कारण
हड्डी तब टूटती है जब हड्डी में अधिक फाॅर्स लगाई जाती है। फोरआर्म में फ्रैक्चर के निम्नलिखित कारण हो सकते हैं:
गिरना : कोहनी या हाथ के भार गिरना फोरआर्म फ्रैक्चर का मुख्य कारण है।
ट्रॉमा: अगर आपके फोरआर्म पर कोई चीज़ जोर से लगे या किसी चीज़ से आपकी फोरआर्म पर लगे तो यह फोरआर्म की एक या दोनों हड्डियों के टूटने का कारण बन सकता है। जैसे गाडी या मोटरसाइकिल से लगी चोट या एक्सीडेंट होना।
खेल: खेलते हुए भी फोरआर्म का टूटना संभव है। हालांकि, इस दौरान लगने वाली चोट कम गंभीर से लेकर अधिक गंभीर तक हो सकती है।
जोखिम
- बच्चों का छोटी उम्र में विकास होता है। यही नहीं, इस दौरान बच्चों की हड्डियां भी कमजोर होती है। ऐसे में अगर बच्चों की कोहनी में फ्रैक्चर होता है तो उनके विकास में इसका प्रभाव पड़ सकता है।
- बुजुर्गों की हड्डियां भी कमजोर होती है। ऐसे में अगर उनकी फोरआर्म में फ्रैक्चर आ जाए तो उस के ठीक होने में अधिक समय लगा सकता है।
[mc4wp_form id=’183492″]
फ्रैक्चर के उपचार के बाद जोखिम
- मोशन का कम होना: फोरआर्म में फ्रैक्चर के उपचार के बाद बाजू का मोशन कम हो जाता है।
- इन्फेक्शन : सर्जरी के बाद इन्फेक्शन हो सकता है। अगर फोरआर्म में फ्रैक्चर के बाद संक्रमण होता है, तो संक्रमण को ठीक करने के लिए धातु की प्लेट और स्क्रूस को हटाने की आवश्यकता हो सकती है।
- दर्दनाक हार्डवेयर: सर्जरी के दौरान उपयोग की जाने वाली धातु त्वचा के नीचे महसूस की जा सकती है, और वे दर्दनाक हो सकते हैं। यदि वे असुविधा का कारण बनते हैं तो उन्हें हटाया जा सकता है, आमतौर पर सर्जरी के कम से कम एक वर्ष के बाद।
- इससे कम्पार्टमेंट सिंड्रोम होने का जोखिम रहता है।
- रेडियल नर्व का डैमेज होना और वैस्कुलर इंजरी और ब्लीडिंग का खतरा भी बढ़ सकता है।