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Coronavirus Precautions: कोरोना से बचाव के बारे में A to Z हर जानकारी, अभी जानें

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya


Surender aggarwal द्वारा लिखित · अपडेटेड 24/08/2020

    Coronavirus Precautions: कोरोना से बचाव के बारे में A to Z हर जानकारी, अभी जानें

    चीन के वुहान (Wuhan, China) से पिछले साल के दिसंबर में शुरू हुई महामारी कोरोना वायरस (Coronavirus Pandemic) की बीमारी कोविड- 19 (COVID- 19) अब पूरी दुनिया में कहर बरपा रही है और रोजाना हजारों जिंदगियां तबाह कर रही है। कोविड 19 (Covid 19) बीमारी से दुनियाभर में लगभग 19 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं और करीब 1 लाख 19 हजार से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। पूरी दुनिया में फिलहाल इस बीमारी का कोई इलाज नहीं मिला है ऐसे में आपको कोरोना से बचाव के लिए A टू Z सारी जानकारी होना आवश्यक है। इससे बचाव से पहले कोरोना वायरस से होने वाली बीमारी कोविड -19 के बारे में कुछ बेसिक जानकारी लेते हैं।

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    कोरोना से बचाव से पहले जानते हैं क्या है कोविड- 19 (What is Covid 19?)

    कोविड- 19 एक रेस्पिरेटरी इंफेक्शन (Respiratory Infection) है, जो कोरोना वायरस फैमिली (Coronaviridae Family) के एक नए प्रकार के संपर्क में आने के कारण होता है। वायरस का नया प्रकार होने के कारण इसका इलाज या रोकथाम का तरीका वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों के पास पहले से मौजूद नहीं था, जिस वजह से इसके संक्रमण पर लगाम लगाना आसान नहीं है। हालांकि, यह वायरस 2002 में चीन में ही फैले सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम (Severe Acute Respiratory Syndrome) यानी सार्स (SARS) से बहुत ज्यादा मेल खाता है, इसलिए इसका दूसरा नाम सार्स-सीओवी-2 (SARS-CoV-2) रख दिया गया है।

    कैसे शरीर पर हमला करता है वायरस?

    कोविड- 19 आपके श्वसन तंत्र (Respiratory Tract) और रोग प्रतिरोधक तंत्र (Immune System) पर प्रहार करता है और उसे कमजोर बनाता है। इसकी वजह से संक्रमित व्यक्ति को फ्लू जैसे मामूली से लेकर गंभीर लक्षणों (Coronavirus Symptoms) का सामना करना पड़ता है। जिसमें, सूखी खांसी, बुखार और सांस लेने में समस्या प्रमुख है। लेकिन, जारी रिसर्च के मुताबिक कोरोना वायरस के नए लक्षणों के बारे में भी पता लगाया जा रहा है, जिसमें सूंघने की क्षमता कमजोर होना, स्वाद करने की क्षमता कमजोर होना, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, डायरिया आदि की शिकायत भी देखी जा रही है। यह लक्षण पहले से चली आ रही क्रोनिक डिजीज के साथ मिलकर काफी गंभीर और जानलेवा भी हो सकते हैं।

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    फैलने के तरीके पर निर्भर करता है कोरोना से बचाव ?

    कोरोना से बचाव से पहले हमें इसके फैलने के तरीके के बारे में पता होना चाहिए। कोरोना वायरस आपके इम्यून सिस्टम को कमजोर करने के साथ-साथ रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट को नकारात्मक रूप से प्रभावित करता है और यह उसमें फैल जाता है। अभी तक प्राप्त जानकारी के हिसाब से खांसी या जुकाम जैसे लक्षणों के दौरान निकलने वाले ड्रॉप्लेट्स के माध्यम से यह बाहरी वातावरण में फैलता है। हालांकि, अब ऐसी आशंका भी जताई जा रही है कि, यह वायरस किसी संक्रमित व्यक्ति में खांसी या जुकाम जैसे लक्षण न दिखने पर भी उसकी सांस के माध्यम से शरीर से बाहर निकलता है। संक्रमित व्यक्ति के शरीर से बाहर निकलने पर यह लगभग 1 मीटर के दायरे में मौजूद स्वस्थ व्यक्ति, सतह या वस्तुओं पर अलग-अलग समय तक जिंदा रह सकता है। कोरोना से बचाव के तरीके न अपनाने पर यह स्वस्थ व्यक्ति अपने संक्रमित हाथों को या कोई अन्य स्वस्थ व्यक्ति अपने हाथों के संक्रमित सतह या वस्तुओं के संपर्क में आने के बाद अपने हाथों को आंख, नाक या मुंह के संपर्क में लाता है, तो यह उसके शरीर में प्रवेश करके उसे भी संक्रमित कर देता है।

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    कोरोना वायरस से बचाव के बारे में A to Z सभी जानकारी (Everything about Coronavirus Precautions)

    जैसा कि हमने ऊपर बताया कि कोरोना से बचाव के तरीके कोविड 19 इंफेक्शन के फैलने के तरीके पर ही निर्भर करते हैं। डॉक्टरों और विशेषज्ञों द्वारा इस वायरस को किसी अन्य स्वस्थ व्यक्ति तक पहुंचने या उसके संपर्क में आने से पहले रोकने के लिए कुछ जरूरी एहतियात और सावधानियां जरूर बरतनी चाहिए। आइए, इन्हीं एहतियात और सावधानियों के बारे में विस्तार से जानते हैं।

    कोरोना से बचाव- हाथों को अच्छी तरह और कई बार धोयें (Hand Wash)

    कोविड- 19 से बचाव के लिए यह एहतियात सबसे जरूरी और प्रभावशाली है। डॉक्टरों और विशेषज्ञों के मुताबिक, कोरोना वायरस का हमारे मुंह, नाक या आंखों तक पहुंचने का सबसे प्रमुख जरिया हमारे हाथ होते हैं और अगर हम अपने हाथों की साफ-सफाई के बारे में पूरा ध्यान रखते हैं, तो हमारी सुरक्षा काफी मजबूत हो जाती है। इसलिए, विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, हमें अपने हाथों को साबुन और पानी से करीब 20 सेकेंड तक अच्छी तरह धोना चाहिए। धोते हुए हमें कलाई, अंगूठा, नाखून और उंगलियों के बीच वाले हिस्से को भी अच्छी तरह साफ करना चाहिए। बेहतर प्रभाव के लिए अपने हाथों को थोड़ी-थोड़ी देर में धोते रहें और किसी वस्तु या सतह को छूने के बाद या बाहर से आने के बाद तुरंत धोयें।

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    साबुन और पानी न होने पर सैनिटाइजर का उपयोग (Sanitizer)

    कई जगह, पानी की समस्या है या फिर आप बाहर जाने पर हर समय अपने साथ पानी और साबुन नहीं रख सकते। लेकिन, आपको यह ध्यान होना चाहिए कि घर से बाहर कोरोना वायरस के संपर्क में आने का खतरा सबसे ज्यादा होता है। ऐसे में कोरोना से बचाव के लिए आपको सैनिटाइजर का इस्तेमाल करना चाहिए। एल्कोहॉल बेस्ड सैनिटाइजर कोरोना वायरस के खिलाफ असरदार होता है और आपके हाथों पर मौजूद वायरस का खात्मा करता है। हालांकि, घर पहुंचते ही साबुन और पानी से अच्छी तरह हाथ धोना न भूलें।

    कोरोना वायरस से बचाव के उपाय- मुंह, नाक और आंखों को न छूएं

    गंदे व साबुन और पानी से बिना धुले हाथों को मुंह, नाक और आंखों पर न लगाएं। एक सामान्य व्यक्ति दिनभर में कई बार जाने-अनजाने में अपने हाथों को मुंह, नाक और आंखों पर लगाता है। लेकिन, कोरोना से बचाव के लिए आपको यह नहीं करना है। खासकर, मोबाइल, दरवाजों के हैंडल या बाहर से आए हुए सामान को हाथ लगाने के बाद तो बिल्कुल भी नहीं। क्योंकि, अलग-अलग सतह पर कोरोना वायरस 4 घंटे से लेकर कई दिन तक जिंदा रह सकता है। इसके अलावा, नाखूनों को चबाना भी बंद कर दें।

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    Covid-19 से बचाव के उपाय- मुंह और नाक को ढकें

    आपको बाहर जाने पर या फिर घर में भी खांसी या जुकाम होने पर मुंह और नाक पर मास्क का उपयोग करना चाहिए। क्योंकि, कोरोना वायरस आपकी नाक और मुंह में मौजूद होता है और खांसने या छींकने पर दूसरे व्यक्तियों और सतहों को संक्रमित कर सकता है, जिससे आपके घरवालों के लिए खतरा हो सकता है। दूसरा कारण, यह भी है कि यह खतरनाक वायरस खांसी या जुकाम जैसे लक्षण न होने वाले संक्रमित लोगों की सांस छोड़ने या बोलने के जरिए भी फैल सकता है। इसलिए, हमेशा अपने मुंह और नाक को मास्क से ढके रहना कोरोना से बचाव का सबसे जरूरी तरीका है। इसके अलावा, अगर आपको घर में भी अचानक खांसी या जुकाम आती है, तो कृपया कोहनी को मोड़कर या टिश्यू को मुंह व नाक पर रखकर खांसे या छींके। इस दौरान अपने हाथों का प्रयोग न करें और खांसने या छींकने के बाद टिश्यू पेपर को बंद डस्टबिन में फेंककर व कोहनी और हाथों को अच्छी तरह पानी और साबुन से धोयें।

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    पर्सनल आइटम को शेयर न करें

    कोरोना से बचाव के लिए बाहर या घर में भी किसी दूसरे व्यक्ति के मोबाइल या फिर कंघा, मेकअप आइटम, कपड़े आदि अन्य पर्सनल आइटम का इस्तेमाल न करें और न ही छुएं। इसके अलावा, घर में सभी के खाने के बर्तन अलग कर दें और हर के सदस्य और बच्चों को भी उनके अपने बर्तनों की पहचान और इस्तेमाल को लेकर समझाएं।

    कोरोना से बचाव- लोगों से हाथ मिलाना या गले मिलना बंद करें

    कोरोना वायरस किसी भी व्यक्ति के हाथों, कपड़ों या सांस के द्वारा किसी दूसरे स्वस्थ व्यक्ति को संक्रमित कर सकता है। इसलिए, किसी भी व्यक्ति से स्किन टू स्किन कॉन्टेक्ट (Skin to Skin Contact) न करें।

    Covid-19 से कैसे बचें- पालतू जानवरों से दूर रहें (Precautions with Pets)

    कई लोगों के घर में पालतू जानवर होते हैं। अभी तक प्राप्त जानकारी के मुताबिक यह स्पष्ट तो नहीं है कि जानवरों के द्वारा कोरोना वायरस फैल रहा है या नहीं। लेकिन, कोरोना से बचाव के लिए आपको पालतू जानवरों या उनके खाने-पीने या अन्य सामान को छूने से पहले और बाद में हाथों को अच्छी तरह धोयें। साथ ही खुद भी और बच्चों को भी पालतू जानवरों से दूर रखें और पालतू जानवरों को घर से बाहर न ले जाएं।

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    कोरोना से बचाव- क्लीनिंग और डिसइंफेक्शन का ध्यान (Clean and Disinfect)

    घर में जमीनी सतह, दरवाजों के हैंडल, माइक्रोवेव, फ्रिज, वॉशबेसिन, सिंक, टेबल, चेयर, खिड़की के दरवाजे आदि ऐसी ही अन्य जगह जहां पर कई लोगों का बार-बार हाथ लगता है। ऐसी जगहों की साबुन और पानी से सफाई के साथ-साथ एल्कोहॉल बेस्ड डिसइंफेक्टेंट का इस्तेमाल करें। आप अपने मोबाइल और लैपटॉप को भी उचित डिसइंफेक्टेंट का प्रयोग करके साफ कर सकते हैं। कोरोना से बचाव के लिए ऐसा दिन में दो से दिन बार जरूर करें। हालांकि, किसी भी जगह के लिए डिसइंफेक्टेंट इस्तेमाल करते हुए उससे संबंधित सावधानी और एहतियात जरूर बरतें।

    फल और सब्जियों व अन्य ग्रोसरीज को साफ करना (How to wash Fruits and Vegetables?)

    आप कोरोना से बचाव के लिए बाहर से आए फल, सब्जियों व अन्य ग्रोसरीज आइटम को भी अच्छी तरह साफ करें। इसके लिए फूड-ग्रेड हाइड्रोजन पैरॉक्साइड (hydrogenperoxide) या सफेद सिरका (white vinegar) का इस्तेमाल कर सकते हैं। साफ करने के बाद फलों, सब्जियों व अन्य ग्रोसरीज आइटम को फ्रिज या अलमारी में रखने से पहले कुछ देर सूखने दें। इसके लिए आप वेजिटेबल एंटीबैक्टीरियल वॉश (Vegetable Antibacterial Wash) का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। हालांकि, इन्हें धोने से पहले और बाद में हाथों को जरूर धोयें।

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    Covid-19 खुद को बचाने के तरीके- मांस, सब्जी आदि को अच्छी तरह पकाएं

    खाना व मांस-मछली बनाने के दौरान उसे अच्छी तरह धोएं और फिर आंच पर अच्छी तरह पकाएं। मांस या सब्जी अच्छी तरह पकाने पर उसमें मौजूद तमाम खतरनाक बैक्टीरिया और वायरस खत्म हो जाते हैं।

    सोशल डिस्टेंसिंग और लॉकडाउन का पालन करें (Social Distancing and Lockdown)

    भारत समेत कई देशों में लॉकडाउन है। ऐसे में आपको घर से बाहर बिल्कुल नहीं निकलना चाहिए। क्योंकि, भीड़ या एक जगह इकट्ठा होने पर कोविड-19 इंफेक्शन काफी तेजी से फैल सकता है और इसे रोकना बहुत मुश्किल होगा। कोरोना से बचाव के लिए घर पर रहना सबसे सुरक्षित है और अगर आप डॉक्टर के पास या फल, सब्जी, दवाई या घर का जरूरी सामान लेने जैसे आवश्यक कार्यों के लिए घर से बाहर जा रहे हैं, तो सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखें। आपको हर व्यक्ति से कम से कम 1 से 2 मीटर की दूरी पर रहना चाहिए और मास्क व सैनिटाइजर जैसी सावधानी भी बरतनी चाहिए। इसके अलावा, आपको बाहर कहीं भी भीड़ नहीं लगानी चाहिए और रेस्टॉरेंट, पब आदि में बाहर खान-पीने से भी बचना चाहिए।

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    कोरोना से बचाव- बीमार होने पर घर में भी सेल्फ आइसोलेशन (Self Isolation) करें

    कोरोना वायरस के संपर्क में आने के 4 से 14 दिन बाद व्यक्ति में इसके लक्षण दिखने शुरू होते हैं। इस वजह से यदि आप या आपके घर में कोई किसी कोरोना वायरस से प्रभावित जगह से आया है या फिर आपके घर में आप में या किसी भी सदस्य में खांसी-जुकाम जैसे लक्षण दिख रहे हैं, तो खुद या उससे सेल्फ-आइसोलेशन या सेल्फ क्वारेंटाइन (Self Quarantine) करवाएं। इस प्रक्रिया में आपको घर के एक कमरे में रहना होता है और दूसरे सदस्यों से मिलना या संपर्क में आना बंद करना होता है। अन्य सदस्यों को आशंकित कोरोना से बचाव के लिए आपको अपने खाने के बर्तन, कपड़े या वॉशरूम इस्तेमाल करते समय भी काफी सावधानी बरतनी होती है। यदि एक-दो दिन में तबीयत ठीक नहीं होती, तो डॉक्टर के पास पूरी एहतियात बरतते हुए जाकर टेस्ट करवाना चाहिए। यदि, आप एक-दो दिन में स्वस्थ हो जाते हैं, तो सेल्फ आइसोलेशन बंद कर सकते हैं।

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    कोरोना वायरस से बचाव- मास्क पहनते हुए सावधानी

    कोरोना से बचाव के लिए आपको मास्क पहनते और उतारते हुए भी सावधानी रखनी चाहिए। आपको मास्क पहनने या उतारने से पहले हाथों को अच्छी तरह धोना चाहिए और उतारने के बाद उसे एक बंद डस्टबिन में फेंक कर फिर हाथों को धोना चाहिए। मास्क पहनने के दौरान बार-बार उसे छूने से बचें और अगर आपको कोरोना वायरस के जैसे कोई लक्षण नहीं हैं, तो आप घर में बनाए गए कपड़े के मास्क भी पहन सकते हैं। लेकिन, यह ध्यान रखें कि 2 साल से छोटे बच्चे, सांस की समस्या से ग्रसित व्यक्ति और जो लोग खुद मास्क नहीं उतार सकते, उन्हें मास्क नहीं पहनाना चाहिए और घर में ही रहने को कहना चाहिए। सिंगल यूज मास्क को सिर्फ एक बार ही इस्तेमाल करें और कपड़े व दोबारा इस्तेमाल हो सकने वाले मास्क को अच्छी तरह साफ करने के बाद ही इस्तेमाल करें।

    बुजुर्गों के लिए कोरोना से बचाव

    बुजुर्गों का रोग प्रतिरोधक तंत्र कमजोर होता है, जिस वजह से उन्हें संक्रमण होने और उनमें इसके गंभीर परिणाम होने का खतरा ज्यादा होता है। इसलिए, उन्हें बाहर बिल्कुल नहीं जाना चाहिए और उनके पास किसी बाहरी व्यक्ति या आपको साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखते हुए जाना चाहिए। बुजुर्गों में मधुमेह, ब्लड प्रेशर, दिल के बीमारी जैसी कुछ क्रोनिक डिजीज भी हो जाती हैं और यह बीमारी कोरोना वायरस के साथ जानलेवा साबित हो सकती हैं। इसके साथ ही बुजुर्गों को अपनी जरूरी दवाएं, मेडिकल सामान आदि का स्टॉक रखना चाहिए।

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    बच्चों के लिए कोरोना से बचाव

    बुजुर्गों की तरह छोटे बच्चों का इम्यून सिस्टम भी कमजोर होता है। इसलिए उन्हें भी बिल्कुल बाहर न जाने दें। अभी उन्हें घर में रहने और खेलने के लिए प्रोत्साहित करें। इसके लिए आप कार्टून, नई रेसिपी, उनके साथ खेलने जैसे तरीके भी इस्तेमाल कर सकते हैं। बाकी, छोटे बच्चों के खिलौनों और कपड़ों की साफ-सफाई का भी पूरा ध्यान रखें और उनके स्वास्थ्य को नुकसान न पहुंचाने वाले डिसइंफेक्टेंट का इस्तेमाल करें। बच्चों को इम्यून सिस्टम मजबूत करने वाले फूड भी खिलाएं।

    गर्भवती व स्तनपान करवा रही महिलाओं के लिए कोरोना वायरस से बचाव

    अगर आप गर्भवती हैं या स्तनपान करवाती हैं, तो आपको भी अधिक सतर्क और सावधान होना चाहिए। क्योंकि, ऐसे में आपके शिशु की सेहत भी आपसे जुड़ी होती है। गर्भवती महिलाएं ऊपर बताई गए कोरोना से बचाव के तरीके अधिक सतर्कता से अपनाएं और शिशु को स्तनपान करवा रही महिलाएं बच्चे को सुरक्षित जगह पर रखें, जहां बाहर से आने वाले या बहुत लोग न आते-जाते हों। इसके अलावा, स्तनपान करवाने से पहले और बाद में हाथों और स्तनों की साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखें।

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    डॉक्टरों द्वारा कोरोना से बचाव

    कोरोना वायरस की बीमारी कोविड- 19 की वजह से कई डॉक्टरों और नर्सों व हेल्थ केयर टेकर्स भी संक्रमित हो गए हैं। क्योंकि, वह ऐसे न जाने कितने संक्रमित मरीजों का इलाज कर रहे हैं। डॉक्टरों को भी अस्पताल व क्लिनिक में होने के दौरान मास्क, सैनिटाइजर आदि का प्रयोग करना चाहिए। इसके अलावा, अगर कोई डॉक्टर घर जाता है तो खुद को सेल्फ-क्वारेंटाइन ही करना चाहिए। वहीं, छोटे-छोटे क्लिनिक में रोजाना कई लोगों का इलाज कर रहे डॉक्टरों को अपने थर्मामीटर, स्टेथोस्कोप, दरवाजें, बेंच, चेयर और अपने हाथों की क्लिनिंग और डिसइंफेक्शन का पूरा ध्यान रखना चाहिए।

    फल-सब्जी व ग्रोसरीज विक्रेता और डिलीवरी बॉय के लिए कोरोना से बचाव

    ऐसे समय में फल-सब्जी, ग्रोसरीज व डिलीवरी करने वाले हमारे लिए अपनी जान का जोखिम डालते हुए कार्य कर रहे हैं। लेकिन, उन्हें कोरोना वायरस के खतरे के साथ कई लोगों को उनसे कोरोना होने का खतरा होता है। ऐसे में उन्हें भी अपनी व्यक्तिगत जिम्मेदारी समझते हुए मास्क, सैनिटाइजर का उपयोग और फल-सब्जी व ग्रोसरीज को ढककर रखने का कार्य करना चाहिए। राशन व किराना की दुकानवालों को अपनी दुकान के बाहर व उसके शटर, दरवाजे, हैंडल, सामान रखने की रैक, सामान लाने के दौरान, अपने कर्मचारियों आदि की साफ-सफाई व डिसइंफेक्शन का भी पूरा ख्याल रखना चाहिए।

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    सबसे जरूरी कोरोना से बचाव

    ऊपर बताए गए कोरोना से बचाव के साथ-साथ आपको एक और सबसे जरूरी बचाव अपनाना चाहिए और वो है फेक न्यूज व गलत जानकारी पर विश्वास करना व उसे आगे फैलाना। इसके कारण समाज में डर व आतंक की स्थिति हो सकती है। कई लोग सोशल मीडिया पर वायरल हुई जानकारी व कोरोना वायरस के इलाज के झूठे तरीकों को अपनाकर अपनी जान खतरे में डाल लेते हैं। ऐसे में हमें समाज के लिए भी कोरोना से बचाव करना होगा। आप सिर्फ डॉक्टरों, विशेषज्ञों व सरकारी स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी जानकारी, आंकड़ों और बचाव व इलाज के तरीकों पर ही भरोसा करें। किसी सवाल या शंका के समाधान के लिए डॉक्टर के पास जाएं और तबीयत खराब होने या कोरोना वायरस के खांसी, जुकाम, बुखार के लक्षण दिखने पर डॉक्टर से परामर्श करें और टेस्ट करवाएं। क्योंकि, आपका कोरोना से बचाव कई लोगों को कोरोना वायरस के खतरे से दूर कर सकता है।

    डिस्क्लेमर

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    के द्वारा मेडिकली रिव्यूड

    डॉ. प्रणाली पाटील

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    Surender aggarwal द्वारा लिखित · अपडेटेड 24/08/2020

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