कोलैप्स लंग्स की समस्या को मेडिकल टर्म में न्यूमोथोरैक्स (Pneumothorax) कहते हैं। ऐसी स्थिति किसी दुर्घटना या हाई-कॉन्टेक्ट स्पोर्ट्स (High-contact sport) के कारण लंग्स को डैमेज कर सकती जो खांसते समय सीने में दर्द (Chest pain and dry cough) की समस्या को भी दावत दे सकते हैं।
लंग कैंसर (Lung cancer)
लंग कैंसर की समस्या होने पर भी सीने में दर्द और सूखी खांसी (Dry Cough and Chest Pain) की समस्या हो सकती है।
हार्ट फेलियर (Heart failure)
हार्ट फेलियर की समस्या होने पर हार्ट ब्लड पंप करने में समर्थ नहीं होता है। ऐसी स्थिति हार्ट डिजीज (Heart disease) एवं हार्ट अटैक (Heart attack) का कारण बन सकती है।
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खांसते समय सीने में दर्द (Chest pain and dry cough) हो तो क्या करें?
खांसते समय सीने में दर्द (Chest pain and dry cough) की समस्या होने पर डॉक्टर सबसे पहले पेशेंट की हेल्थ कंडिशन (Health Condition) एवं बीमारी के लक्षणों के बारे में पूछते हैं। इन स्थितियों को समझने के बाद डॉक्टर निम्नलिखित टेस्ट करते हैं। जैसे:
स्पिरोमेट्री (Spirometry)
स्पिरोमेट्री टेस्ट से व्यक्ति की सांस लेने की क्षमता को समझने में मदद मिलती है। इसके साथ ही व्यक्ति कितनी तेजी से सांस ले रहा है छोड़ रहा है इसकी भी जानकारी मिलती है।
चेस्ट एक्स-रे (Chest X-ray)
चेस्ट एक्स-रे से लंग कैंसर (Lung cancer), डैमेज हुए लंग (Collapsed lung) या लंग्स से जुड़ी किसी भी समस्या (Lung problems) की जानकारी मिल जाती है।
ब्लड टेस्ट (Blood tests)
ब्लड टेस्ट की सहायता से कुछ विशेष प्रकार के इंजाइम्स (Enzymes) या प्रोटीन (Proteins) की जानकारी मिलती है।
बैक्टीरियल स्पुटम कल्चर (Bacterial sputum culture)
इस टेस्ट की मदद से बैड बैक्टीरिया की जानकारी मिलती है, जो सीने में दर्द और सूखी खांसी की समस्या को दावत दे सकते हैं।
लैरींगोस्कोपी (Laryngoscopy)
एक छोटे से कैमरी की सहायता से थ्रोट की जांच की जाती है, जिससे इंफेक्शन या खांसते समय सीने में दर्द के अन्य कारणों का पता चल सकता है।