स्विमिंग एरोबिक एक्सरसाइज कि श्रेणी में शामिल है। स्विमिंग से पूरे शरीर की एक साथ एक्सरसाइज हो जाती है। तैराकी करने से कंधों, कमर, पीठ, पेट और पैर को एकसाथ टोन होने में मदद मिलता है। एक्स्ट्रा कैलोरी घटाने के लिए यह एक बेहतरीन एक्सरसाइज है।
स्ट्रोक के बाद एरोबिक एक्सरसाइज 3- स्क्वॉट्स (Squats)
स्क्वॉट्स एक्सरसाइज शरीर की ज्यादातर मसल्स को प्रभावित करती हैं। इस वर्कआउट से कंधों, कमर और पैर की सभी मसल्स मजबूत होती हैं। इस एक्सरसाइज से मसल्स का विकास होने के साथ-साथ स्ट्रॉन्ग भी होती है।
इन तीन एक्सरसाइज को स्ट्रोक के बाद एरोबिक एक्सरसाइज की लिस्ट में शामिल किया जा सकता है।
नोट: स्ट्रोक के बाद एरोबिक एक्सरसाइज या किसी भी तरह के अन्य एक्सरसाइज को करने से पहले डॉक्टर से जरूर सलाह लें। वहीं अगर एक्सरसाइज करने से कोई परेशानी महसूस होती है, तो तुरंत रिलैक्स करें और एक्सरसाइज ना करें। बेहर होगी कि अगर ऐसी कोई स्थिति समझ आती है तो जल्द से जल्द डॉक्टर से कसंल्ट करें।
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नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (National Center for Biotechnology Information) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम (Cardiovascular system) से जुड़ी समस्या में स्मोकिंग करना सबसे बड़ा कारण है। तंबाकू में जहरीले पदार्थ ब्लड वेसल्स को छोटा करने के साथ-साथ नुकसान भी पहुंचा सकते हैं, जिससे ब्लड क्लॉट होने का खतरा बढ़ जाता है और ब्लड सर्कुलेशन (Blood Circulation) बिगड़ जाता है। इसलिए अगर आप इन बीमारियों से बचना चाहते हैं, तो स्मोकिंग की लत से बचें और हेल्दी लाइफस्टाइल फॉलो करें।
कार्डियोवैस्कुलर हेल्थ के लिए किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए? (Tips to prevent Cardiovascular disease)
कार्डियोवैस्कुलर हेल्थ के लिए निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। जैसे: