डायबिटीज में यूनानी मेडिसिंस क्या अपना असर दिखाती हैं? डायबिटीज की बीमारी का शिकार कोई भी व्यक्ति हो सकता है। यह बीमारी किसी भी उम्र में हो सकती है। खराब लाइफस्टाइल के कारण या फिर खान-पान में खराबी के कारण डायबिटीज की बीमारी होती है। हमारे शरीर में अग्नाशय से इंसुलिन हॉर्मोन रिलीज होता है। पर्याप्त मात्रा इंसुलिन हॉर्मोन रिलीज न हो पाने के कारण ब्लड में शुगर का लेवल में नहीं कंट्रोल में नहीं रह पाता है। इंसुलिन हॉर्मोन ब्लड में शुगर के लेवल को कंट्रोल करने का काम करता है। अगर इंसुलिन हॉर्मोन पर्याप्त मात्रा में नहीं बन पाता है, तो ब्लड में धीरे-धीरे शुगर बढ़ती जाती है और डायबिटीज को जन्म देती है। इस बीमारी से निपटने के लिए खानपान में लो ग्लाइसेमिक फूड्स को शामिल करने के साथ ही बेहतर लाइफस्टाइल अपना भी बहुत जरूरी है। डायबिटीज से छुटकारे के लिए मेडिसिंस के साथ ही दिनचर्या में बदलाव भी बहुत जरूरी होता है। डायबिटीज के ट्रीटमेंट के दौरान यूनानी मेडिसिंस भी अपना असर दिखाती हैं। आज इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको डायबिटीज में यूनानी मेडिसिंस (Unani Medicines in Diabetes) के बारे में जानकारी देंगे।
डायबिटीज में यूनानी मेडिसिंस (Unani Medicines in Diabetes)
यूनानी चिकित्सा प्रणाली की उत्पत्ति ग्रीस में हुई है। वहां के लोगों का मानना है कि शरीर में 4 लिक्विड यानी तरल पदार्थ होते है। अगर स्वास्थ्य अच्छा रखना है, तो इन तरल पदार्थों के बीच बैलेंस बहुत जरूरी है। इसे सेल्फ प्रिजर्वेशन मेकेनिज्म के रूप में भी जाना जाता है। यूनानी पद्धति के अनुसार बीमारी बॉडी प्रोसेस का नैचुरल पार्ट है और बीमारी के लक्षण रोग पर निर्भर करते हैं। मधुमेह के कारण खून में शर्करा की मात्रा बढ़ने लगती है। यूनानी पद्धति के अनुसार किडनी के हाय टेम्परेचर के कारण ऐसा होता है। जानिए यूनानी पद्धति के अनुसार किन कारणों से डायबिटीज की समस्या होती है।
- स्ट्रेस (Stress)
- चिंता (Anxiety)
- ओवरहीटिंग (Overeating)
- खराब लाइफस्टाइल (Sedentary lifestyle)
- शराब का सेवन करने के कारण (Alcohol abuse)
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डायबिटीज में यूनानी मेडिसिंस से ट्रीटमेंट (Diabetes treatment with unani medicine)
यूनानी पद्धति में डायबिटीज की बीमारी के लिए कुछ कॉमन रेमिडीज अपनाई जाती हैं, जिससे ब्लड में शुगर के लेवल को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। आपको हम यहां कुछ उपाय के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनका बिना जानकारी के इस्तेमाल ठीक नहीं है। आपको इनका सेवन करने से पहले डॉक्टर से जानकारी जरूर लेनी चाहिए।
जामुन (Jamun): जामुन (Jamun) का इस्तेमाल कई तरह से किया जाता है। जामुन को सुबह के समय पेय या शर्बत के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। साथ ही जामुन के बीजों को सुखा कर और पाउडर बनाकर इस्तेमाल किया जाता है। जामुन के पाउडर को गुनगुने पानी में मिलाया जा सकता है। जामुन की पत्तियां भी डायबिटीज की बीमारी में लाभ प्रदान करती हैं। इनकी पत्तियों को चबाया जा सकता है। ब्लड में शुगर के लेवल को कंट्रोल करने के लिए जामुन के ताजे फल का इस्तेमाल भी किया जा सकता है। आपको इस बारे में यूनानी एक्सपर्ट से जानकारी लेनी चाहिए।
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नीम का इस्तेमाल: ब्लड में शुगर के लेवल को कम करने के लिए नीम का सेवन भी लाभदायक साबित होता है। डायबिटीज में यूनानी मेडिसिंस (Unani Medicines in Diabetes) के रूप में नीम का इस्तेमाल किया जा सकता है। नीम की पत्तियों को चबाया जा सकता है। साथ ही नीम की छाल का इस्तेमाल भी किया जा सकता है। ब्लड को साफ करने और ब्लड में शुगर के लेवल को नियंत्रित रखने के लिए नीम की पत्तियों का इस्तेमाल किया जाता है।
डायबिटीज में यूनानी मेडिसिंस: करेले की छाल: करेले की छाल का इस्तेमाल करके भी डायबिटीज में यूनानी मेडिसिंस (Unani Medicines in Diabetes) के रूप में किया जा सकता है। करेला नैचुरल एंटी-डायबिटिक एजेंट है। करेले के जूस का इस्तेमाल दिन में दो से तीन बार किया जा सकता है। आपको बिना यूनानी एक्सपर्ट से सलाह लिए बिना करेले के जूस का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
डायबिटीज में यूनानी मेडिसिंस: कॉटन सीड्स: कॉटन सीड्स (Cotton seeds) शरीर के लिए लाभदायक होते हैं। इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं और ये ब्लड में शुगर लेवल को कम करने का काम करते हैं। कॉटन सीड्स का इस्तेमाल कैसे किया जाता है, इस बारे में यूनानी एक्सपर्ट से जानकारी जरूर लें।
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शुगर ऑफ डायबिटीज यूनानी मेडिसिंस (Sugar Off Diabetes Unani Medicine)
डायबिटीज में यूनानी मेडिसिंस (Unani Medicines in Diabetes) का इस्तेमाल करना चाहते हैं, तो आप डॉक्टर की सलाह से यूनानी मेडिसिंस ले सकते हैं। शुगर ऑफ डायबिटीज यूनानी मेडिसिंस का इस्तेमाल डायबिटीज से राहत पाने के लिए किया जाता है। ये दवा ब्लड में शुगर के लेवल को कंट्रोल करने का काम करती है। इस मेडिसिन में कंपोजिशन के रूप में जिमनेमा सिल्वेस्ट्रे 20%, रुमेक्स वेसिकारियस 20%, एन्चेराटा 20%, तबशीर 20% और युजेनी 20% मौजूद होता है। एक बॉटल की कीमत 250 रु है।
डायबिटीज में यूनानी मेडिसिंस: मोहान्तक वटी-ब्लड शुगर कंट्रोल (Mehantaka Vati – Blood Sugar Control)
नैचुरल इंग्रीडिएंट से बनी श्री श्री मोहान्तक वटी-ब्लड शुगर (Blood sugar) कंट्रोल टैबलेट का सेवन करने से खून में शुगर का लेवल कंट्रोल में रहता है। एक बॉटल की कीमत 250 रु है। एक बॉटल में 60 टैबलेट्स होती हैं। ये दवा मधुमेह की जटिलताएं को दूर करने का का काम करती है। इस दवा में मेशा श्रृंगी, जामुन बीज,बीजाका (आसन), मेथी, करंज, शिलाजीतो, निम्बा आदि पाया जाता है। आप एक्सपर्ट से जानकारी लेने के बाद इसका सेवन कर सकते हैं।
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डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए इन बातों का भी रखें ध्यान
डायबिटीज की बीमारी को कंट्रोल करने के लिए यूनानी मेडिसिंस के साथ ही कुछ अन्य बातों का ध्यान रखने की भी आवश्यकता होती है। अगर दवाओं के सेवन के साथ ही लाइफस्टाइल में भी सुधार किया जाए तो बीमारी से राहत मिल सकती है।
- रोजाना करीब आधे घंटे की वॉक जरूर करें।
- आप खाने में ऐसे सभी फूड्स को हटा दें, तो तेजी से ब्लड में शुगर के लेवल को बढ़ाने का काम करते हैं।
- आपके पास अगर बाहर जाने का समय नहीं है, तो आप ट्रेडमील पर भी एक्सरसाइज (Excercise) कर सकते हैं।
- रोजाना पर्याप्त मात्रा में नींद लें और देर रात तक न जागें।
- पर्याप्त मात्रा में पानी पीने के साथ ही खाने में फल और सब्जियों का पर्याप्त मात्रा में इस्तेमाल करें।
- प्रोसेस्ड फूड्स (Processed foods) से दूर रहें तो बेहतर रहेगा।
- खाने में क्या चीजें एड करनी चाहिए और किन चीजों से दूरी बनानी चाहिए, आपको इस बारे में डॉक्टर से जानकारी प्राप्त करनी चाहिए।
- अगर आपको स्ट्रेस की समस्या रहती है, तो स्ट्रेस से दूरी बना लें। स्ट्रेस को दूर करने के लिए आप मेडिटेशन के साथ ही योग का सहारा भी ले सकती हैं।
इस आर्टिकल में हमने आपको डायबिटीज में यूनानी मेडिसिंस (Unani Medicines in Diabetes) के बारे में बारे में जानकारी दी है। उम्मीद है आपको हैलो हेल्थ की दी हुई जानकारियां पसंद आई होंगी। अगर आपको इस संबंध में अधिक जानकारी चाहिए, तो हमसे जरूर पूछें। हम आपके सवालों के जवाब मेडिकल एक्स्पर्ट्स द्वारा दिलाने की कोशिश करेंगे।
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