कोरोना वायरस की वजह से सभी स्वास्थ्य संस्थाओं ने घर से बाहर निकलने पर मास्क का उपयोग करना जरूरी बताया है। पिछले महीने की शुरुआत में ही, सीडीसी ने सार्वजनिक जगहों पर मास्क का उपयोग जरूरी कर दिया था, जिसके बाद लोगों ने मास्क पहनने को लेकर काफी सतर्कता दिखाई। लेकिन, थोड़े दिनों पहले एक बुरी और चिंताजनक खबर सुनने को मिली कि, एक चीनी व्यक्ति को सांस चढ़ने की वजह से काफी समस्या का सामना करना पड़ा और सर्जरी से गुजरना पड़ा। उसकी यह स्थिति, कोरोना वायरस से बचने के लिए जॉगिंग के समय मास्क पहनने से हुई। ऐसे ही एक-दो मामले और सुनने को मिले हैं। इसके बाद यह चिंता और डर बढ़ गया है कि, क्या एक्सरसाइज के दौरान मास्क पहनना सुरक्षित है या नहीं?
एक्सरसाइज के दौरान मास्क का इस्तेमाल कर रहे हैं लोग?
कोविड-19 की वजह से पूरी दुनिया थम गई थी, लोग अपने-अपने घरों में कैद रहने को मजबूर थे। इसके साथ ही सभी जिम, पूल आदि जगह भी बंद थी, जिस वजह से फिटनेस फ्रीक या फिट रहने वाले लोगों को एक्सरसाइज करने में काफी परेशानी हो रही थी। लेकिन, जैसे ही कुछ जगहों पर लॉकडाउन के नियमों में नरमी लाई गई और लोगों को बाहर निकलने की थोड़ी आजादी दी गई, तो लोगों ने आउटडोर रनिंग या जिम में एक्सरसाइज के दौरान मास्क पहनना शुरू कर दिया, ताकि कोविड-19 संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। लेकिन, पिछले कुछ दिनों में वर्कआउट या एक्सरसाइज के दौरान मास्क का उपयोग करने से लोगों की तबीयत बिगड़ने के कई मामले देखने और सुनने को मिले हैं। कुछ मामलों में यह मौत का कारण भी बना है। ऐसे में सवाल यह उठा है कि, क्या मास्क पहनकर वर्कआउट या एक्सरसाइज करना सुरक्षित है या नहीं।
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एक्सरसाइज के दौरान मास्क का उपयोग सुरक्षित है या नहीं?
एक्सपर्ट्स का मानना है कि, हाई इंटेंसिटी वर्कआउट जैसे, रनिंग, जॉगिंग या कार्डियो के दौरान मास्क का उपयोग करना जोखिम भरा हो सकता है। वैसे, आपको बता दें कि, कुछ मास्क का उपयोग वर्कआउट के दौरान ऑक्सीजन रेजिस्टेंस के लिए किया जाता है, जिससे शरीर के स्टेमिना को बढ़ाया जा सके। लेकिन, ध्यान रखें कि, ऐसा किसी जानकार की देखरेख में ही किया जाना चाहिए और इसके लिए उचित मास्क का उपयोग करना चाहिए। लेकिन, लोग बिना किसी जानकारी के सिर्फ कोरोना वायरस से बचाव के लिए एक्सरसाइज के दौरान मास्क का उपयोग कर रहे हैं, जिससे खतरनाक परिणाम देखने को मिल रहे हैं।
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एक्सपर्ट्स के मुताबिक, एक टाइट फिटिंग मास्क जैसे एन-95, सर्जिकल या कपड़े का मास्क शरीर की सांस लेने की प्रक्रिया को बाधित कर सकता है। जिससे शरीर में ब्लड गैस इक्वेशन बिगड़ जाती है और यह पोजिटिव एंड-एक्सपीरेटरी प्रेशर (Positive End- Expiratory Pressure; PEEP) को बढ़ावा देती है। यह PEEP आपके लिए न्यूमोथोरैक्स (Pneumothorax) का कारण बन सकता है। न्यूमोथोरैक्स को पंक्चर लंग्स भी कहा जाता है, जिसमें एक्सरसाइज के दौरान फेफड़ों पर अत्यधिक दबाव पड़ने पर फेफड़ों और छाती के बीच हवा भर जाती है और फिर फेफड़े पूरी तरह फूल नहीं पाते और सांस लेने में तकलीफ होने लगती है।
इसके अलावा, एक्सरसाइज के दौरा मास्क का उपयोग करने से वह पसीने व मॉइश्चर की वजह से गीला हो सकता है। जिससे वह सांस लेने में और रुकावट पैदा कर सकता है और आपके शरीर को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पाती। इसके साथ ही, जिन लोगों को फेफड़ों या दिल संबंधित बीमारियां हैं, उन्हें एक्सरसाइज के दौरान मास्क का उपयोग करने से ज्यादा खतरा हो सकता है, क्योंकि उनके फेफड़ों की क्षमता पहले ही काफी कमजोर होती है।
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कौन-सा मास्क ज्यादा खतरनाक हो सकता है?
देखिए, मास्क अलग-अलग तरह के आते हैं। जैसे, एन-95 मास्क, सर्जिकल मास्क, कपड़े के मास्क। जहां, एन-95 मास्क में सांस को आसानी से इनहेल व एक्सहेल करने के लिए एक वॉल्व लगा होता है, वहीं सर्जिकल या कपड़े के मास्क में ऐसा कुछ नहीं होता। इस वॉल्व में हवा को साफ करने के लिए एक फिल्टर लगा होता है। वहीं, सर्जिकल या कपड़े के मास्क में एक से ज्यादा लेयर भी हो सकती हैं, जिससे एयर रेजिस्टेंस बढ़ जाता है। इस वजह से सर्जिकल या कपड़े का मास्क लगाकर एक्सरसाइज करना काफी खतरनाक हो सकता है। इसके अलावा, अगर आप एन-95 मास्क या एलिवेशन ट्रेनिंग मास्क के साथ एक्सरसाइज करने के दौरान अगर आपको चक्कर आना, सिर में दर्द, सांस लेने में परेशानी आदि महसूस होती है, तो आपको तुरंत ही एक्सरसाइज रोक देनी चाहिए। क्योंकि, जरा-सा भी दबाव आपके शरीर पर काफी खतरनाक प्रभाव डाल सकता है। लेकिन, एन-95 मास्क का इस्तेमाल न करने की ही सलाह सरकार ने दे रखी है, क्योंकि यह हेल्थवर्कर्स के लिए ज्यादा जरूरी है और आम इस्तेमाल से इसकी खपत बढ़ सकती है।
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मास्क का इस्तेमाल करते हुए किन बातों का रखें ध्यान
अगर आप आउटडोर एक्सरसाइज करना चाहते हैं तो यह आपका व्यक्तिगत चुनाव हो सकता है, लेकिन आपको आउटडोर एक्सरसाइज के दौरान मास्क का उपयोग करना ही चाहिए। क्योंकि, इस दौरान आपके संक्रमित होने या किसी और को संक्रमित करने की आशंका बढ़ जाती है। लेकिन, उसके दौरान कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। जैसे-
- मास्क से नाक और मुंह को अच्छी तरह ढककर रखें।
- एक्सरसाइज के दौरान मास्क को आगे से छूने से बचें।
- वर्कआउट करने के बाद मास्क को कानों के पास से हटाएं।
- मास्क को इस्तेमाल करने के बाद तुरंत एक बंद डस्टबिन में फेंके या फिर वॉश करें।
- कॉटन से बना मास्क बेहतर होता है, लेकिन एक से ज्यादा लेयर वाला मास्क वर्कआउट करते हुए दिक्कत कर सकता है।
- मास्क पहनकर एक्सरसाइज करते हुए लो-इंटेंसिटी रखें।
- अगर मास्क पहनकर वर्कआउट करने पर आपको चक्कर आना, सिर चकराने, सांस लेने में दिक्कत, आंखें धुंधली होना जैसी समस्या हो रही है, तो तुरंत एक्सरसाइज को रोककर सावधानीपूर्वक मास्क हटाएं।
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वर्कआउट के दौरान संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है?
अगर आप, मास्क के बिना आउटडोर एक्सरसाइज करने की सोच रहे हैं, तो यह खतरनाक हो सकता है। न सिर्फ आपके लिए, बल्कि सबसे ज्यादा दूसरे लोगों के लिए। क्योंकि, जब आप एक्सरसाइज करते हैं, तो आपका शरीर सामान्य प्रक्रिया से ज्यादा तेजी और फोर्स के साथ इनहेल व एक्सहेल करता है। जिससे अगर आप संक्रमित हैं और असिंप्टोमेटिक हैं, तो काफी दूरी तक आपकी संक्रमित ड्रॉप्लेट्स जा सकती हैं और इसी तरह आप काफी दूरी से भी संक्रमित ड्रॉप्लेट्स के संपर्क में आ सकते हैं। इस तरह से आउटडोर एक्सरसाइज के दौरान कोविड-19 संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है।
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हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की मेडिकल सलाह नहीं दे रहा है। अगर आपको किसी भी तरह की समस्या हो तो आप अपने डॉक्टर से जरूर पूछ लें।
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