हम अक्सर सुनते रहते हैं कि हार्ट को हेल्दी रखने के लिए एक्सरसाइज (Exercise), हेल्दी डायट (Healthy Diet) और स्मोकिंग (Smoking) से दूर रहना जरूरी है। हार्ट को हेल्दी रखने के लिए सभी को इन बातों का ध्यान रखना ही चाहिए, लेकिन जो लोग असामान्य दिल की धड़कन (Heart arrhythmia) से परेशान हैं उनके लिए ऐसा करना ज्यादा जरूरी हो जाता है। फिर चाहे वह डायट हो या एक्सरसाइज। हार्ट एरिदमिया में एक्सरसाइज (Exercise in heart arrhythmia) रूटीन फॉलो करते वक्त किन बातों का ख्याल रखना चाहिए कौन सी एक्सरसाइज करनी चाहिए कौन सी नहीं करना चाहिए इस बारे में हम बताने जा रहे हैं। पहले जान लेते हैं हार्ट एरिदमिया के बारे में।
हार्ट एरिदमिया (Heart Arrhythmias)
हार्ट एरिदमिया जिसे अनियिमित दिल की धड़कन भी कहते हैं की परेशानी तब होती है जब इलेक्ट्रिकल इंप्लसेस (electrical impulses) जो हार्ट बीट (Heart beat) के साथ कॉर्डिनेट करते हैं वे ठीक से काम नहीं करते। जिसकी वजह से हार्ट बीट बहुत फास्ट, बहुत स्लो या अनियमित हो जाती है। कई बार यह इसकी वजह से किसी प्रकार की परेशानी नहीं होती, लेकिन कभी-कभी इसकी वजह से जान भी जा सकती है।
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हार्ट एरिदमिया में एक्सरसाइज (Exercise in heart arrhythmia)
हार्ट डिजीज (Heart Disease) का सामना कर रहे लोगों को एक्सरसाइज करना जरूरी होता है। एक्सरसाइज से हार्ट डिजीज के रिस्क को कम करने के साथ ही उन्हें अच्छी तरह मैनेज किया जा सकता है। यह बात सच है कि कंप्लीट फिटनेस प्राप्त करने के लिए अलग-अगल प्रकार की एक्सरसाइजेज की जरूरत होती है। जबकि हार्ट हेल्थ के लिए एरोबिक एक्सरसाइज (Aerobic exercise) और रेजिस्टेंस ट्रेनिंग (Resistance training) सबसे जरूरी है। हालांकि फ्लैग्जिबिलिटी का हार्ट हेल्थ (Heart health) से सीधा संबंध नहीं है, लेकिन यह जरूरी है क्योंकि यह एरोबिक और स्ट्रेंथ एक्सरसाइज को परफॉर्म करने के लिए बेस प्रदान करती है। हार्ट एरिदमिया में एक्सरसाइज (Exercise in heart arrhythmia) करना चाहते हैं तो निम्न एक्सरसाइज की जा सकती हैं। हार्ट एरिदमिया में एक्सरसाइज रूटीन स्टार्ट करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
एरोबिक एक्सरसाइज (Aerobic Exercise)
एरोबिक एक्सरसाइज (Aerobic exercise) ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करने के साथ ही ब्लड प्रेशर (Blood Pressure) और हार्ट रेट (Heart rate) को कम करने में मदद करती है। ये ओवरऑल एरोबिक फिटनेस को बढ़ाने में भी मददगार हैं। साथ ही कार्डिएक आउटपुट (यानि आपका हार्ट कितनी अच्छी तरीके से पंप करता है) में भी सुधार करती हैं। एरोबिक एक्सरराइज टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 Diabetes) के रिस्क को भी कम करने में मदद करती है और यदि आपको डायबिटीज है तो यह ब्लड ग्लूकोज को भी कम करने में मदद करती है। हार्ट एरिदमिया में एक्सरसाइज (Exercise in heart arrhythmia) करना चाहते हैं तो एरोबिक एक्सरसाइजेज की जा सकती हैं।
एरोबिक एक्सरसाइज में रनिंग, स्विमिंग, साइकलिंग, टेनिस, जंपिंग रोप आदि को शामिल हैं। इन्हें हार्ट पंपिंग एरोबिक एक्सरसाइज भी कहा जाता है। अब बात आती है कि हार्ट एरिदमिया में एक्सरसाइज करना है, तो एरोबिक एक्सराइज कितनी देर करनी चाहिए। तो बता दें कि आप हर दिन 30 मिनट तक एक्सरसाइज कर सकते हैं वह भी हफ्ते में 5 दिन तक।
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स्ट्रेंथ ट्रेनिंग (Strength Training)
स्ट्रेंथनिंग एक्सरसाइज (Strengthening exercises) का पूरी बॉडी पर असर होता है। जिन लोगों की बॉडी पर फैट ज्यादा होता है जिसमें बैली फैट भी शामिल है (जो हार्ट डिजीज का रिक्स फैक्टर है) को कम करने और लीन मसल्स मास को क्रिएट करने में ये एक्सरसाइज मदद करती हैं। एरोबिक एक्सरसाइज और रेजिस्टेंस वर्कआउट दोनों मिलकर एचडीएल कोलेस्ट्रॉल (HDL Cholesterol) को बढ़ाने और एलडीएल कोलेस्ट्रॉल (LDL Cholesterol) को कम करने में मदद करते हैं। जिससे सीधे-सीधे हार्ट डिजीज का खतरा कम होता है। साथ ही यह हार्ट को स्ट्रॉन्ग बनाने में मदद करती हैं।
वीक में दो दिन स्ट्रेंथ ट्रेनिंग करने के लिए पर्याप्त माने जाते हैं। हार्ट एरिदमिया में स्ट्रेंथ एक्सरसाइज में हैवी वेट उठाने से मना किया जाता है। इसलिए आप फ्री वेट जैसे कि कम वेट के डंबल्स उठाना या वेट मशीन की मदद ले सकते हैं। इस बारे में एक बार डॉक्टर से सलाह लेना सही होगा।
स्ट्रेचिंग, फ्लेग्जिबिलिटी और बैलेंस (Stretching, Flexibility and Balance)
हार्ट एरिदमिया में एक्सरसाइज का अच्छा ऑप्शन हो सकता है फ्लेग्जिबिलटी वर्कआउट। फ्लेग्जिबिलिटी वर्कआउट (Flexibility Workout) जैसे कि स्ट्रेचिंग हार्ट हेल्थ के लिए सीधे तौर फायदा नहीं पहुंचाती, लेकिन यह मस्क्युलोस्केलेटल हेल्थ (musculoskeletal health) के लिए फायदेमंद है। जिससे फ्लैग्जिबल रहने में मदद मिलने के साथ ही जॉइंट पेन, क्रैम्पिंग और दूसरी मस्क्युलर परेशानियां नहीं होती। एरोबिक एक्सरसाइज और स्ट्रेंथ ट्रेनिंग के लिए फ्लैगजिबिलिटी जरूरी है। अगर आपका मस्क्युलोस्केलेटल हेल्थ अच्छी है तो आप वे एक्सरसाइज आसानी से कर सकते हैं जो हार्ट हेल्थ के लिए अच्छी हो और हार्ट एरिदमिया में फायदेमंद साबित हो सकें।
स्ट्रेंचिंग एक्सरसाइज में कोई भी आसानी से की जा सकने वाली एक्सरसाइज को अपना सकते हैं जिसमें क्रंचेस, हेमस्ट्रिंग स्ट्रेच (Hamstring stretch) शामिल हैं।
हार्ट एरिदमिया में एक्सरसाइज में किसी भी एक्सरसाइज को करने से पहले एक बार अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
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हार्ट एरिदमिया में एक्सरसाइज (Exercise in heart arrhythmia) रूटीन करने से पहले इन बातों का रखें ध्यान
- अगर आप पहली बार एक्सरसाइज रूटीन की शुरुआत करने जा रहे हैं तो लाइट वर्कआउट्स से शुरुआत करें। जिसमें शॉर्ट वॉक, लो इंपेक्ट एरोबिक्स (Low impact Aerobic) और स्विमिंग शामिल है।
- अधिक तापमान और नमी वाले वातावरण में एक्सरसाइज को अवॉइड करें। ऐसे में घर या जिम में ही एक्सरसाइज करें।
- ऐसी एक्सरसाइज को अवॉइड करें जिनमें सांस को होल्ड करके रखना पड़ता है जैसे कि पुश अप्स, सिट अप्स और हैवी लिफ्टिंग।
- अपने पल्स की जांच नियमित तौर पर करें या हार्ट रेट मॉनिटर को पहनें और पल्स को डॉक्टर द्वारा सेट किए गए पैरामीटर में ही रखें।
- एक्सरसाइज के बाद कोल्ड या हॉट शॉवर ना लें। बहुत अधिक ठंडा या बहुत गर्म टेम्प्रेचर नुकसान पहुंचा सकता है।
- अगर दवा में किसी प्रकार का कोई बदलाव किया गया है तो डॉक्टर से पूछने के बाद ही एक्सरसाइज करना शुरू करें।
हार्ट एरिदमिया में एक्सरसाइज के साथ ही कुछ अन्य बातों का भी ध्यान रखन जरूरी है। आइए इस बारे में भी जान लेते हैं।
कैफीन इंटेक पर रखें नजर (D0 monitor caffeine intake)
हार्ट एरिदमिया का सामना कर रहे लोगों को कैफीन का सेवन बहुत सोच समझकर करना चाहिए। कई लोगों में कॉफी के सेवन से हार्ट इरिदमिया की समस्या देखी गई है। इसके साथ ही एनर्जी ड्रिंक्स का उपयोग भी सोच समझकर करना चाहिए क्योंकि इसमें कैफीन की अधिक मात्रा का उपयोग किया जाता है। ये ड्रिक्स ब्लड प्रेशर को बढ़ाने का कारण बनती हैं जिनकी वजह से एरिदमिया हो सकता है।
एल्कोहॉल का अधिक सेवन ना करें (Don’t drink too much alcohol)
एल्कोहॉल भी कैफीन की तरह ही है। कुछ लोग एरिदमिया होने पर इसके सेवन को सहन कर लेते हैं तो कुछ नहीं कर पाते। डॉक्टर एरिदमिया की समस्या होने पर एल्कोहॉल का सेवन ना करने की सलाह देते हैं क्योंकि यह हार्ट को कमजोर बनाने का काम करती है।
वजन कम करें (Loose weight)
हार्ट एरिदमिया को मैनेज करने के लिए सबसे जरूरी है कि आप वजन कम करें। मोटापा हार्ट से रिलेटेड बीमारियों का रिस्क बढ़ा देता है। जिसमें एरिदमिया भी शामिल है। इसके लिए हेल्दी डायट का सहारा लें। रेपिड वेट लॉस प्रोडक्ट्स के चक्कर में ना पड़ें ये एरिदमिया का कारण बन सकता है।
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भरपूर नींद लेना है जरूरी (Getting enough sleep is a must)
एरिदमिया में एक्सरसाइज ही नहीं नींद भी इसको कंट्रोल करने में मदद कर सकती है। क्योंकि इससे स्ट्रेस लेवल कम होने के साथ ही वजन कम करना आसान होता है। साथ ही थकान भी नहीं होती जो कभी-कभी इरिदमिया को ट्रिगर करती है। एरिदमिया के मरीज को दिन में 7 से 9 घंटे की नींद लेनी चाहिए। स्लीप एप्निया होने पर पर्याप्त मात्रा में सोना बेहद जरूरी है क्योंकि इसे हार्ट मसल्स पर स्ट्रेस आता है और वे वीक होती हैं। जो एरिदमिया का कारण बनता है।
उम्मीद करते हैं कि आपको हार्ट डिजीज और हार्ट एरिदमिया में एक्सरसाइज (Exercise in heart arrhythmia) से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।
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