backup og meta

ब्रेस्ट कैंसर में कायनेज इन्हिबिटर्स के प्रयोग के बारे में क्या आप जानते हैं?

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya


AnuSharma द्वारा लिखित · अपडेटेड 18/02/2022

    ब्रेस्ट कैंसर में कायनेज इन्हिबिटर्स के प्रयोग के बारे में क्या आप जानते हैं?

    कायनेज उस सब्सटांस को कहा जाता है जो किसी भी तरह के एंजाइम को ब्लॉक करता है। ह्यूमन सेल्स में कई विभिन्न कायनेज होते हैं, जो महत्वपूर्ण फंक्शन को कंट्रोल करने में मदद करते हैं जैसे सेल सिग्नलिंग (Cell Signaling), मेटाबोलिज्म (Metabolism) आदि। कुछ खास कायनेज कई कैंसर सेल्स में अधिक एक्टिव होते हैं और उन्हें ब्लॉक करते हैं ताकि वो कैंसर सेल ग्रो न कर पाएं। कायनेज इन्हिबिटर्स (Kinase Inhibitors) उन नए ब्लड वेसल्स के विकास को भी ब्लॉक कर सकते हैं, जिनकी जरूरत ट्यूमर को बढ़ने के लिए पड़ती है। कायनेज इन्हिबिटर्स का उपयोग ब्रेस्ट कैंसर के इलाज के लिए भी किया जाता है। आइए जानें, कायनेज इन्हिबिटर्स (Kinase Inhibitors) के बारे में विस्तार से।

    कायनेज इन्हिबिटर्स कैसे काम करते हैं? (Kinase Inhibitors)

    कायनेज इन्हिबिटर्स उन केमिकल मैसेंजर्स को ब्लॉक कर देते हैं, जिन्हें टायरोसिन कायनेज (tyrosine kinases) कहा जाता है। टायरोसिन कायनेज सेल्स को ग्रोथ सिग्नल भेजने में मदद करते हैं, ताकि सेल के ग्रो होने से रोका जा सकते हैं। कैंसर ग्रोथ ब्लॉकर्स एक तरह के टायरोसिन कायनेज को भी ब्लॉक कर सकते हैं। जो टायरोसिन कायनेज इन्हिबिटर्स (Kinase Inhibitors) एक से अधिक तरह के टायरोसिन कायनेज (Tyrosine Kinase) को ब्लॉक करते हैं उन्हें मल्टी टायरोसिन कायनेज इन्हिबिटर्स (Multi Tyrosine Kinase Inhibitors) कहा जाता है। ऐसे कई कायनेज इन्हिबिटर्स का प्रयोग ब्रेस्ट कैंसर के उपचार में किया जा सकता है। पहले जानिए क्या है ब्रेस्ट कैंसर?

    कायनेज इन्हिबिटर्स

    और पढ़ें: ब्रेस्ट कैंसर पेशेंट का ख्याल रखते वक्त इन बातों को ना भूलें

    ब्रेस्ट कैंसर क्या है? (Breast Cancer)

    ब्रेस्ट कैंसर वो कैंसर है जिसमें ब्रेस्ट में कैंसर सेल्स (Cancer Cells) की शुरुआत होती है। महिलाओं में लंग कैंसर के बाद इसे सबसे घातक कैंसर माना जाता है। यह समस्या महिलाओं और पुरुषों दोनों को हो सकती है किंतु महिलाओं में यह समस्या अधिक सामान्य है। इस कैंसर जल्दी निदान और उपचार से इससे छुटकारा पाया जा सकता है। ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण (Symptoms of Breast Cancer) इस प्रकार हैं:

  • निप्पल्स के ऊपर या आसपास रैशेज होना
  • निप्पल से डिस्चार्ज, जिसमें खून शामिल हो सकता है
  • स्तन या निप्पल पर त्वचा का छिलना या स्केलिंग होना
  • और पढ़ें: अपने पॉजिटिव एटीट्यूड से हराया, स्टेज-4 ब्रेस्ट कैंसर को: ब्रेस्ट कैंसर सर्वाइवर, रूचि धवन

    और पढ़ें: अंडरवायर ब्रा पहनने से होता है ब्रेस्ट कैंसर का खतरा

    अधिकतर ब्रेस्ट लम्प्स कैंसर्स नहीं होते हैं, लेकिन फिर भी अगर किसी को ब्रेस्ट में कोई समस्या महसूस होती है, तो डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है। ब्रेस्ट कैंसर के एक प्रकार को HER2-पॉजिटिव ब्रेस्ट कैंसर (HER2 -Positive Breast Cancer) या ह्यूमन एपिडर्मल ग्रोथ फैक्टर रिसेप्टर 2 ब्रेस्ट कैंसर (Human Epidermal Growth Factor Receptor 2 Breast Cancer) कहा जाता है। यह वो ब्रेस्ट कैंसर है जो एक HER2 प्रोटीन से टेस्ट्स पोस्टिव होता है। यह प्रोटीन कैंसर सेल्स की ग्रोथ को बढ़ाने में मदद करती है। HER2-पॉजिटिव ब्रेस्ट कैंसर्स (HER2- Positive Breast Cancer) अन्य तरह से ब्रेस्ट कैंसर्स से अधिक भयानक हो सकता है। लेकिन इसके उपचार में टार्गेटेड ड्रग्स बहुत प्रभावी हैं जिनमें कायनेज इन्हिबिटर्स (Kinase Inhibitors) भी शामिल हैं। जानिए क्या हैं यह दवाईयां और क्या हैं इनके उपयोग और साइड इफेक्ट।

    और पढ़ें: कैंसर फैक्ट्स: लंबी महिलाओं में अधिक रहता है ब्रेस्ट कैंसर का खतरा

    कायनेज इन्हिबिटर्स कौन से हैं? (Kinase Inhibitors)

    यह टार्गेटेड ड्रग्स (Target Drugs) ब्रेस्ट कैंसर के उपचार में सहायक हैं। इन ड्रग की सलाह डॉक्टर रोगी को मेडिकल कंडीशन और कैंसर की स्थिति व ग्रोथ आदि के अनुसार देते हैं। जानिए, कायनेज इन्हिबिटर्स या HER2-पॉजिटिव ब्रेस्ट कैंसर (HER2-Positive Breast Cancer ) के लिए टार्गेटेड ड्रग्स में प्रयोग होने वाली दवाईयां कौन सी हैं?

    ट्रेस्टुज़ुमैब (Trastuzumab)

    ट्रेस्टुज़ुमैब का प्रयोग कुछ खास तरह के ब्रेस्ट और स्टमक कैंसर (Breast and Stomach Cancer) के उपचार में प्रयोग किया जा सकता है। यह दवाई हरसेप्टिन (Herceptin), कांजिंटी (Kanjinti), ट्राजिमेरा (Trazimera) जैसे ब्रांड नेम्स से बाजार में उपलब्ध है। इन दवाईयों को कैंसर की अन्य दवाईयों के साथ कॉम्बिनेशन में भी रोगी को दिया जा सकता है। इसका प्रयोग तब भी किया जा सकता है, जब कैंसर शरीर के अन्य भागों में फैल गया हो। लेकिन, इसके कई साइड इफेक्ट भी हो सकते हैं जैसे हाइव्स, सांस लेने में समस्या, गले, जीभ, होंठों में सूजन, बुखार, सिरदर्द आदि। ऐसे में, डॉक्टर की सलाह के बिना इस दवाई को लेने की सलाह नहीं दी जाती है। ट्रेस्टुज़ुमैब के अधिकतर ब्रांड्स की भारत में रेंज 58,000 से  63,000 (440 Mg) रुपये है।

    और पढ़ें: जानिए ब्रेस्ट कैंसर के बारे में 10 बुनियादी बातें, जो हर महिला को पता होनी चाहिए

    पर्टुज़ुमेंब (Pertuzumab)

    यह दवाई पर्जेटा (Perjeta) जैसे ब्रांड नाम से बाजार में उपलब्ध हैपर्टुज़ुमेंब का अन्य दवाईयों के साथ HER2-पॉजिटिव ब्रेस्ट कैंसर (HER2- Positive Breast Cancer) के उपचार के लिए प्रयोग किया जा सकता है। लेकिन, डॉक्टर की सलाह के बिना इसे लेना हानिकारक हो सकता है। अगर आप गर्भवती हैं तो इसका सेवन न करें। यही नहीं, इस दवाई से कई गंभीर दिल संबंधित समस्याएं भी हो सकती हैं। ऐसे में अगर आप अधिक खांसी, सांस लेने में समस्या या लोअर लेग में सूजन महसूस करें, तो तुरंत मेडिकल हेल्प लेना अवश्य है। इसके अलावा भी इसके और भी कई साइड इफ़ेक्ट हैं जैसे एलर्जी, बुखार, मसल्स में दर्द आदि। पर्टुज़ुमेंब इंजेक्टव की 420 Mg स्ट्रेंथ की कीमत 1.73 लाख रुपय तक हो सकती है।

    ब्रेस्ट कैंसर के बारे में क्या यह सब जानते हैं आप? खेले यह क्विज

    नेराटीनिब (Neratinib) 

    नेराटीनिब नेरलिनक्स (Perjeta) जैसे ब्रांड नेम से बाजार में उपलब्ध हैनेराटीनिब (Neratinib) वो दवाई है जिसका प्रयोग कई बार ट्रेस्टुज़ुमैब के बाद किया जाता है। इस दवाई का प्रयोग HER2-पॉजिटिव ब्रेस्ट कैंसर (HER2- Positive Breast Cancer) के शुरुआती स्टेज के उपचार में अकेले या अन्य दवाईयों के साथ किया जा सकता है। हालांकि, इसका प्रयोग तब भी किया ज सकता है, जब HER2-पॉजिटिव ब्रेस्ट कैंसर (HER2- Positive Breast Cancer) एडवांस लेवल पर हो और शरीर एक अन्य भागों तक फैल गया हो। इस दवाई से गंभीर डायरिया होने की संभावना रहती है और अगर इसके कारण डिहायड्रेशन हो जाए, तो यह जानलेवा सिद्ध हो सकती है। यही नहीं इस दवाई के कारण डायरिया जैसे लक्षण भी नजर आ सकते हैं। ऐसे में इसका प्रयोग डॉक्टर की सलाह के बाद और अनुसार ही करना चाहिए। इस दवाई की 180 टेबलेट वाली बोतल (40 Mg) की कीमत पांच लाख तक हो सकती है।

    और पढ़ें: ब्रेस्ट कैंसर से जुड़े मिथ, भ्रम में न पड़ें, जानिए क्या है फेक्ट

    लपैटनिब (Lapatinib)

    लपैटनिब का प्रयोग अडवांस्ड हॉर्मोन रिलेटेड ब्रेस्ट कैंसर के उपचार के लिए किया जा सकता है, जो अन्य कैंसर दवाओं के उपचार के बाद अधिक बढ़ गया है या फैल गया है। इस का प्रयोग उसी स्थिति में किया जा सकता है, अगर आपका ट्यूमर प्रोटीन के लिए टेस्ट पॉजिटिव हो, जिसे (HER2) कहा जात्ता है। इसके कारण कैंसर सेल्स की ग्रोथ बढ़ सकती है। यह दवाई टाइकरब (Tykerb) जैसे ब्रांड नेम से बाजार में उपलब्ध है। पोस्टमेनोपॉजल महिलाओं ( Postmenopausal Women) में लपैटनिब को हार्मोनल दवाईयां जैसे लेट्रोजोल (Letrozole) के साथ मिला कर दिया जाता है। इस दवाई के भी कुछ साइड इफ़ेक्ट हो सकते हैं जैसे एलर्जी, बुखार, सिरदर्द आदि। इसलिए, इसका प्रयोग भी अपनी मर्जी से न करें।

    कायनेज इन्हिबिटर्स

    और पढ़ें: मेल ब्रेस्ट कैंसर के क्या हैं कारण, जानिए लक्षण और बचाव

    एडो-ट्रैस्टुज़ुमैब एम्टान्सिन (Ado-Trastuzumab Emtansine)

    एडो-ट्रैस्टुज़ुमैब एम्टान्सिन का प्रयोग भी HER2-पॉजिटिव ब्रेस्ट कैंसर (HER2- Positive Breast Cancer) के उपचार के लिए किया जा सकता है। यही नहीं, इसका प्रयोग शुरुआती ब्रेस्ट कैंसर और उस ब्रेस्ट कैंसर जो शरीर के अन्य अंगों तक फैल गया है, दोनों ही स्थितियों में किया जा सकता है। इन मामलों में जब अन्य उपचार काम नहीं आते हैं। तब यह दवाई काम में आती है। लेकिन, बिना डॉक्टर की सलाह के इसे लेना हानिकारक हो सकता है। ऐसे में बिना डॉक्टर की सलाह के इसका प्रयोग करने से बचें। एडो-ट्रैस्टुज़ुमैब एम्टान्सिन का ब्रांड नेम केडसायला (Kadcyla) है। इस इंजेक्शन के 100 Mg पर वायल (100 Mg per vial) की कीमत लगभग पच्चीस हजार रुपय है। 

    यह तो थी HER2-पॉजिटिव ब्रेस्ट कैंसर (HER2- Positive Breast Cancer) के उपचार में प्रयोग होने वाली कायनेज इन्हिबिटर्स (Kinase Inhibitors) या टार्गेटेड ड्रग्स। ऊपर बताई इन सभी दवाईयों का सेवन आपको डॉक्टर की सलाह के बाद ही करना चाहिए। अपनी मर्जी से इनका सेवन करना हानिकारक सिद्ध हो सकता है। हैलो स्वास्थ्य किसी ब्रांड का प्रचार नहीं कर रहा है, हमारा उद्देश्य केवल आप तक जानकारी पहुंचाना है।

    और पढ़ें: रेड मीट बन सकता है ब्रेस्ट कैंसर का कारण, खाने से पहले इन बातों का ख्याल रखना जरूरी

    HER2-पॉजिटिव ब्रेस्ट कैंसर (HER2- Positive Breast Cancer) की स्थिति में सबसे पहले उपचार है टार्गेटेड ड्रग्स का उपयोग और कीमोथेरेपी (Chemotherapy)। इस स्थिति में डॉक्टर आपको इन दवाईयों के सेवन की सलाह दे सकते हैं। यह तो थी कायनेज इन्हिबिटर्स (Kinase Inhibitors) या टार्गेटेड ड्रग्स के बारे में पूरी जानकारी। लेकिन, इसके कई साइड इफेक्ट भी हो सकते हैं। जैसे सोने में समस्या, मसल्स दर्द, डायरिया, जी मचलना, थकावट, सिरदर्द , भूख में कमी , रैशेज आदि। इसलिए अगर आपको इनमें से कोई भी समस्या होती है, तो तुरंत मेडिकल हेल्प लें।

    डिस्क्लेमर

    हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।

    के द्वारा मेडिकली रिव्यूड

    डॉ. प्रणाली पाटील

    फार्मेसी · Hello Swasthya


    AnuSharma द्वारा लिखित · अपडेटेड 18/02/2022

    advertisement iconadvertisement

    Was this article helpful?

    advertisement iconadvertisement
    advertisement iconadvertisement