बच्चों में टॉन्सिलाइटिस (Tonsillitis in children) की समस्या दूर करने के लिए निम्नलिखित घरेलू उपचार किये जा सकते हैं। जैसे:-
तुलसी – तुलसी औषधि के श्रेणी में आता है। इसमें एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल, एंटी-पायरेटिक, एंटी-सेप्टिक, एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-कैंसर गुण होते हैं। इसके साथ ही तुलसी में विटामिन-ए, विटामिन-के, कैल्शियम, आयरन और मैगनीज होता है। शारीरिक परेशानियों को दूर करने के लिए इसका उपयोग दवा में किया जाता है। तुलसी का उपयोग पेट की ऐंठन, भूख न लगना, गैस, किडनी, फ्लूइड रिटेंशन, सिरदर्द, जुकाम और पेट में कीड़ों के लिए किया जाता है। थ्रोट से जुड़ी परेशानी को दूर करने के लिए इसका सेवन बच्चों को करवाना चाहिए।
तुलसी का सेवन कैसे करें?
बच्चों में टॉन्सिलाइटिस (Tonsillitis in children) को दूर करने के लिए गर्म पानी में तुलसी के पत्ते को चाय बनाने की तरह गर्म पानी में उबालें। आप चाहें तो तुलसी (काढ़ा) चाय में शहद मिलाकर बच्चे को दें। शहद में फ्रुक्टोज की मात्रा ज्यादा होती है जिस कारण यह चीनी से भी ज्यादा मीठा होता है। बच्चे को मीठा पसंद भी होता है। मीठे की वजह से बच्चे बिना नाराज हुए तुलसी चाय का सेवन कर सकते हैं।
शहद- तुलसी के साथ शहद को मिलाकर इस चाय का सेवन करने के साथ ही सिर्फ शहद का भी सेवन लाभकारी हो सकता है। शहद में एंटीबैक्टीरियल, एंटीवायरल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं। जो गले के संक्रमण से राहत दिलाने में मदद करते हैं। टॉन्सिलाइटिस की वजह से बच्चे न खाना खा पाते हैं और न ही अच्छी नींद ले पाते हैं। ऐसी स्थिति में बच्चे को एक-एक टी सपून दो बार शहद दे सकते हैं। हालांकि अगर आपका बच्चा 12 महीने से कम का है तो ऐसे में उसे शहद न दें और डॉक्टर से संपर्क करें।