूछ लें।