अमेरिकन डायबिटीज एसोसिएशन (एडीए) के अनुसार, ब्लड शुगर मैनेजमेंट के लिए व्यायाम अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसके लिए आपका यह समझना भी जरूरी है कि टाइप 2 डायबिटीज, शरीर में रक्त शर्करा को कैसे बढ़ाता है, यह स्पष्ट करता है कि शारीरिक गतिविधि कैसे मदद कर सकती है। हमारे शरीर में अग्न्याशय इंसुलिन हाॅर्मोन का निमार्ण करता है, जो कोशिकाओं को रक्त से ग्लूकोज को ऊर्जा के रूप में उपयोग करने का काम करता है। टाइप 2 वाले लोगों में, इंसुलिन रेजिस्टेंस नामक समस्या उत्पन्न हो जाती है, जिससे कोशिकाएं इंसुलिन के प्रति कम संवेदनशील हो जाती हैं। अग्न्याशय कोशिकाओं के फंक्शन के लिए अधिक इंसुलिन का निमार्ण करता है। ऐसे में जब इंसुलिन का निमार्ण कम होता है, तो रक्त शर्करा का स्तर अंततः बढ़ जाता है। तो ऐसे में व्यायाम कई तरह से टाइप 2 डायबिटीज के मरीजों में इस समस्या का मुकाबला करने में मदद करता है। यह इंसुलिन संवेदनशीलता को बढ़ाता है, जो कोशिकाओं को रक्त से ग्लूकोज लेने के लिए किसी भी उपलब्ध इंसुलिन का उपयोग करने में मदद करता है। इसके अलावा, जब व्यायाम के दौरान मांसपेशियों की कोशिकाएं सिकुड़ती हैं, तो इंसुलिन के कम होने पर भी वे ग्लूकोज का इस्तेमाल करने में भी सक्षम होती हैं। व्यायाम के बाद लगभग 24 घंटे तक रक्त शर्करा का प्रभाव रहता है। मधुमेह रोगियों में शारीरिक फिटनेस बिहेवियर में कुछ एक्सरसाइज शामिल हो सकती हैं।
मधुमेह रोगियों में शारीरिक फिटनेस बिहेवियर में एरोबिक व्यायाम: नियमित एरोबिक एक्सरसाइज करने से रक्तचाप और ट्राइग्लिसराइड के स्तर को नियंत्रित करने में मददगार है। शोध ने मध्यम से हाय इंटेस्टी वाले एरोबिक व्यायाम को मधुमेह वाले लोगों में कार्डियोवैस्कुलर जोखिम को काफी कम करने के लिए देखा गया है।
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मधुमेह रोगियों में शारीरिक फिटनेस बिहेवियर में रेजिस्टेंस एक्सराइज : खराब मांसपेशियों की ताकत के लिए मधुमेह एक जोखिम कारक है। प्रतिरोध प्रशिक्षण इस प्रभाव का मुकाबला करने में मदद करता है, क्योंकि यह मांसपेशियों और ताकत को बढ़ाता है।
मधुमेह रोगियों में शारीरिक फिटनेस बिहेवियर में अन्य प्रकार के व्यायाम: डायबिटीज के मरीजों के लिए अन्य तरह की एक्सरसाइज भी शामिल है। स्ट्रेचिंग व्यायाम लचीलेपन और गति की सीमा को बढ़ाते हैं, जबकि संतुलन प्रशिक्षण से गिरने का खतरा कम होता है। मधुमेह के लक्षणों को कम कर सकती है जो तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करते हैं।