शायद आपको जानकार आश्चर्य होगा कि हार्ट अटैक और ब्रेस्ट कैंसर (Heart attack and breast cancer) आपस में कनेक्टेड हैं। अमेरिका के नेशनल कैंसर इंस्टिट्यूट के अनुसार ब्रेस्ट कैंसर का इलाज कराने के बाद सर्वाइवर्स में कार्डियोवैस्कुलर डिजीज (Cardiovascular disease) जो हार्ट और ब्लड वेसल्स को प्रभावित करती हैं, का रिस्क बढ़ जाता है। वहीं एक नई स्टडी में इस बात का भी पता चला है कि कॉर्डियोवैस्कुलर इवेंट जैसे कि हार्ट अटैक (Heart attack) या स्ट्रोक के बाद ब्रेस्ट कैंसर (Breast cancer) तेजी से विकसित होता है। यानी कि हार्ट अटैक और ब्रेस्ट कैंसर (Heart attack and breast cancer) आपस में कनेक्टेड हैं।
कुछ ब्रेस्ट कैंसर ट्रीटमेंट हार्ट को प्रभावित करते हैं। जिससे कार्डियोवैस्कुलर डिजीज के डेवलप होने का रिस्क बढ़ जाता है। ट्रीटमेंट के पहले और बाद में होने वाले लाइफस्टाइल चेंजेस जैसे कि एक्सरसाइज कम करना हार्ट डिजीज (Heart disease) का खतरा बढ़ाते हैं। इस आर्टिकल में हार्ट अटैक और ब्रेस्ट कैंसर कैसे एक दूसरे से संबंधित हैं इस बारे में बताया जा रहा है, लेकिन इसके पहले जान लेते हैं। हार्ट अटैक और ब्रेस्ट कैंसर क्या है?
हार्ट अटैक (Heart Attack) क्या है?
हार्ट अटैक (Heart attack) एक हेल्थ कंडिशन है, जिसमें हार्ट तक ब्लड पहुंचाने वाली और हार्ट से ब्लड को दूसरे अंगों तक ले जाने वाली आर्टरीज ब्लॉक हो जाती हैं। जिससे शरीर में होने वाला ब्लड फ्लो रूक जाता है और कोशिकाओं तक ऑक्सिजन (Oxygen) नहीं पहुंच पाती है। इसलिए सीने में दर्द (Chest pain) और बेहोशी होती है। कई बार ये स्थिति व्यक्ति के लिए जानलेवा भी हो सकती है। जिसे हार्ट ब्लॉकेज (Heart blockage) भी कहते हैं। हार्ट अटैक के लक्षणों में निम्न शामिल हैं।
- सीने में दर्द (जो धीरे-धीरे हाथ, एब्डोमिन, गले, जबड़े और पीठ तक जाता है)
- सांस लेने में परेशानी
- सिर भारी होना
- पसीना अधिक आना
- कमजोरी महसूस होना
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ब्रेस्ट कैंसर (Breast cancer) क्या है?
ब्रेस्ट में मौजूद कोशिकाओं के असामान्य रूप से बढ़ने को ब्रेस्ट कैंसर कहा जाता है। ब्रेस्ट कैंसर ब्रेस्ट के विभिन्न हिस्सों में डेवलप हो सकता है। ब्रेस्ट के मुख्य रूप से तीन प्रमुख हिस्से होते हैं जिनमें लोब्यूल्स (Lobules), डक्ट्स (ducts) और कनेक्टिव टिशूज (Connective tissue) शामिल हैं। लोब्यूल्स ग्लैंड्स मिल्क को प्रोड्यूस करती हैं। वही डक्ट ट्यूब होते हैं जो मिल्क को निप्पल तक ले जाते हैं और कनेक्टिव टिशूज सबको जोड़कर रखते हैं। ज्यादातर ब्रेस्ट कैंसर डक्ट्स और लोब्यूल्स में होते हैं। इसके लक्षणों में निम्न शामिल हैं।
- निप्पल एरिया में दर्द
- ब्रेस्ट के साइज और शेप में बदलाव
- ब्रेस्ट के किसी भी हिस्से में दर्द
- ब्रेस्ट या अंडरऑर्म के नीचे लंप का होना
- ब्रेस्ट के किसी हिस्से पर सूजन
- निप्पल या ब्रेस्ट के किसी हिस्से पर लालिमा
दोनों हेल्थ कंडिशन के कनेक्शन को लेकर स्टडीज की गई हैं चलिए उनके बारे में जान लेते हैं।
हार्ट अटैक और ब्रेस्ट कैंसर (Heart attack and breast cancer) के कनेक्शन को लेकर क्या कहती है स्टडी
न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी के ग्रोसमेन स्कूल ऑफ मेडिसिन के द्वारा की गई एक स्टडी में उन्होंने पाया कि ब्रेस्ट कैंसर (Breast cancer) सर्वाइवर के साथ कॉर्डियोवैस्कुलर इवेंट होने के बाद उनमें कैंसर के वापस आने की संभावना अधिक है। उनकी ब्रेस्ट कैंसर से मृत्यु की संभावना भी अधिक थी। चूहों के अध्ययन में, शोधकर्ताओं ने पाया कि हार्ट अटैक (Heart attack) से इम्यून सिस्टम (Immune system) में परिवर्तन होता है जिस से कैंसर को बढ़ने और अधिक आसानी से फैलने की छूठ मिल जाती है।
यह स्टडी हार्ट अटैक और ब्रेस्ट कैंसर (Heart attack and breast cancer) के इंटरेक्शन को स्पष्ट करती है। स्टडी से मिले निष्कर्ष खतरनाक है, लेकिन कुछ चीजें हैं जो ब्रेस्ट कैंसर से बच कर स्वस्थ हुए लोग हार्ट अटैक का जोखिम कम करने के लिए कर सकते हैं। जिसमें नियमित व्यायाम, हेल्दी डायट (Healthy diet) और कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) और ब्लड प्रेशर (Blood Pressure) को नियंत्रित रखना शामिल है। इन चीजों से ना सिर्फ हार्ट अटैक का खतरा कम हो सकता बल्कि कैंसर के परिणाामों में भी सुधार हो सकता है।
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हार्ट अटैक और ब्रेस्ट कैंसर (Heart attack and breast cancer) का महिलाओं पर प्रभाव
कार्डियोवैस्कुलर डिजीज ब्रेस्ट कैंसर को कैसे प्रभावित करती है यह देखने के लिए साइंटिस्ट ने सबसे पहले ब्रेस्ट कैंसर से पीड़ित महिलाओं की पुरानी दो स्टडीज का विश्लेषण किया। अध्ययनों ने औसतन 12 वर्षों के लिए 1,700 से अधिक महिलाओं को ट्रैक किया, इस दौरान कुछ में हार्ट डिजीज (Heart disease) डेवलप हुई थीं। टीम ने अपना विश्लेषण उन महिलाओं पर केंद्रित किया, जिन्हें उस समय कोई हार्ट डिजीज नहीं थी जब उन्हें ब्रेस्ट कैंसर का पता चला था।
रिसर्चर्स ने पाया कि ब्रेस्ट कैन्सर से स्वस्थ हुई महिलाओं ने हार्ट अटैक (Heart attack), स्ट्रोक (Stroke), हार्ट फेलियर (Heart failure), कोरोनरी आर्टरी डिजीज और एरिदमिया को डेवलप किया था उनमें कैंसर के वापस आने का रिस्क 59 प्रतिशत अधिक था। वहीं इन महिलाओं में हृदय रोग विकसित नहीं करने वाली महिलाओं की तुलना में ब्रेस्ट कैंसर से मरने का जोखिम 60 प्रतिशत अधिक था। इस प्रकार हार्ट अटैक और ब्रेस्ट कैंसर (Heart attack and breast cancer) का संबंध आप समझ सकते हैं। हार्ट डिजीज ब्रेस्ट कैंसर को कैसे प्रभावित करती हैं ये तो आप समझ चुके हैं चलिए अब ये भी जान लेते हैं कि ब्रेस्ट कैंसर के कारण हार्ट डिजीज का खतरा क्यों बढ़ जाता है।
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ब्रेस्ट कैंसर के कारण हार्ट डिजीज (Heart disease due to breast cancer)
अमेरिकन हार्ट ऑर्गनाइजेशन के अनुसार हार्ट डिजीज के कारण सबसे ज्यादा महिलाओं की मौत होती है। जो कि कई बार ब्रेस्ट कैंसर ट्रीटमेंट का एक कॉम्प्लिकेशन हो सकता है। वृद्ध महिलाएं जो ब्रेस्ट कैंसर सर्वाइवर होती हैं उनकी मौत कैंसर के वापस की तुलना में हार्ट डिजीज से ज्यादा होती है। कई बार कैंसर डायरेक्टली हार्ट प्रॉब्लम्स का कारण बन जाता है, जब हार्ट के आसपास फ्लूइड बिल्ड अप हो जाता है।
इसके अलावा ब्रेस्ट कैंसर के लिए दी जाने वाली रेडिएशन थेरिपी (Radiation therapy) भी हार्ट आर्टरीज के ब्लॉकेज, हार्ट वॉल्व ईशूज और आसामान्य हार्ट रिदम का कारण बन सकती है। वहीं कीमोथेरिपी और दूसरे कैंसर ट्रीटमेंट्स हार्ट को कमजोर कर सकते हैं और ब्लड क्लॉट्स, हाय ब्लड प्रेशर का कारण बन सकते हैं। इस प्रकार हार्ट अटैक और ब्रेस्ट कैंसर (Heart attack and breast cancer) दोनों एक दूसरे से संबंधित है, लेकिन निराश ना हो इन कंडिशन को भी मैनेज किया जाता सकता है।
हार्ट अटैक और ब्रेस्ट कैंसर से बचने के लिए क्या करें? (What to do to avoid heart attack and breast cancer?)
हार्ट डिजीज और ब्रेस्ट कैंसर दोनों के कुछ रिस्क फैक्टर्स एक ही हैं। इसलिए लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव इन दोनों को रोकने में मदद कर सकते हैं। स्टडीज के अनुसार हार्ट हेल्दी एप्रोच जैसे कि एक्सरसाइज और डायट हार्ट और ब्रेस्ट कैंसर दोनों के लिए अच्छा है। डायट दोनों बीमारियों को प्रभावित करती है इसका संबंध कोशिकाओं की एनर्जी से है।
हम सभी के शरीर में प्री मेलिगेंट सेल्स होती हैं जो कैंसर का कारण बन सकती हैं, लेकिन हमारा इम्यून सिस्टम और दूसरे मेकनिज़म्ज़ इन सेल्स के खिलाफ निरंतर लड़ते हैं और या तो उन्हें आत्मनाश करने के लिए प्रेरित करते हैं या उन्हें नष्ट कर देते हैं, लेकिन जब ऐसा नहीं हो पाता तो कैंसर होता है। एक हेल्दी डायट इम्यून सिस्टम को बैकअप प्रदान कर सकती है। साथ ही प्री मेलिगेंट सेल्स को कैंसर सेल्स के रूप में जीवित रहने के लिए आवश्यक ऊर्जा प्रदान करने से रोकती है।
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उम्मीद करते हैं कि आपको हार्ट अटैक और ब्रेस्ट कैंसर से (Heart attack and breast cancer) संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।