इत्यादि का समावेश होता है। यह सभी तरह के नारियल तेल शरीर के लिए फायदेमंद माने जाते हैं। लेकिन यदि आप कोलेस्ट्रॉल में नारियल तेल (Cholesterol and coconut oil) के इस्तेमाल के बारे में जानना चाहते हैं, तो आपको इन दोनों के बीच संबंध को समझना होगा। कोलेस्ट्रॉल में नारियल तेल के फायदों से जुड़ी एक स्टडी सामने आई है। आइए जानते हैं क्या कहती है यह स्टडी।
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कोलेस्ट्रॉल में नारियल तेल : क्या कहती है स्टडी?
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन में छपी एक स्टडी के मुताबिक कोलेस्ट्रॉल में नारियल तेल, मक्खन और सनफ्लावर ऑयल से जुड़ी जानकारी ली गई। स्टडी में पाया गया कि कोलेस्ट्रॉल में कोकोनट ऑयल फायदेमंद है। यह शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड लेवल को कम करके गुड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ाता है। वहीं इस स्टडी में पाया गया कि कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) में जैतून का तेल यानी कि ऑलिव ऑयल के इस्तेमाल से भी फायदा होता है। वहीं नेशनल हार्ट, लंग एंड ब्लड इंस्टिट्युट के अनुसार कोलेस्ट्रॉल में नारियल तेल (Cholesterol and coconut oil) का इस्तेमाल कम किया जाना चाहिए, क्योंकि इसमें सैचुरेटेड फैट बड़ी मात्रा में होता है। इसलिए ये कार्डियोवैस्कुलर डिजीज में आपकी परेशानी बढ़ा सकता है।
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जब आप कोलेस्ट्रॉल में नारियल तेल (Cholesterol and coconut oil) को प्रोसेस करके इस्तेमाल करते हैं, तो यह आपके शरीर में कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ा सकता है। यही कारण है कि आपको कोलेस्ट्रॉल में नारियल तेल का इस्तेमाल डॉक्टर की सलाह के बाद सीमित मात्रा में ही करना चाहिए। कोलेस्ट्रॉल में नारियल तेल तब फायदेमंद माना जाता है जब आप इसे अनप्रोसैस्ड रूप में यानी कि वर्जिन कोकोनट ऑयल का इस्तेमाल खाना बनाने के लिए करें। लेकिन सैचुरेटेड फैट को ध्यान में रखते हुए इसका इस्तेमाल सीमित मात्रा में ही किया जाना चाहिए। यही वजह है कि आपको कोलेस्ट्रॉल में नारियल तेल का इस्तेमाल डॉक्टर की सलाह के बाद ही करना चाहिए।