पुरुष गर्भनिरोधक इंजेक्शन(Male Contraceptive Injection) कैसे काम करता है?
डॉ. आर.एस शर्मा के अनुसार, यह रिवर्सिबल इनबिशन ऑफ स्पर्म अंडर गाइडेंस (RISUG) है, जो एक तरह का गर्भनिरोधक इंजेक्शन ही है। इसके बाजार में आ जाने से पुरुषों को अब गर्भनिरोध के लिए सर्जरी की जरूरत नहीं पड़ेगी। उन्होंने बताया कि पुरुष गर्भनिरोधक इंजेक्शन में यूज होने वाला ड्रग्स एक तरह का सिंथेटिक पॉलिमर है। ऑपरेशन में जिन 2 नसों को काटकर डॉक्टर इलाज करते हैं, उन्हीं दोनों नसों में इस प्रक्रिया यानी पुरुष गर्भनिरोधक इंजेक्शन के तहत सिंथेटिक पॉलिमर दिया जाता है, जिसमें स्पर्म घूमते हैं। यही वजह है कि इस प्रक्रिया के तहत दोनों नसों में एक-एक इंजेक्शन लगाया जाता है। इंजेक्शन लगाने के बाद निगेटिव चार्ज होने लगता है और स्पर्म टूट जाता है, जिससे फर्टिलाइजेशन यानी गर्भ नहीं ठहरता। इनके अनुसार चूहे, खरगोश और अन्य जानवरों पर ट्रायल लेने के बाद इंसानों पर इसका क्लिनिकल ट्रायल किया गया। ट्रायल में पुरुष गर्भनिरोधक इंजेक्शन 99.2 प्रतिशत तक अनचाही प्रेग्नेंसी रोक पाने में सफल रहा।
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लग सकते हैं 6-7 महीने
क्योंकि ICMR की तरफ से पुरुष गर्भनिरोधक इंजेक्शन को मंजूरी के लिए डीजीसीआई के पास भेजा जा चुका है। ऐसे में रिवर्सिबल इनबिशन ऑफ स्पर्म अंडर गाइडेंस (RISUG) और बाजार के बीच में डीजीसीआई सबसे बड़ी बाधा है। डीजीसीआई के अनुसार इस इंजेक्शन को मंजूरी में 6-7 महीने का समय लग सकता है। क्योंकि इस तरह का इंजेक्शन पहली बार सामने आएगा, ऐसे में हम सभी पहलुओं को देख रहे हैं।
पुरुष नसबंदी क्या है? (What is Male Sterilisation?)
वैसेकटॉमी यानी पुरुष नसबंदी (Male Sterilisation) का अर्थ है परिवार नियोजन विधि। जब पुरुष को जब बच्चे ना चाहिए हों तो वह नसंबदी करवाते हैं। इसमें सर्जरी के माध्यम से उस नली (tube) को बंद कर दिया जाता है जिससे स्पर्म या शुक्राणु बाहर आते हैं। पुरुष नसबंदी के बाद ऐसे पुरुष की महिला पार्टनर के प्रेग्नेंट होने के चांस कम हो जाते हैं। पुरुष नसबंदी पुरुष गर्भनिरोधक का एक सर्जिकल माध्यम है।
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पुरुष नसबंदी के साइड इफेक्ट्स क्या हैं ? (What are the side effects of Male Sterilisation?)
- अंडकोष की थैली पर ब्लीडिंग या खून का थक्का जमना (Bleeding or blood clotting on the scrotum)
- सीमन में ब्लड आना (Blood in the semen)
- अंडकोश की थैली पर घाव हो जाना (Scrotum lesion)
- सर्जरी किए गए स्थान पर संक्रमण होना (Infection at the site of surgery)
- हल्का दर्द या आराम महसूस न होना (Mild pain or lack of comfort)
- सूजन होना (Swelling)