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जरूरत के हिसाब से किया जाता है पेसमेकर का चुनाव, कैसे? जानिए!

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya


Bhawana Awasthi द्वारा लिखित · अपडेटेड 24/01/2022

    जरूरत के हिसाब से किया जाता है पेसमेकर का चुनाव, कैसे? जानिए!

    पेसमेकर (Pacemaker) एक हार्ट इंट्रूमेंट है, जिसका इस्तेमाल हार्ट पेशेंट के लिए किया जाता है। जिन लोगों की हार्टबीट अनियमित या हार्ट एरिथमिया (Arrhythmia) होती है, उनके लिए पेसमेकर का इस्तेमाल किया जाता है। पेसमेकर जेनेरेटर और वायर से मिलकर बना होता है और चेस्ट के अंदर की स्किन में लगाया जाता है। हार्ट बीट अनियमित कई कारणों से हो सकती है। हार्ट अटैक के कारण हार्ट बीट का अनियमित या हार्ट एरिथमिया होना, दवाओं के इस्तेमाल के कारण हार्ट बीट अनियमित होना या फिर जेनेटिक कारणों से भी हार्टबीट अनियमित हो सकती है। अगर अनियमित हार्टबीट को कंट्रोल नहीं किया जाता है, तो पेशेंट के हार्ट फेलियर की संभावना बढ़ जाती है।

    हार्ट इंट्रूमेंट पेसमेकर (Pacemaker) इम्प्लांटेशन के लिए सर्जरी की जरूरत पड़ती है। पेसमेकर (Pacemaker) इम्प्लांटेशन कुछ समय के लिए नहीं बल्कि परमानेंट होता है। ब्राडिकार्डिया (Bradycardia) और हार्ट ब्लॉक की समस्या में भी पेसमेकर (Pacemaker) की जरूरत पड़ती है। ब्राडिकार्डिया (Bradycardia) की समस्या में पेशेंट की हार्ट बीट (Heart beat) एक मिनट में 60 से कम बार धड़कती है। ब्राडिकार्डिया का सही समय पर ट्रीटमेंट न करने पर शरीर को ऑक्सीजन युक्त रक्त नहीं मिल पाता है। यानी पेसमेकर (Pacemaker) की सहायता से व्यक्ति को बड़े खतरे से बचाया जा सकता है। आज इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको पेसमेकर के बारे में जानकारी देंगे और साथ ही पेसमेकर के कुछ ब्रांड के बारे में भी बताएंगे। जानिए पेसमेकर के बारे में अहम जानकारी।

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    पेसमेकर के प्रकार (Types of pacemakers)

    पेसमेकर (Pacemaker)

    पेसमेकर (Pacemaker) उपकरण एक जैसा नहीं होता है। पेशेंट की हालत के अनुसार ही पेसमेकर (Pacemaker) लगाया जाता है। कुछ पेशेंट्स को राइट वेंट्रिकल में इलेक्ट्रिकल इम्पल्सेस की अधिक जरूरत होती है, तो कुछ को राइट वेंट्रिकल और राइट एट्रियम (Right ventricle and the right atrium) में। हार्ट इंट्रूमेंट पेसमेकर (Pacemaker) पल्स जनरेटर की तरह काम करता है। ये मैटर कंटेनर हाउस बैटरी युक्त होता और इलेक्ट्रिकल सर्किट की हेल्प से इलेक्ट्रिक पल्सेस को रेग्युलेट करता है। वहीं लीड्स या इलेक्ट्रोड की हेल्प से तीन फ्लेक्सिबल वायर्स को चैंबर में प्लेस किया जाता है। फिर इलेक्ट्रिकल पल्सेज को एडजस्ट किया जाता है। जानिए पेसमेकर (Pacemaker) के प्रकार के बारे में।

    सिंगल चैम्बर पेसमेकर (Single chamber pacemaker)- सिंगल चैम्बर पेसमेकर की मदद से हार्ट के राइट वेंट्रिकल को इलेक्ट्रिकल इम्पल्सेस भेजी जाती हैं।

    डुअल चैंबर पेसमेकर (Dual chamber pacemaker)- ये हार्ट इंट्रूमेंट पेसमेकर (Pacemaker) हार्ट के राइट वेंट्रिकल और राइट एट्रियम (Right ventricle and the right atrium) को इलेक्ट्रिकल इम्पल्सेस भेजता है। साथ ही चैंबर के बीच के संकुचन को कंट्रोल करने में भी मदद करता है।

    बायवेंट्रिकुलर पेसमेकर (Biventricular pacemaker) – बायवेंट्रिकुलर पेसमेकर (Pacemaker) को कार्डियक रीसिंक्रोनाइजेशमन थेरिपी (Cardiac resynchronization therapy) के नाम से भी जाना जाता है। ये उन पेशेंट्स के लिए अच्छा रहता है, जिन्हें हार्ट फेलियर (Heart failure) की समस्या के साथ ही एब्नॉर्मल इलेक्ट्रिकल सिस्टम हो। इस प्रकार का पेसमेकर हार्ट के लोअर चैंबर को स्टिमुलेट करने का काम करता है ताकि हार्ट बीट (Heart beat) को नियमित किया जा सके।

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    डॉक्टर इन पेसमेकर का कर सकते हैं इस्तेमाल (Doctors can use these pacemakers)

    जैसा कि हमने आपको पहले भी बताया कि हार्ट के सभी पेशेंट के लिए एक जैसे पेसमेकर का चुनाव नहीं किया जाता है। मेडट्रॉनिक (Medtronic), एबॉट (Abbott), बोस्टन साइंटिफिक (Boston Scientific) और बायोट्रोनिक (Biotronik) भारत में पेसमेकर ब्रांड का निर्माण करती हैं। भारत में पेसमेकर की लागत 1 लाख से 9 लाख के बीच होती है, जिसकी बैटरी लगभग 7-10 साल के बीच चलती है। पेशेंट की बीमारी के अनुसार ही डॉक्टर पेसमेकर (Pacemaker) का चुनाव करते हैं। यहां हम आपको पेसमेकर के कुछ ब्रांड के बारे में जानकारी देंगे।

     बायोट्रॉनिक पेसमेकर (Biotronik Pacemakers)

    ब्राडिकार्डिया (Bradycardia) के ट्रीटमेंट के दौरान इस हार्ट इंट्रूमेंट पेसमेकर (Pacemaker) का इस्तेमाल किया जाता है। ये पेसमेकर आकार में छोटा होता है और कॉलरबोन (Collarbone)  के पास चेस्ट मसल्स में इंप्लांट किया जाता है। इसे भारत में ही बनाया गया है। इसका वजन 24.5 ग्राम होता है। इसकी उम्र लगभग पांच साल होती है। इसकी भारत में कीमत 95,000 रु है। आप इसके बारे में अधिक जानकारी डॉक्टर से प्राप्त कर सकते हैं।

    एकोलेड पेसमेकर (ACCOLADE Pacemakers)

    ACCOLADE और ESSENTIO बोस्टन साइंटिफिक एडवांस पेसमेकर (Pacemaker) हैं, जो ऑटोमेटिक डेली मॉनिटरिंग की हेल्प से पेशेंट के कॉम्प्लीकेशन को दूर करते हैं। इसका इस्तेमाल लंबे समय तक किया जा सकता है। इसमें एक्शनेबल डाटा (Actionable data) मौजूद होता है। इस पेसमेकर की कॉस्ट एक लाख से अधिक हो सकती है।

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    मेडट्रॉनिक पेसमेकर (Medtronic pacemaker)

    इंडिया मेडट्रॉनिक प्राइवेट लिमिटेड (India Medtronic Private Limited) की ओर से भारत में साल 2020 में मेडट्रॉनिक पेसमेकर (Azure pacemaker with BlueSync technology ) लांच किया गया। ये भारत का पहला ऐसा पेसमेकर  है, जो मरीजों के स्मार्टफोन और टैबलेट से सीधे कम्युनिकेशन कर सकता है। भारत में मेडट्रॉनिक के कार्डिएक रिदम और हार्ट फेलियर पेशेंट के लिए ये बेहतरीन ऑप्शन है। इसमें ब्लू सिंक टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया है, जो ब्लूटूथ की मदद से सिक्योर वायरलेस कम्युनिकेशन करता है। इसमें सिक्योरिटी कंट्रोल भी उपलब्ध हैं।

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     एल्योर क्वाड्रा, कार्डिएक रीसिंक्रोनाइजेशन थेरेपी पेसमेकर (Allure Quadra, Cardiac Resynchronization Therapy Pacemaker -CRT-P)

    मेडिकल डिवाइस कंपनी सेंट जूड मेडिकल, इंक ने भारत में एल्योर क्वाड्रा, कार्डिएक रीसिंक्रोनाइजेशन थेरेपी पेसमेकर (Allure Quadra, Cardiac Resynchronization Therapy Pacemaker) साल 2013 में लांच किया था। जिन पेशेंट्स को हार्ट फेलियर की समस्या है, उनके लिए यह क्वाड्रिपोलर तकनीक (Quadripolar technology) पर काम करने वाला पेसमेकर (Pacemaker) बेहतरीन ऑप्शन हो सकता है। इस पेसमेकर में केवल दो इलेक्ट्रोड का इस्तेमाल किया जाता है। कार्डिएक रीसिंक्रोनाइजेशन थेरिपी कुछ पेशेंट जैसे कि पेसिंग थ्रिशोल्ड (Pacing thresholds), फ्रेनिक नर्व का अचानक से स्टिमुलेशन आदि में काम नहीं करती है। ऐसे में बार-बार सर्जरी की जरूरत पड़ सकती है।

    यहां दी गई जानकारी बीमारी के निदान या उपचार के संबंध में नहीं है। अगर आपको किसी भी तरह की हार्ट संबंधी समस्या (Heart problems) होती है या फिर हार्ट बीट अनियमित होती है, तो आपको डॉक्टर से तुरंत जानकारी देनी चाहिए। जांच के बाद आपको किस प्रकार के पेसमेकर (Pacemaker) की आवश्यकता है, आपको डॉक्टर इस बारे में जानकारी देंगे। आपको पेसमेकर का चुनाव अपने आप नहीं करना होता है। बिना परामर्श के आपको हार्ट संबंधी किसी भी दवाओं का सेवन भी नहीं करना चाहिए। किसी संबंध में अगर कंफ्यूजन हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क जरूर करें।

    इस आर्टिकल में दिए गए ब्रांड के नाम का हैलो स्वास्थ्य प्रचार नहीं कर रहा है। आपको इस बारे में डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए। हैलो हेल्थ किसी भी प्रकार की चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार उपलब्ध नहीं कराता। इस आर्टिकल में हमने आपको हार्ट इंट्रूमेंट पेसमेकर (Pacemaker) के संबंध में जानकारी दी है। उम्मीद है आपको हैलो हेल्थ की दी हुई जानकारियां पसंद आई होंगी। अगर आपको इस संबंध में अधिक जानकारी चाहिए, तो हमसे जरूर पूछें। हम आपके सवालों के जवाब मेडिकल एक्सर्ट्स द्वारा दिलाने की कोशिश करेंगे।

    डिस्क्लेमर

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