जीका वायरस (Zika virus) क्या है?
जीका वायरस एक वायरल संक्रमण है जो मुख्य रूप से मच्छर के काटने से होता है। यह संक्रमण आम तौर पर ट्रॉपिकल और सबट्रॉपिकल क्षेत्रों में ज्यादा होता है। मच्छर संक्रमित व्यक्ति को काटकर वायरस को दूसरे व्यक्ति तक पहुंचा देता है। जीका वायरस एडिज एजिप्टी नामक मच्छर के काटने पर होता है। जो अगर एक बार जीका वायरस से ग्रसित किसी व्यक्ति को काट ले और फिर किसी अन्य व्यक्ति को काट ले तो जीका वायरस संक्रमण एक से दूसरे में फैल जाता है।
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जीका वायरस असुरक्षित यौन संबंध बनाने से भी होता है। चाहे सेक्स कोई भी हो, यानी कि एनल सेक्स, ओरल सेक्स और वजायनल सेक्स करने से भी जीका होने का खतरा रहता है। भारत में हर साल लगभग पांच हजार मामले जीका वायरस के आते हैं। अगर कोई महिला गर्भवती है तो उसे जीका होने का खतरा सबसे ज्यादा रहता है। इसके अलावा जीका वायरस स्तनपान कराने वाली महिलाओं को भी जल्दी ही प्रभावित करता है। वहीं, गर्भवती महिलाओं में नवजात शिशु में बर्थ डिफेक्ट के लिए भी जीका जिम्मेदार होता है। ऐसे में बचाव ही सबसे बड़ा इलाज है।
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वहीं, नवजात या बच्चों को भी जीका होने का खतरा रहता है। इसलिए उस क्षेत्र में कत्तई न जाएं जहां पर जीका का प्रकोप फैला हो। जीका वायरस से बचने के लिए आपको पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनने चाहिए। घर के दरवाजे और खिड़कियों को बंद रखना चाहिए। साथ ही घर के आस-पास पानी को जमा न होने दें। क्योंकि जीका वायरस को ढोने वाले मच्छर गंदे पानी में ही पनपते हैं।
जीका वायरस का पता ब्लड टेस्ट से लगता है, साथ ही मच्छर के काटने के बाद बुखार, उल्टी, दर्द, जोड़ो में दर्द आदि लक्षण सामने आते हैं।
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जीका वायरस (Zika Virus) कितना सामान्य है?
जीका वायरस आम है। इसके कारणों को नियंत्रित करके बीमारी से निपटा जा सकता है। अधिक जानकारी के लिए कृपया अपने डॉक्टर से परामर्श करें।
जीका वायरस (Zika Virus) के लक्षण क्या हैं?
अधिकांश मामलों में जीका वायरस के लक्षण नहीं दिखते हैं। जीका वायरस के सामान्य लक्षण हैं:
- बुखार (Fever)
- चकत्ते
- जोड़ों में दर्द (Joints pain)
- सिरदर्द
- आंख के सफेद भाग में लालिमा। अगर यह बीमारी मां से बच्चे में जाती है, तो खतरनाक हो सकती है। जीका वायरस (Zika Virus) से जन्म लेने वाले बच्चे में जन्म दोष हो सकता है।
- नेत्र दोष
- बहरापन
- विकास में गड़बड़ी
- माइक्रोसेफली (सिर का छोटा होना)
- मस्तिष्क दोष
ऊपर बताए गए लक्षणों में से कोई भी लक्षण दिखे तो कृपया अपने डॉक्टर से परामर्श करें।
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मुझे अपने डॉक्टर को कब दिखाना चाहिए?
यदि ऊपर बताए गए लक्षणों में से कोई भी लक्षण दिखता है या आपके मन में उसको लेकर कोई प्रश्न हैं, तो कृपया अपने डॉक्टर से परामर्श करें। हर किसी का शरीर अलग तरह से कार्य करता है। आपकी स्वास्थ्य-स्थिति के लिए सबसे अच्छा क्या है? इसके लिए डॉक्टर से परामर्श करें।
जीका वायरस (Zika Virus) किन कारणों से होता है?
जीका वायरस मच्छर के काटने से फैलने वाली बीमारी है। यह एडीज प्रजाति के मच्छर के काटने से फैलता है। 1947 में, युगांडा में पहली बार जीका फॉरेस्ट में जीका वायरस की खोज हुई थी लेकिन, तब से दक्षिण-पूर्वी और दक्षिणी एशिया, प्रशांत द्वीप और अमेरिका में इसका प्रकोप जारी है। मच्छर वायरस को इंफेक्टेड व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में प्रसारित करता है। यह साबित हो चुका है कि जीका वायरस शारीरिक संबंध और इंफेक्टेड व्यक्ति के ब्लड डोनेट करने से भी फैल सकता है। यह वायरस गर्भावस्था में मां से बच्चे में भी फैल सकता है।
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जीका वायरस (Zika Virus) का खतरा किन कारणों से बढ़ जाता है?
जीका वायरस के कई जोखिम कारक हैं, जैसे:
1. उन देशों में रहना या यात्रा करना जहां इस वायरस का प्रकोप हो चुका है। ट्रॉपिकल और सबट्रॉपिकल क्षेत्रों में जीका वायरस का खतरा बढ़ जाता है। विशेष रूप से उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों में प्रशांत क्षेत्र के कई द्वीप शामिल हैं, मध्य, दक्षिण और उत्तरी अमेरिका के कई देशों और पश्चिम अफ्रीका के पास के द्वीप।
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जीका वायरस (Zika Virus) का निदान कैसे किया जाता है?
जीका वायरस के निदान के लिए डॉक्टर आपसे अब तक हुई बीमारियों और यात्रा का विवरण ले सकते हैं। डॉक्टर को अपनी अंतरराष्ट्रीय यात्रा के बारे में पूरी जानकारी दें। किसी से यौन संबंध (Sexual relation) के बारे में भी डॉक्टर को पूरी जानकारी दें। जीका वायरस के निदान में ब्लड टेस्ट का उपयोग किया जाता है। टेस्ट की रिपोर्ट के बाद हो सकता है डॉक्टर और भी कुछ टेस्ट कराएं। जैसे-
- अल्ट्रासाउंड का उपयोग करके माइक्रोसेफली और मस्तिष्क की असामान्यताओं का पता लगाना ।
- गर्भाशय में सूई डाल कर एमनीओटिक फ्लूइड निकालकर (Amniocentesis) जीका वायरस के लिए जांच करना।
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जीका वायरस (Zika Virus) का इलाज कैसे किया जाता है?
जीका वायरस के लिए कोई वैक्सीन नहीं है। हालांकि, ओवर-द-काउंटर दवाओं के उपयोग से लक्षणों को कम करने में मदद मिल सकती है। यह बीमारी आमतौर पर लगभग एक सप्ताह में ठीक हो जाती है।
- खूब आराम करें।
- हाइड्रेटेड रहे।
- बुखार और दर्द को कम करने के लिए एसिटामिनोफेन (टाइलेनॉल) या पेरासिटामोल जैसी दवा लें।
- एस्पिरिन और अन्य नॉन-स्टेराॅयडल एंटी-इंफ्लमेटरी दवाएं (एनएसएआईडीएस) न लें।
- किसी भी अतिरिक्त दवा का उपयोग करने से पहले अपने डॉक्टर से बात करें।
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जीवनशैली में बदलाव और घरेलू उपचार
- जीका वायरस (Zika Virus) ले जाने वाले मच्छर सुबह से शाम तक सबसे अधिक सक्रिय होते हैं, लेकिन वे रात में भी काट सकते हैं। मच्छरदानी के नीचे सोएं खासकर अगर आप बाहर हैं।
- ऐसे कपड़ें पहनें जो फुल हो जैसे-लंबी आस्तीन वाली शर्ट, लंबी पैंट, मोजे और जूते जिससे मच्छर के काटने से बचा जा सके।
- मच्छरों के प्रजनन क्षेत्र को कम करने से मच्छरों की आबादी में कमी आएगी। घर के आसपास रखें सामान जैसे कि ऑटोमोबाइल टायर, फ्लावर पॉट आदि में पानी जमा न होने दें ।
अगर आपको अपनी समस्या को लेकर कोई सवाल है, तो कृपया अपने डॉक्टर से परामर्श लेना ना भूलें।
हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह का चिकित्सा परामर्श और इलाज नहीं देता है।