विमेंस डे, जिसे हर साल 8 मार्च को बनाया जाता है। इस विमेंस डे पर हम बात करेंगे कुछ ऐसे ही विमेन हेल्थ की और उससे जुड़े कुछ ऐसे ही सवालों की, जो अक्सर सर्च किए जाते हैं। बहुत सारे ऐसे हेल्थ प्रॉब्लम भी होते हैं, जो केवल महिलाओं में होते हैं, जैसे कि मासिक धर्म, गर्भावस्था, प्रसव और रजोनिवृत्ति आदि। महिलाओं की बीमारियों को समाज में अलग नजरिए से देखा जाता है। कुछ बीमारियों के कारण महिलाएं समाज में शर्म भी महसूस करती हैं। आज हम 21वीं सदी में जी रहे हैं, जहां मेडिकल साइंस ने खूब तरक्की कर ली है। अब महिलाओं की स्वास्थ्य संबंधियों बीमारी और परेशानियों का बखूबी इलाज किया जा रहा है। यहां तक कि इंटरनेट पर भी महिला और पुरुष संबंधी बीमारी के बारे में आसानी से पढ़ा जा रहा है और उनपर सवाल भी पूछे जा रहे हैं। इनमें गूगल और क्योरा दो ऐसे प्लेटफॉर्म हैं, जहां लोग महिला-पुरुष की बीमारी, किसी बड़े मुद्दे (राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय), खेल, राजनीति आदि विषयों पर सवाल जवाब करते दिख रहे हैं। इनमें से एक सवाल है जो महिला के स्वास्थ्य से जुड़ा है। आइए जानते हैं उन 15 अहम सवालों के बारे में, इंटरनेट पर अक्सर चर्चा का विषय बनते हैं।
और पढ़ें: World Women’s Equality Day: जानें मल्टी टास्किंग महिलाओं का क्या सोचना है “विमेन इक्वैलिटी” को लेकर
सवाल 1. योनि से गंध आना कितना सामान्य है? मुझे इसके बारे में कब सोचना या चिंतित होना चाहिए? इसके लिए मुझे क्या करना चाहिए?
जवाब- हालांकि योनि की गंध हर महिला में अलग-अलग हो सकती है, लेकिन बदबू जैसी गंध किसी बड़े संक्रमण का संकेत हो सकती है। ऐसे में डॉक्टर की सलाह लें ताकि इस का समय रहते पता लगाया जा सके।
और पढ़ें: गर्भनिरोधक दवाइयों से हो सकता है कैंसर, कहीं आप तो नहीं करती भरोसा गर्भनिरोधक से जुड़े मिथ पर
सवाल 2. पीठ दर्द होने पर मुझे डॉक्टर को कब दिखाना चाहिए?
जवाब- सोते समय भी पीठ दर्द की शिकायत है तो तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए। मलाशय क्षेत्र और पैरों के सुन्न होने पर, बुखार, ठंड लगने, उल्टी, पेट में दर्द, कमजोरी और ज्यादा पसीना आने पर डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। पेशाब और मल पर कंट्रोल न कर पाने की स्थिति में भी डॉक्टर को दिखा लेना बेहतर है।
सवाल 3. पेट में दर्द, दस्त और उल्टी होने पर क्या डॉक्टर से मिलना चाहिए?
जवाब- अगर इनमें से दो समस्या भी आपको एक साथ हो रही है तो आपको तुरंत डॉक्टर के पास जाने की जरूरत है। 102 डिग्री से ज्यादा बुखार होने पर डॉक्टर को दिखाएं। खूनी दस्त और ब्लैक स्टूल्स (Black Stools) होने पर भी डॉक्टर के पास जाएं। यदि आप गर्भवती हैं और पेट या पेल्विक में दर्द या योनि से खून बह रहा है तो तुरंत चेकअप कराएं। नियमित दर्द, वजायनल डिस्चार्ज (Vaginal Discharge) और पेशाब करते वक्त जलन होने पर डॉक्टर की सलाह लें।
सवाल 4. लिपोसक्शन कितना नुकसानदायक है?
जवाब- सबसे पहले आपको बता दें कि लिपोसक्शन जिद्दी फैट से छुटकारा पाना है। कुल मिलाकर मोटापा कम करना। महिलाओं में मोटापे की शिकायत अधिक होती है। यह एक कॉस्मेटिक प्रक्रिया है जिसके कुछ जोखिम भी हैं। बड़े-बडे़ फिल्मी स्टार्स खासकर एक्ट्रेस इसका सहारा लेती हैं। इसके जोखिम की बात करें तो इसमें शरीर सुन्न पड़ सकता है, जो नसों में जलन का कारण बन सकता है। लिपोसक्शन से स्किन एलर्जी और संक्रमण भी हो सकता है। कुछ मामलों में एनेस्थीसिया से विषाक्तता हो सकती है जो दिल और इम्यून सिस्टम के लिए खतरनाक हो सकती है। इससे फेफड़े और किडनी में भी समस्या उत्पन्न हो सकती है।
सवाल 5. एचआईवी पीड़ित महिला के यौन स्वास्थ्य को आश्वस्त करने का कोई टूल?
जवाब- इंटरनेट पर पूछे गए इस सवाल के जवाब में अनियोजित गर्भावस्था, गर्भपात, प्रजनन, परिणाम और परिवार नियोजन जैसे मुद्दों पर विचार करने की सलाह दी जाती है।
और पढ़ें: एचआईवी (HIV) के लिए एलिसा टेस्ट कैसे किया जाता है?
सवाल 6. जवानी आते ही लड़कियों में किस तरह के बदलाव आते हैं?
जवाब- किशोरियों में स्तन विकसित होने लगते हैं। शारीरिक परिवर्तन का यह पहला संकेत माना जाता है। बाएं और दाएं स्तनों का अलग-अलग गति से विकास सामान्य है। यौवनावस्था में लड़कियों का शरीर तेजी से बढ़ता है।
सवाल 7. सिजेरियन सेक्शन (C-section) की दर बढ़ती ही जा रही है। इसका समाधान क्या है?
जवाब- एक शोध के मुताबिक, 497 डिलीवरी में से 64 फीसदी नॉर्मल वजायनल और 34.4 फीसदी सिजेरियन डिलीवरी की गईं। इनमें से 171 सिजेरियन डिलीवरी में से 111 इमरजेंसी सीजेरियन और 35.1 फीसदी वैकल्पिक सिजेरियन डिलीवरी की गई थी। इसका समाधान यह है कि सिजेरियन डिलीवरी जैसे मुद्दे पर एक सटिक चर्चा जरूरी है। वहीं, प्राइवेट प्रैक्टिस के दौरान इस तरह की डिलीवरी को न करने की सलाह देनी चहिए।
और पढ़ें: लोअर सेगमेंट सिजेरियन सेक्शन (LSCS) के बाद नॉर्मल डिलिवरी के लिए ध्यान रखें इन बातों का
सवाल 8. प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम (PMS) से कैसे निजात सकती हूं? क्योंकि पीरियड आने से एक हफ्ते पहले ही मेरा व्यवहार चिड़चिड़ा हो जाता और बहुत डिप्रेसिव हो जाती हूं।
जवाब- पीएमएस का एक सबसे प्रभावी इलाज यह है कि तनाव कम करने की दवा लें। एफडीए द्वारा पास की गईं प्रोजैक (Prozac), जोलॉफ्ट (Zoloft) और पैक्सिल (Paxil) जैसी दवाएं इसमें मददगार साबित हो सकती हैं। लेकिन इन्हें लेने से पहले एक बार डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
सवाल 09. हिस्टेरेक्टॉमी (Hysterectomy) के बाद पैप स्मीयर (Pap Smears) के लिए प्रोटोकॉल क्या है?
जवाब- महिलाओं के स्वास्थ्य से संबंधित यह सवाल अक्सर पूछा जाता है। बता दें कि सर्वाइवल कैंसर में पेप स्मीयर एक स्क्रिनिंग टेस्ट है। यदि आपका गर्भाशय ग्रीवा हट गया है और सर्वाइवल कैंसर की मेडिकल हिस्ट्री नहीं है तो आपको पेप स्मीयर की जरुरत नहीं है। बता दें कि पेप स्मीयर टेस्ट से ओवेरियन कैंसर (Ovarian Cancer) का इलाज मुश्किल है।
और पढ़ें: क्या हिस्टेरेक्टॉमी (Hysterectomy) सर्जरी के बाद भी सेक्स लाइफ रहेगी हिट?
सवाल 10. बार-बार प्रेग्नेंट होने के चलते मुझे बवासीर दिक्कत हो गई है जो घरेलू उपचार से ठीक नहीं हो रही है।
जवाब- एक सामान्य सर्जियन या फिर कोलेरेक्टल सर्जियन इस समस्या को देख सकता है। यह समस्या की गंभीरता पर निर्भर करता है कि डॉक्टर सर्जिकल ट्रीटमेंट की सलाह देते हैं या नहीं। इस बीच यह सुनिश्चित करें कि कब्ज से बचने के लिए बीमारी और बढ़ न जाए, इस बात का भी ध्यान रखें। परेशानी बढ़ने पर डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
सवाल 11. निचले हिस्से में मुझे कुछ दर्द महसूस होता है, ये क्या है और कैसे मैं इसकी गंभीरता को पहचान सकती हूं?
जवाब- बिना जांच किए इसका पता लगाना मुश्किल है। कई मामलों में देखा गया है कि गुप्तांग के बाल साफ करने के बाद महिलाओं को चिड़चिड़ेपन की भी शिकायत आती है, लेकिन आप एक बार डॉक्टर से सलाह ले सकते हैं।
सवाल 12. गुप्तांग में खुजली और सूखापन महसूस होता है। मैंने इसके लिए यीस्ट इंफेक्शन की दवाएं भी लीं, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।
जवाब- यौन संक्रमण वल्वा (Vulva) और वजाइना (Vagina) में खुजली का कारण बन सकता है। यौन संक्रमण की उचित दवाई लेने के बाद भी आराम महसूस नहीं हो रहा है तो किसी स्पेशलिस्ट डॉक्टर की सलाह लें। इससे आपके यौन संक्रमण का साफ पता चल जाएगा।
सवाल 13. क्या विटामिन D वाकई में सेहत के लिए लाभदायक है? क्या मुझे इसे रोजाना की खुराक से चार गुना अधिक लेना चाहिए?
जवाब- विटामिन D न केवल हड्डियों को मजबूत करता है, बल्कि कोलोन, ओवेरियन और ब्रेस्ट कैंसर में भी प्रभावी होता है। डायबिटीज और मल्टीपल स्क्लेरोसिस (Multiple Sclerosis) में इसके कई फायदे नजर आते हैं। अधिकतर विशेषज्ञों का मानना है कि दिन में 800 से 1000 आईयू मात्रा में विटामिन डी का लेना जरूरी है। वहीं, 50 ले 70 साल की उम्र के लोगों के लिए यह मात्रा दिन में 400 आईयू बताई गई है।
और पढ़ें: पुरुषों में होने वाले इरेक्टाइल डिसफंक्शन की समस्या को विटामिन के सेवन से कर सकते हैं कम
सवाल 14. मैंने ट्यूना, साल्मन और स्वोर्डफिश खाना छोड़ दिया है। क्या यह सही है?
जवाब- कई अध्ययनों के अनुसार, स्वोर्डफिश में मर्करी की मात्रा अधिक होती है। वहीं, कैनेड एल्बाकॉर (सफेद) ट्यूना में कैनेड लाइट ट्यूना की तुलना में मर्करी की मात्रा ज्यादा पाई जाती है। इसलिए, गर्भवती महिलाओं को सप्ताह में छह औंस से ज्यादा एल्बाकॉर का सेवन नहीं करना चाहिए। इस दौरान स्वोर्डफिश अवॉयड करना अच्छा विकल्प है। साल्मन में मर्करी की मात्रा अधिक नहीं होती है लेकिन मछलियों में पॉलीक्लोरिनेटेड बाइफिनाइल्स पाया जाता है जिससे एकाग्रता और कैंसर जैसी बीमारी घेर सकती हैं।
इस तरह आपने जाना कुछ ऐसे सवालों के जवाब, जो सबसे ज्यादा पसंद किए जाते हैं। लेकिन ये किसी भी समस्या का उपचार नहीं है, अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
[embed-health-tool-ovulation]