backup og meta

Chronic sinusitis : क्रोनिक साइनोसाइटिस क्या है?

के द्वारा एक्स्पर्टली रिव्यूड डॉ. पूजा दाफळ · Hello Swasthya


Anu sharma द्वारा लिखित · अपडेटेड 22/05/2020

Chronic sinusitis : क्रोनिक साइनोसाइटिस क्या है?

क्रोनिक साइनोसाइटिस क्या है?

क्रोनिक साइनोसाइटिस (Chronic sinusitis) रोग तब होता है, जब नाक और सिर (साइनस) के अंदर की जगह उपचार के बावजूद तीन महीने या उससे अधिक समय तक सूजन और जलन होती रहती है। संक्षेप में कहा जाए तो क्रोनिक साइनोसाइटिस लंबे समय तक होने वाला साइनस इंफेक्शन है। साइनस सिर में चार पेअर कैविटीज़ (स्पेसेस) हैं। यह स्पेसेस तंग चैनल्स के माध्यम से जुड़े रहते हैं। साइनस पतले बलगम बनाते हैं जो नाक के इन चैनलों से बाहर निकलती है। यह जल निकासी एक फिल्ट्रेशन सिस्टम के रूप में काम करती है, जो नाक को साफ और जीवाणुओं से मुक्त रखती है।

साइनस तब संक्रमित हो सकते हैं जब वो पूरे भर जाते हैं और ब्लॉक हो जाते हैं इसे ही साइनसाइटिस कहा जाता है। साइनसाइटिस दो प्रकार के होते हैं: तीव्र और पुराने । तीव्र या एक्यूट साइनोसाइटिस कम उपचार के द्वारा कुछ दिनों में ठीक हो जाता है। क्रोनिक साइनोसाइटिस लंबे समय तक (आमतौर पर 12 सप्ताह से अधिक) रह सकता है। क्रोनिक साइनोसाइटिस के गंभीर मामलों में कई बार सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है।

यह भी पढ़ें:अब सिर्फ डॉक्टर ही नहीं नर्स भी दे सकती हैं दवाई! प्रस्ताव पर मांगी गई लोगों की राय

क्रोनिक साइनोसाइटिस के क्या कारण है?

क्रोनिक साइनोसाइटिस (Chronic sinusitis) कई कारणों से हो सकता है, जिनमें शामिल है:

क्रोनिक साइनोसाइटिस के लक्षण

क्रोनिक साइनोसाइटिस के सामान्य लक्षण इस प्रकार हैं:

  • नाक में सूजन
  • गंध और स्वाद की भावना कम हो जाती है
  • नाक में रुकावट या जमाव, जिससे नाक से सांस लेने में कठिनाई होती है
  • कोमलता या चेहरे पर दबाव (खासतौर पर नाक, आंख और माथे पर)
  • नाक का टपकना (गले के नीचे बलगम टपकना)
  • नाक बहना (नाक से पीले या हरे रंग का डिस्चार्ज)
  • नाक का भरना
  • दांत का दर्द
  • सिरदर्द
  • खांसी
  • थकावट
  • कान में दर्द

क्रोनिक और एक्यूट साइनोसाइटिस के लक्षण और संकेत एक समान हो सकते हैं, लेकिन एक्यूट साइनोसाइटिस साइनस का एक अस्थायी इन्फेक्शन है। क्रोनिक यानी गंभीर साइनोसाइटिस के लक्षण बारह सप्ताह तक देखने को मिल सकते हैं।

यह भी पढ़ें : Sick Sinus Syndrome : सिक साइनस सिंड्रोम क्या है?

कब डॉक्टर से सम्पर्क करें?

  • अगर आपको बार-बार साइनसाइटिस हो और ट्रीटमेंट का कोई प्रभाव न पड़ रहा हो
  • अगर आपको दस दिन से अधिक साइनसाइटिस के लक्षण नजर आ रहे हों
  • डॉक्टर की सलाह का पूरा पालन करने के बाद भी लक्षणों में सुधार न हो रहा हो

इन स्थितियों में तुरंत डॉक्टर से मिले

  • बुखार
  • आंखों के आस-पास सूजन या लालिमा
  • गंभीर सिरदर्द
  • बेचैनी
  • आंखों की रोशनी में परिवर्तन
  • गर्दन में अकड़न

अन्य स्थितियां

  • नेसल पोलिप्स की स्थिति में -टिश्यू का विकास नेसल पैसेज या सिनसेस को ब्लॉक कर सकता है

    विपथित नासिका झिल्ली की स्थिति में – मुड़ी हुयी सेप्टम- नाक की दीवारों के बीच- साइनस पैसेज को ब्लॉक कर सकते हैं, जिससे साइनोसाइटिस के लक्षण बदतर हो सकते है

    अन्य मेडिकल स्थितियां- सिस्टिक फाइब्रोसिस, एचआईवी और अन्य प्रतिरक्षा प्रणाली से संबंधित रोगों की जटिलताओं से नाक की रुकावट हो सकती है।

  • श्वसन तंत्र में संक्रमण– आपके श्वसन पथ में संक्रमण – सामान्य जुकाम – आपके साइनस मेमब्रेन्स को  गाढ़ा कर सकता है और बलगम की निकासी को अवरुद्ध कर सकता है। ये संक्रमण वायरल, बैक्टीरियल या फंगल हो सकते हैं।
  • एलर्जी: जैसे हे फीवर। एलर्जी के साथ होने वाली सूजन आपके साइनस को रोक सकती है।

यह भी पढ़ें: World Pneumonia Day : निमोनिया से 2030 तक 11 मिलियन बच्चों की मौत की आशंका

जोखिम

क्रोनिक साइनोसाइटिस होने का खतरा बढ़ सकता है, अगर आप निम्नलिखित समस्याओं से गुजर रहे हों:

  • डेविएटेड सेप्टम
  • नेसल पोलिप्स
  • दमा
  • एस्पिरिन सेंस्टिविटी 
  • दांत संक्रमण
  • इम्युनिटी विकार जैसे एचआईवी / एड्स या सिस्टिक फाइब्रोसिस
  • हे फीवर या अन्य एलर्जी
  • सिगरेट के धुएं जैसे प्रदूषकों के नियमित संपर्क में आना

यह भी पढ़ें : होटल में आपके साथ हो सकते हैं अनचाहे मेहमान, साथ लाते हैं एलर्जी

जटिलताएं

गंभीर क्रोनिक साइनोसाइटिस रोग में जटिलताएं असामान्य नहीं हैं, लेकिन निम्नलिखित जटिलताएं हो सकती हैं:

  • दृष्टि में समस्या: अगर आपको साइनस इन्फेक्शन है तो यह आपके आंखों के सॉकेट (गर्तिका) में फैल जाता है और यह कम दृष्टि या अंधेपन का कारण बन सकता है जो स्थायी हो सकता है।
  • इंफेक्शन : साइनसिसिस दिमाग और मेरुदण्ड (मेनिन्जाइटिस), हड्डियों में संक्रमण या गंभीर त्वचा संक्रमण के कारण झिल्ली और तरल पदार्थ की सूजन का कारण बन सकता है।

निदान

क्रोनिक साइनोसाइटिस के निदान के तरीके इस प्रकार हैं:

इमेजिंग टेस्टस:इन चित्रों के लिए CT या MRI का प्रयोग कर सकते हैं ताकि आपके साइनस और नसेल एरिया के बारे में पूरा पता चल सके। ये उस सूजन या अन्य समस्या के बारे में बता सकते हैं जो एंडोस्कोप का उपयोग करके पता लगाना मुश्किल है।

साइनस के अंदर देखना :एक पतली, लचीली ट्यूब जिसमे फाइबर-ऑप्टिक लाइट को नाक के माध्यम से आपके शरीर में डाला जाएगा ताकि आपके साइनस के अंदर देखा जा सके।

एलर्जी टेस्ट: अगर डॉक्टर को ऐसा लग रहा है कि एलर्जी से आपके क्रोनिक साइनोसाइटिस पर प्रभाव पड़ रहा है तो वो आपको एलर्जी स्किन टेस्ट की सलाह दी जा सकती है। स्किन टेस्ट सुरक्षित है और यह जल्दी और प्रभावी है।

नाक और साइनस डिस्चार्ज (कल्चर) का सैंपल: क्रोनिक साइनोसाइटिस के निदान के लिए आमतौर पर कल्चर की आवश्यकता नहीं हैं। हालांकि, जब स्थिति बिगड़ रही हो या उपचार का कोई प्रभाव नहीं हो रहा हो, तो आपके डॉक्टर नाक के अंदर के म्यूकस का सैंपल लेंगे ताकि बैक्टीरिया या फुनगी के कारण को जानने में मदद मिल सके।

यह भी पढ़ें: मेडिकल स्टोर से दवा खरीदने से पहले जान लें जुकाम और फ्लू में अंतर

उपचार

क्रोनिक साइनोसाइटिस के उपचार में यह तरीके शामिल हैं:

नाक के कोर्टिकोस्टेरोइड

ये नाक के स्प्रे सूजन को रोकने और इलाज में मदद करते हैं। इसका उदहारण हैं फ्लाटिकैसोन, ट्राईमिसिनोलोन, बाइडसोनाइड, मेमैटासोन और डेस्लोमीथासोन।

सेलाइन नेसल इरीगेशन

नेसल स्प्रे या सलूशन को नाक में डालने से ड्रेनेज कम होता है और यह जलन और एलर्जी को दूर करता है।

ओरल या इंजेक्टेड कर्टिकोस्टेरॉइड्स

इन दवाओं का उपयोग गंभीर साइनसाइटिस से सूजन को राहत देने के लिए किया जाता है। खासकर यदि आपको नेसल पोलुपस हैं। लंबे समय तक इस्तेमाल किए जाने पर ओरल कॉर्टिकॉस्टिरॉइड्स गंभीर दुष्प्रभाव पैदा कर सकते हैं, इसलिए उनका उपयोग केवल गंभीर लक्षणों के इलाज के लिए किया जाता है।

एस्पिरिन डेसेंसिटिजशन उपचार

अगर आप को एस्पिरिन से रिएक्शन हैं तो इसका प्रयोग न करें क्योंकि यह साइनसाइटिस का एक कारण है।

एंटीबायोटिक्स

अगर आपको बैक्टीरियल इन्फेशन है तो एंटीबायोटिक्स कभी-कभी साइनसाइटिस के लिए आवश्यक होते हैं । अंतर्निहित संक्रमण की स्थिति में डॉक्टर आपको अन्य दवाओं के साथ एंटीबायोटिक की सलाह दे सकते हैं।

इम्यूनोथेरेपी

यदि एलर्जी आपके साइनसाइटिस को बढ़ा रही है, तो एलर्जी शॉट्स (इम्यूनोथेरेपी) का प्रयोग इस हालत में सुधार कर सकते हैं।

एंडोस्कोपिक साइनस सर्जरी

उपचार या दवा के प्रतिरोधी मामलों में, एंडोस्कोपिक साइनस सर्जरी एक विकल्प हो सकता है।

घरेलू उपचार

क्रोनिक साइनोसाइटिस से राहत पाने के लिए आप निम्नलिखित घरेलू उपायों को अपना सकते हैं:

  • बैक्टीरिया और कवक के विकास को रोकने के लिए बार-बार हाथ धोएं।
  • एयर कंडीशनर पर HEPA एयर फिल्टर का उपयोग करें और रात में खिड़कियां बंद रखें।
  • ड्राइविंग करते हुए खिड़कियों को बंद रखें और एयर कंडीशनिंग चालू रखें।
  • अधिक वायु प्रदूषण के समय बाहर जाने से बचें।
  • एलर्जी के मौसम में लॉन की घास काटने या लीफ ब्लोअर का उपयोग करने से बचें।
  • जब भी संभव हो एलर्जी से बचें।
  • डॉक्टर की सलाह के अनुसार मौसमी एलर्जी का इलाज करें।
  • कई बार अपने नाक को साफ करें ताकि नाक में कुछ न जमे।
  • साइनस में रुकावट और बलगम को ढीला करने के लिए भाप लें और धीरे-धीरे साइनस की मालिश करें।
  • खूब पानी पीएं शरीर में पानी की मात्रा कम होना शरीर को संक्रमण से लड़ने और साइनस को साफ करने में कठिन बना सकता है।
  • साइनस में दबाव को कम करने के लिए एक डिकंजेस्टेंट लेना। दर्द निवारक दवाएं दर्द दूर करने में मदद कर सकती हैं और बुखार कम कर सकती हैं। एसिटामिनोफेन और इबुप्रोफेन का प्रयोग करें।
  • जिन लोगों को सर्दी-जुकाम है उन लोगों से कम सम्पर्क में रहें।
  • अगर आपको एलर्जी के कोई भी लक्षण दिखाई दें तो तुरंत डॉक्टर से सम्पर्क करें। उन चीजों से दूर रहें जिनसे  एलर्जी हो सकती है।
  • अगर आप इन समस्याओं से बचना चाहते हैं तो सिगरेट, धूम्रपान आदि से दूर रहें। यही नहीं, प्रदूषण या धुएं आदि से भी बचे।
  • अगर आपके घर में हवा सूखी है तो साइनोसाइटिस से बचने के लिए ह्युमिडिफायर का प्रयोग करें।

डिस्क्लेमर

हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।

के द्वारा एक्स्पर्टली रिव्यूड

डॉ. पूजा दाफळ

· Hello Swasthya


Anu sharma द्वारा लिखित · अपडेटेड 22/05/2020

advertisement iconadvertisement

Was this article helpful?

advertisement iconadvertisement
advertisement iconadvertisement