इस बारे में शहानी हॉस्पिटल की डायरेक्टर की डाॅक्टर संतोष शहानी का कहना है कि कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स से हृदय रोग का खतरा बढ़ सकता है। बहुत से लोगों को इसके बारे में पता नहीं होता है। कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स और हार्ट डिजीज में संबंध है। बर्थ कंट्रोल पिल्स लेने से आपके शरीर के अंदर ऑव्यूलेशन रूक जाता है। जब ऑव्यूलेशन ही नहीं होगा, तो एग्स का भी उत्पादन भी रूक जाएगा। इसका आश्य है कि एग्स बनेंगे ही नहीं, तो स्पर्म से मिलकर फर्टिलाइज होने का खतरा भी रहता है। लेकिन हम आपको बता दें कि ये बर्थ कंट्रोल पिल्स सेफ प्रेग्नेंसी के लिए प्रभावकारी होता है, लेकिन यह शरीर के कई हिस्सों को भी प्रभावित कर सकता है।
गर्भनिरोधक गोलियों (Contraceptive pills) का सेवन
गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन प्रेग्नेंसी रोकने या अनचाहे गर्भ से छुटकारा पाने के लिए किया जाता है। ओरल कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स में एस्ट्रोजन व प्रोजेस्टेरोन की निश्चित मात्रा होती है। मेडिसिन्स को लेने से महिलाओं के शरीर में हॉर्मोनल बदलाव होते हैं, जो प्रेग्नेंसी को रोकने का काम करते हैं। सेक्स के दौरान सावधानी न बरतने पर इमरजेंसी पिल्स का इस्तेमाल भी किया जाता है, जो अनचाहे गर्भ से छुटकारा दिलाने का काम करती हैं। गर्भनिरोधक गोलियों का इस्तेमाल दिन में एक बार और एक महीने में 21 दिन किया जाता है। अधिक जानकारी के लिए आप डॉक्टर से सलाह ले सकते हैं। कॉन्ट्रासेप्शन का यह आसान तरीका है।
कॉन्ट्रासेप्टिव पैच (Contraceptive patch)
गर्भनिरोधक पैच को शरीर के कुछ हिस्सों में लगाने से अनचाही प्रेग्नेंसी को रोकने में मदद मिलती है। महिलाएं ये पैच पेट, पीठ, हाथ और कमर पर लगा सकती हैं। पैच में हॉर्मोन (एस्ट्रोजन और प्रोजेस्ट्रोजेन) होते हैं, जो एग को रिलीज होने से रोकने का काम करते हैं। आपको पैच का इस्तेमाल कैसे करना है और किन बातों की सावधानी रखने की आवश्यकता पड़ेगी, इस बारे में डॉक्टर से जानकारी जरूर लें। कॉन्ट्रासेप्टिव पैच को अगर सही से इस्तेमाल किया जाए, तो ये प्रेग्नेंसी को रोकने में 99% इफेक्टिव होते हैं। आप स्वीमिंग या नहाते समय भी इन्हें लगा रहने दे सकते हैं। एक पैच एक हफ्ते तक काम करता है। कॉन्ट्रासेप्शन का ये तरीका भी अपना सकती हैं।
कॉन्ट्रासेप्टिव इंजेक्शन (Contraceptive injection)
कॉन्ट्रासेप्टिव इंजेक्शन लगवाने से अनचाही प्रेग्नेंसी को रोकने में मदद मिलती है। इसे प्रोजेस्टोजेन और एस्ट्रोजन हार्मोन के साथ लगाया जाता है। आपको कॉन्ट्रासेप्टिव इंजेक्शन महीने में एक बार या फिर तीन महीने में एक बार लगवाना पड़ सकता है। इसका इफेक्ट आठ से 13 हफ्ते तक रहता है। गर्भनिरोधक इंजेक्शन को कैसे लगवाना है, इस बारे में डॉक्टर से जरूर पूछें।
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गर्भनिरोधक इंप्लांट (Contraceptive implant)
गर्भनिरोधक इंप्लांट स्मॉल फ्लैक्सिबल प्लास्टिक रॉड होती है, जिसे डॉक्टर या नर्स अंडर ऑर्म में फिट करते हैं। ये रॉड प्रोजेस्ट्रॉन रिलीज करता है, जो सीधे ब्लड में मिलता है। ये इंप्लांट आपको अनचाही प्रेग्नेंसी से करीब तीन साल तक बचा कर रखता है। ये 99% तक प्रभावी होता है और उन महिलाओं के लिए अच्छा है, जो दवाओं का सेवन करना भूल जाती हैं। जरूरत न पड़ने पर इसे कभी भी हटवाया जा सकता है। ये आपको सेक्शुअल ट्रांसमिटेड डिजीज से नहीं बचाता है। ये मिसकैरिज या एबॉर्शन के बाद भी लगवाया जा सकता है।
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