के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya
एंटिकार्डिओलिपिन एंटीबॉडीज खून से संबंधित टेस्ट है। एंटिकार्डिओलिपिन एंटीबॉडीज का मुख्य उद्देश्य खून की नसों में खून के जमाव आदि का पता लगाना है। यह टेस्ट निम्नलिखित नामों से भी जाना जाता है, जैसे कि एंटीफॉस्फोलिपिड्स, एंटिकार्डिओलिपिन एंटीबॉडीज
एंटिकार्डिओलिपिन एंटीबॉडीज निम्न समस्याओं को पैदा करती है :
इस टेस्ट के जरीए ये पता लगाया जाता है कि खून में एंटिकार्डिओलिपिन एंटीबॉडीज मौजूद हैं या नहीं हैं। एंटिकार्डिओलिपिन एंटीबॉडीज टेस्ट एक बार करने के बाद दोबारा छह माह के बाद किया जाता है। ताकि, पता लगाया जा सके क्या एंटिकार्डिओलिपिन एंटीबॉडीज अभी भी शरीर में हैं या नहीं।
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इस टेस्ट को तब कराने के लिए डॉक्टर कहते हैं, जब आपके शरीर में असामान्य रूप से खून के थक्के जमने लगें या आसामान्य ब्लीडिंग होने लगे। जिन महिलाओं का बार-बार मिसकैरेज होता है उन्हें भी यह टेस्ट कराने की सलाह दी जाती है। इससे डॉक्टर परेशानी पता लगा पाते हैं। ऑटोइम्यून बीमारियों से ग्रसित लोग जैसे ल्यूपस में भी खून में कार्डिओलिपिन एंटीबॉडीज मौजूद होते हैं। इस टेस्ट से बीमारी को डायग्नोज किया जाता है। जब शरीर में उच्च मात्रा में कार्डिओलिपिन होती है तो उसे कार्डिओलिपिन एंटीबॉडी सिंड्रोम कहते हैं। इसके लक्षण निम्न प्रकार है :
वहीं, एंटिकार्डिओलिपिन एंटीबॉडीज के कारण अक्सर गर्भवती महिलाओं का मिसकैरिज हो जाता है।
इस टेस्ट के साथ डॉक्टर आपको निम्नलिखित टेस्ट कराने की सलाह भी दे सकते हैं:
डॉक्टर आपकी बीमारी के लक्षणों को देख उस हिसाब से टेस्ट लिखते हैं जिससे वह बीमारी को सही से डायग्नोस कर सकें। जैसे यदि आपको ल्यूपस है तो हो सकता है डॉक्टर को आपके कई दूसरे ब्लड टेस्ट करनाने की जरूरत पड़े। आपको इमेजिंग टेस्ट और टिशू बायोप्सी कराने की जरूरत होगी। एंटिकार्डिओलिपिन एंटीबॉडीज टेस्ट के साथ डॉक्टर निम्नलिखित टेस्ट कराने की सलाह दे सकते हैं:
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एंटिकार्डिओलिपिन एंटीबॉडीज टेस्ट के रिजल्ट को निम्न चीजें प्रभावित कर सकती हैं :
इसलिए टेस्ट कराने से पहले अपने डॉक्टर से पहले ली जा रही दवाओं का जिक्र जरूर करें। साथ ही ज्यादा जानकारी के लिए आप अपने डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं।
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एंटिकार्डिओलिपिन एंटीबॉडीज टेस्ट कराने से पहले आपको अपने डॉक्टर से मिलना चाहिए। साथ ही टेस्ट से जुड़ी सारी जानकारी और सावधानियों के बारे में बात कर लेनी चाहिए। टेस्ट को कराने से पहले आपको किसी भी तरह के विशेष तैयारी की जरूरत नहीं है।
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एंटिकार्डिओलिपिन एंटीबॉडीज टेस्ट को हेल्थ प्रोफेशनल निम्न तरीके से करेंगे :
ब्लड का सैंपल लेने के बाद उसे जांच के लिए लैब में भेज दिया जाएगा। टेस्ट के बाद आप तुरंत सामान्य हो जाएंगे। आप चाहे तो तुरंत घर जा सकते हैं। किसी भी तरह की समस्या होने पर आप हेल्थ प्रोफेशनल से तुरंत बात करें। ब्लड टेस्ट का रिजल्ट आपको जल्द से जल्द मिल जाएगा।
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एंटिकार्डिओलिपिन एंटीबॉडीज टेस्ट का रिजल्ट निम्न प्रकार से आ सकता है :
एंटिकार्डिओलिपिन एंटीबॉडीज टेस्ट का रिजल्ट नॉर्मल तब होता है जब एंटिकार्डिओलिपिन एंटीबॉडीज खून में मौजूद नहीं होता है।
जब खून में एंटिकार्डिओलिपिन एंटीबॉडीज पाए जाते हैं तो असामान्य रिजल्ट सामने आता है :
यदि आपकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है तो हो सकता है आपको कार्डिओलिपिन एंटीबॉडी सिंड्रोम हो। हो सकता है आपका दोबारा टेस्ट किया जाए जिससे यह पता लगाया जा सके कि आपके ब्लड में अभी भी एंटीबॉडी है तो नहीं। दोबारा टेस्ट कराने से पहले आपको 6 हफ्ते का इंतजार करना होगा। तभी आप ल्यूपस या कार्डियोलिपिन एंटीबॉडी सिंड्रोम के लिए सटीक परिणाम पाएंगे।
वहीं, बता दें कि एंटिकार्डिओलिपिन एंटीबॉडीज की रिपोर्ट हॉस्पिटल और लैबोरेट्री के तरीकों पर निर्भर करती है। इसलिए आप अपने डॉक्टर से टेस्ट रिपोर्ट के बारे में अच्छे से समझ लें।
हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की मेडिकल सलाह नहीं दे रहा है। अगर आपको किसी भी तरह की समस्या हो तो आप अपने डॉक्टर से जरूर पूछ लें।
हम आशा करते हैं आपको हमारा यह लेख पसंद आया होगा। हैलो हेल्थ के इस आर्टिकल में एंटिकार्डिओलिपिन एंटीबॉडीज टेस्ट से जुड़ी ज्यादातर जानकारियां देने की कोशिश की है, जो आपके काफी काम आ सकती हैं। अगर आपको ऊपर बताई गई कोई सी भी शारीरिक समस्या है तो डॉक्टर आपको यह जांच कराने की सलाह दे सकता है। इसका टेस्ट को कराने से पहले लेख में बताई जरूरी बातों का जरूर ध्यान रखें। एंटिकार्डिओलिपिन एंटीबॉडीज टेस्ट से जुड़ी यदि आप अन्य जानकारी चाहते हैं तो आप हमसे कमेंट कर पूछ सकते हैं।
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