हार्ट अटैक हार्ट से जुड़ी एक ऐसी कंडिशन है जिसका सामना कोई नहीं करना चाहता, लेकिन आज की बिगड़ती जीवनशैली हार्ट डिजीज (Heart disease) के लिए जोखिम कारक बन गई है। ऐसे में एक्सरसाइज और डायट ही है जो हमें हार्ट से जुड़ी खतरनाक बीमारियों से बचा सकती है। हार्ट डिजीज से बचाने में तो एक्सरसाइज मदद करती हैं लेकिन क्या हार्ट अटैक के बाद एक्सरसाइज की जा सकती है? इसका जवाब है हां। हार्ट अटैक के बाद बैलेंस एक्सरसाइज (Balance Exercise After Heart Attack) भी की जा सकती हैं। ये एक्सरसाइज कौन सी हैं और एक्सरसाइज करते वक्त कौन सी सावधानियां रखनी चाहिए इस बारे में इस आर्टिकल में जानकारी दी जा रही है।
हार्ट अटैक के बाद बैलेंस एक्सरसाइज (Balance Exercise After Heart Attack)
हार्ट अटैक के बाद कुछ लोग एक्सरसाइज करने में डरते हैं, लेकिन रेगुलर फिजिकल एक्टिविटीज दूसरे हार्ट अटैक आने की संभावना को कम कर सकती हैं। अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन ने 2014 में एक स्टेटमेंट पब्लिश किया था जिसमें कहा गया था कि डॉक्टर्स को स्ट्रोक के मरीजों को एक्सरसाइज प्रिस्क्राइब करनी चाहिए क्योंकि स्ट्रोक के बाद एक्सरसाइज कार्डियोवैस्कुलर फिटनेस में सुधार कर सकती है। अगर बात हार्ट अटैक के बाद बैलेंस एक्सरसाइज (Balance Exercise After Heart Attack) की हो तो बता दें कि बैलेंस एक्सरसाइज को हार्ट को हेल्दी रखने में मदद करती हैं। साथ ही इनको करने से हार्ट पर लोड पर भी बहुत ज्यादा नहीं आता है। ध्यान रखें अगर आपको हार्ट अटैक या स्ट्रोक हुआ है तो डॉक्टर की मदद से एक्सरसाइज चुनें और किसी प्रकार की एक्सरसाइज शुरू करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें। अब जान लेते हैं कि बैलेंस एक्सरसाइज क्या हैं?
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बैलेंस एक्सरसाइज (Balance exercise) क्या हैं?
बैलेंस एक्सरसाइज स्ट्रेंथ, एंड्यूरेंस और फ्लैग्जिबिल्टी के साथ चार प्रकार की एक्सरसाइज में से एक है। आदर्श रूप से ये चारों एक्सरसाइज हेल्दी वर्कआउट रूटन में शामिल होना चाहिए। ये एक्सरसाइजेज बैलेंस बनाने में मददगार होती हैं। अच्छा बैलेंस दिन भर की जाने वाली गतिविधियों के लिए जरूरी है जैसे कि वॉकिंग, सीढ़ियां चढ़ना और उतरना। बैलेंस अच्छा होने से गिरने की घटनाओं में कमी आती है जो कि बुजुर्गों में होने वाली आम समस्या है। बैलेंस एक्सरसाइज हर दिन की जा सकती हैं या हफ्ते में तीन दिन से अधिक की जानी चाहिए। मोटे लोगों के लिए बैलेंस एक्सरसाइज फायदेमंद होती हैं। क्योंकि कई बार वजन पूरी बॉडी में ठीक से डिस्ट्रिब्यूट नहीं हो पाता। ऐसे में बॉडी का बैलेंस सही होना जरूरी है।
हार्ट अटैक के बाद बैलेंस एक्सरसाइज (Balance Exercise After Heart Attack) : बैलैंस एक्सरसाइज के उदाहरण
हार्ट अटैक के बाद बैलेंस एक्सरसाइज (Balance Exercise After Heart Attack) करना चाहते हैं तो इन एक्सरसाइज की मदद ले सकते हैं।
- एक पेर के बल खड़े हो जाएं और दूसरे पैर का पीछे की तरफ कर लें और इस पॉजिशन को होल्ड करने की कोशिश करें।
- अपने हाथों का उपयोग किए बिना कुर्सी से उठना और बैठने की कोशिश करना।
- रोलिंग बॉल पर बैठना- इस एक्सरसाइज से बैलेंस और पॉश्चर के साथ ही कोर स्ट्रेंथ भी बढ़ती है।
- योगा और टाइ ची भी बैलेंस एक्सरसाइजेज के उदाहरण हैं।
- प्रैक्टिस हो जाने के बाद आप होल्डिंग ड्यूरेशन को बढ़ा सकते हैं।
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हार्ट अटैक के बाद बैलेंस एक्सरसाइज या किसी अन्य एक्सरसाइज की शुरुआत कैसे करें?
किसी भी एक्सरसाइज को शुरू करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें क्योंकि हर एक्टिविटी सभी को सूट नहीं करती। हार्ट अटैक के बाद कार्डिएक रिहेबिलिटेशन (Cardiac rehabilitation) आपके ट्रीटमेंट प्लान में उपलब्ध है तो इसकी मदद लेना आपके लिए लाभदायक हो सकता है। यह एक मेडिकली सुपरवाइज्ड प्रोग्राम है जो हार्ट अटैक के बाद रिकवर होने में मदद करता है। 3 से 6 महीने का यह प्रोग्राम में मरीज को बताया जाता है कि हार्ट अटैक के बाद बैलेंस एक्सरसाइज (Balance Exercise After Heart Attack) या कोई भी व्यायाम सुरक्षित रूप से कैसे शुरू करें और दूसरे कार्डिएक इवेंट को रोकने के लिए क्या करें। अमेरिकन कॉलेज ऑफ कार्डियोलॉजी की रिपोर्ट के अनुसार, जो लोग कार्डियक रिहैब में भाग लेते हैं, उनमें 30 प्रतिशत कम घातक हृदय घटनाएं होती हैं।
अगर मरीज कार्डिएक रिहेब नहीं जाता है तो वह अपने डॉक्टर की मदद से जेंटल एक्सरसाइज शुरू कर सकता है। वैसे हार्ट के लिए एरोबिक और स्ट्रेंथ दोनों प्रकार की एक्सरसाइज अच्छी बताई गईं हैं, लेकिन हार्ट अटैक के बाद इनकी तरफ धीरे-धीरे बढ़ना चाहिए। हार्ट अटैक के बाद बैलेंस एक्सरसाइज या किसी प्रकार की एक्सरसाइज शुरू करने से पहले निम्न बातों का ध्यान रखें।
शुरुआत वॉक (Walk) से करें
हार्ट अटैक के बाद बैलेंस एक्सरसाइज (Balance Exercise After Heart Attack) के पहले आप वॉक से शुरुआत कर सकते हैं। रिकवरी के दौरान यह अच्छी एक्सरसाइज साबित हो सकती है। यह एरोबिक एक्सरसाइज है जो कि हार्ट के लिए अच्छी है, लेकिन कम स्ट्रेसफुल है। इसकी शुरुआत रोड, इंडोर वॉकिंग ट्रेक से करें।
धीरे-धीरे ट्रेक पर आएं
पहले हफ्ते आप 5 मिनट वॉक कर सकते हैं। दूसरे हफ्ते तक इसको बढ़ाकर 10 मिनट किया जा सकता है और 6 हफ्ते के बाद इसे 30 मिनट किया जा सकता है। एक मरीज रनर है तो 30 मिनट तक पहुंचने के बाद धीमी जॉगिंग शुरू करें। शुरू से अंत तक आपकी वॉक एक ही स्पीड (धीमी) होनी चाहिए। वर्कआउट के बाद स्ट्रेचिंग जरूर करें। 6 हफ्ते के बाद डॉक्टर की सलाह पर दूसरी एक्सरसाइज जैसे कि स्विमिंग, प्लेइंग एड कर सकते हैं। हाय इंटेंसिटी कार्डियो और हेवी लिफ्टिंग को अवॉइड करें।
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कार्डिएक वार्निंग साइन (Cardiac Warning Signs) कौन से हैं?
अगर एक्सरसाइज करते वक्त आपको निम्न से कोई संकेत दिखाई देते हैं, तो एक्सरसाइज को बंद करके डॉक्टर से संपर्क करें।
- सीने में दर्द, दवाब, जकड़न या भारीपन (Chest pain, pressure, tightness or heaviness)
- हाथ, गले और जबड़े में दर्द या दवाब
- सांस लेने में परेशानी
- असमान या बहुत तेज दिल की धड़कन (Fast heartbeat)।
- सिर हल्का लगना
- अपच और गैस
- हाथों का सुन्न होना
- एक्सरसाइज के बाद बहुत अधिक थकान
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हार्ट और बॉडी के लिए व्यायाम के फायदे क्या हैं? (Exercise benefits for heart and rest of the body)
- आपके हृदय और हृदय प्रणाली को मजबूत बनाता है
- रक्तचाप को कम करके हृदय रोग के जोखिम को कम करता है
- हेल्दी वेट तक पहुंचने और उसे मेंटेन करने में सहायता करता है
- ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करता है और जिससे शरीर ऑक्सीजन का उपयोग करता है
- अधिक ऊर्जा देता है, जो आपको बिना थके या सांस की कमी के अधिक सक्रिय बनाता है
- आपकी मांसपेशियों को मजबूत और अधिक टोंड बनाता है
- आपके संतुलन और लचीलेपन में सुधार करता है
- जोड़ों के दर्द को कम करता है
- आपकी हड्डियों को मजबूत बनाता है
- शरीर की चर्बी से छुटकारा
- तनाव, चिंता और अवसाद को कम करता है
- आपको बेहतर नींद में मदद करता है
- आपकी फिजिक में सुधार करता है जिससे आप अच्छे दिखते हैं और अच्छा महसूस करते हैं।
उम्मीद करते हैं कि आपको हार्ट अटैक के बाद बैलेंस एक्सरसाइज (Balance Exercise After Heart Attack) और अन्य एक्सरसाइज से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।
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