प्राणायाम और योग के द्वारा स्वस्थ्य जीवन जीया जा सकता है। योग गुरु बताते हैं कि इसे कर बीमार रहित जिंदगी जी जा सकती है। इसी कड़ी में हम आपको उज्जायी प्राणायाम (Ujjayi Pranayama) और उज्जायी प्राणायाम के फायदे के साथ इसे कैसे किया जाए उसके बारे में बताएंगे। लेकिन पहले उज्जायी प्राणायाम है क्या, यह जानना बेहद ही जरूरी है। उज्जायी की जया शब्द की उत्पति हुई है, इसका अर्थ विजयी होता है। ऐसे में जो प्राणायाम हमें बंधन से आजादी देता है वो उज्जायी प्राणायाम (Ujjayi Pranayama) कहलाता है। यह हठयोग के आठ कुंभकास में से एक हिस्सा है। एक्सपर्ट बताते हैं कि हमारे सांसों की क्वालिटी काफी अहम होती है, क्योंकि हमारे सांस ही यह हमारी आंतरिक फिलिंग्स को बताते हैं। यदि आप कभी भी योगा क्लास में गए हो तो आपने यह सुना होगा कि उज्जायी ब्रीद की तरह सांसें लीजिए। उज्जायी प्राणायाम एक खास प्रकार का श्वास है, जिसे कई योगाभ्यास में इस्तेमाल किया जाता है।