अगर आप वजन कम करना चाहते हैं, डायट को इम्प्रूव करना चाहते हैं या अपनी ईटिंग हैबिट्स को थोड़ा बेहतर बनाना चाहते हैं, तो फूड डायरी (Food diary) बनाना और उसे मैंटेन करना आपके लिए फायदेमंद है। इससे आपको यह जानने में भी मदद मिलेगी कि कौन से फूड्स आपमें नेगेटिव सिम्पटम्स का कारण बन सकते हैं। अगर आपको इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम (Irritable bowel syndrome) और एसिड रिफ्लक्स (Acid reflux) जैसी समस्याएं हैं, तो यह आपके लिए खासतौर पर लाभदायक है। संक्षेप में कहा जाए, तो फूड डायरी (Food diary) से आप जो भी आप खाते हैं उसे ट्रैक करने में मदद मिल सकती है। आप जो भी खाते है, उसे लिखना आपके लिए शुरू में थोड़ा मुश्किल हो सकता है, लेकिन बाद में यह आसान हो जाएगा। आइए जानें फूड डायरी के बारे में विस्तार से। सबसे पहले जानते हैं कि फूड डायरी (Food diary) किसे कहा जाता है?