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हायपरटेंशन में एक्यूप्रेशर भी पहुंचा सकता है आराम, जानिए ब्लड प्रेशर को कम करने वाले पॉइंट्स के बारे में

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Sayali Chaudhari · फार्मेकोलॉजी · Hello Swasthya


Manjari Khare द्वारा लिखित · अपडेटेड 15/11/2021

    हायपरटेंशन में एक्यूप्रेशर भी पहुंचा सकता है आराम, जानिए ब्लड प्रेशर को कम करने वाले पॉइंट्स के बारे में

    आज के समय में हार्ट डिजीज एक आम परेशानी है। जिसमें हाय ब्लड प्रेशर या हायपरटेंशन गंभीर हार्ट डिजीज का प्रमुख कारण है। डायट, एक्सरसाइज और मेडिटेशन के जरिए ब्लड प्रेशर को कम किया जा सकता है। इसके साथ ही हायपरटेंशन में एक्यूप्रेशर (Acupressure for hypertension) भी प्रभावी हो सकता है। आयुष मिनिस्ट्री के अनुसार जब आप बॉडी में स्थित कुछ एक्यूप्रेशर पॉइंट्स पर प्रेशर अप्लाई करते हैं, तो वह मस्कुलर टेंशन को रिलीव करके ब्लड सर्क्युलेशन को प्रमोट करता है और हाय ब्लड प्रेशर के उपचार में मदद करता है। कई स्टडीज भी हायपरटेंशन में एक्यूप्रेशर के प्रभावी होने की पुष्टि करती हैं। हायपरटेंशन में एक्यूप्रेशर पॉइंट्स कौन से हैं जानने से पहले एक्यूप्रेशर और हायपरटेंशन के बारे में जान लेते हैं।

    हायपरटेंशन (Hypertension) क्या है?

    हायपरटेंशन एक सामान्य स्थिति है जिसमें आर्टरी वॉल के अगेंस्ट ब्लड का फोर्स इतना अधिक होता है कि वह हार्ट डिजीज का कारण बन सकता है। ब्लड प्रेशर आपके हृदय द्वारा पंप किए जाने वाले ब्लड के अमाउंट और आपकी आर्टरी में ब्लड के रेजिस्टेंस की मात्रा दोनों से निर्धारित होता है। आपका हार्ट जितना अधिक ब्लड पंप करता है और आपकी आर्टरीज जितनी नेरो होती हैं, ब्लड प्रेशर उतना ही अधिक होता है।

    आपको बिना लक्षणों के वर्षों तक हायपरटेंशन रह सकता है। अनियंत्रित ब्लड प्रेशर दिल के दौरे और स्ट्रोक सहित गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं के आपके जोखिम को बढ़ाता है। अच्छी बात यह है कि उच्च रक्तचाप का आसानी से पता लगाया जा सकता है। और एक बार जब आपको पता चल जाए कि आपको हायपरटेंशन है, तो डॉक्टर की मदद से इसे कंट्रोल किया जा सकता है। हायपरटेंशन में एक्यूप्रेशर (Acupressure for hypertension) भी मददगार हो सकता है। आप जानना चाहते हैं कैसे? तो पहले एक्यूप्रेशर क्या होता है यह जान लेते हैं।

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    एक्यूप्रेशर (Acupressure) क्या है?

    नीडल के बगैर किए जाने वाले एक्यूपंक्चर (Acupuncture) को एक्यूप्रेशर (Acupressure) कहा जाता है। एक्यूप्रेशर में बॉडी के स्पेसिफिक पॉइंट्स पर हाथ या उंगलियों की मदद से प्रेशर अप्लाई किया जाता है। इसमें खास तौर पर उंगलियों की टिप का उपयोग होता है। यह एक चाइनीज चिकित्सा पद्धति है। इस पद्धति के अनुसार बॉडी के किसी भी बिंदु पर अवरुद्ध होने वाली ऊर्जा की वजह हेल्थ कंडिशन उत्तपन्न हो सकती है। एक्यूप्रेशर पद्धति से उन एक्यूप्रेशर पॉइंट्स पर प्रेशर डाला जाता है और रुकी हुई ऊर्जा के प्रवाह को ठीक किया जाता है।

    हायपरटेंशन में एक्यूप्रेशर (Acupressure in hypertension)

    यहां हम आपको कुछ ऐसे एक्यूप्रेशर पॉइंट्स के बारे में बता रहे हैं जिन पर प्रेशर अप्लाई करने से ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद मिलती है।

    1.एच7 (H7)

    हायपरटेंशन में एक्यूप्रेशर पॉइंट्स (Acupressure points for hypertension) में H7 को हार्ट 7 कहा गया है। यह पॉइंट हार्ट डिजीज के सभी लक्षणों को फायदा पहुंचाता है। यह कलाई के बीचों बीच लेफ्ट साइड में छोटी उंगली के नीचे स्थित होता है। इस पॉइंट को दोनों हाथों से एक्टिवेट किया जा सकता है। इसके लिए पॉइंट पर 1 मिनट के लिए लगातार जोर से दबाना होगा। इस दौरान आपको रिलैक्स रहना पड़ता है। यह पॉइंट हार्ट से जुड़ी कई स्थितियों जैसे हार्ट डिजीज और सिंड्रोम्स (Heart diseases and syndromes), हार्ट पल्पिटेशन (Heart palpitations), हायपरटेंशन और एरिदमिया में फायदेमंद है। इस पॉइंट को स्पिरिट गेट भी कहा जाता है।

    LI4 (एलआई 4)

    इस पॉइंट को लार्ज इंस्टेटाइन 4 या LI4 कहा जाता है। यह इंडेक्स फिंगर और अंगूठे के बीच स्थित होता है। इस पॉइंट पर प्रेशर डालने पर यह ब्लड प्रेशर को कम करने के साथ ही क्रोनिक दर्द से राहत दिलाता है। इस पॉइंट पर प्रेशर डालने से दांत दर्द, साइनस और स्किन प्रॉब्लम्स में भी राहत मिलती है।

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    एलआई 11 (LI 11)

    हायपरटेंशन में एक्यूप्रेशर पॉइंट्स (Acupressure points for hypertension) में एलआई 11 (LI11) का विशेष महत्व है। इसे लार्ज इंटेस्टाइन 11 कहा जाता है। यह कार्डियोवैस्कुलर डिसऑर्डर का कारण बनने वाले हाय ब्लड प्रेशर या हायपरटेंशन को कम करने में मदद करता है। यह पॉइंट कोहनी की क्रीज के शीर्ष पर, जॉइंट के किनारे पर स्थित होता है। इसे 1 मिनट के लिए अंगूठे का उपयोग करके बिंदुओं पर दबाव डालकर दोनों कोहनी में सक्रिय किया जा सकता है। यह नसों और धमनियों के माध्यम से एनर्जी और रक्त प्रवाह आसान बनाता है और उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करता है।

    जीबी 20 GB20

    हायपरटेंशन में एक्यूप्रेशर (Acupressure for hypertension) की मदद लेना चाहते हैं तो जीबी 20 पॉइंट को भी ट्राय कर सकते हैं। इस पॉइंट को गालब्लैडर 20 या जीबी 20 कहा जाता है। यह खोपड़ी के आधार पर दो बिंदुओं पर पाया जाता है। अपने हाथों को वर्टिब्रे (Vertebrae) के दोनों किनारों पर रखें और अपने अंगूठे के साथ सिर के पीछे एक मिनट के लिए दवाब डालें।

    पी4 (P4)

    हायपरटेंशन में एक्यूप्रेशर (Acupressure for hypertension) की मदद लेना चाहते हैं, तो P4 या पेरिकार्डियम 4 एक और इफेक्टिव प्रेशर पॉइंट साबित हो सकता है। यह कई प्रकार के हार्ट प्रॉब्लम के लक्षणों को ठीक करने में उपयोगी माना जाता है। यह कोहनी और कलाई के बीच में रहता है और बीच की उंगली की सीध में होता है। इस पॉइंट को दोनों हाथों से एक्टिवेट किया जा सकता है। इसके लिए पॉइंट पर 1 मिनट के लिए लगातार जोर से दबाना होगा। इस दौरान रिलैक्स रहे। यह एंजाइना पेक्टोरिस, चेस्ट और हार्ट पेन, फास्ट हार्ट बीट आदि में भी प्रभावी है।

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    हायपरटेंशन में एक्यूप्रेशर (Acupressure for hypertension)

    हायपरटेंशन में एक्यूप्रेशर (Acupressure for hypertension) की मदद लेते वक्त ध्यान रखें ये बातें

    हायपरटेंशन में एक्यूप्रेशर (Acupressure for hypertension) पॉइंट्स को स्टिमयूलेट कर रहे हैं, तो कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है। एक्यूप्रेशर को कभी पेनफुल नहीं होना चाहिए। इसे तकनीक को एक्यूप्रेशर प्रशिक्षित की मदद से अपनाना चाहिए। इसे अच्छी तरह सीखे बिना घर में खुद पर या किसी दूसरे व्यक्ति पर ट्राय नहीं करना चाहिए। अगर आपको इस दौरान दर्द का अनुभव होता है तो तुरंत थेरिपिस्ट को इसके बारे में बताएं। एक्यूप्रेशर सेशन के बाद कई लोगों को एक्यूप्रेशर पॉइंट्स पर दर्द या नील पड़ना जैसे अनुभव हो सकते हैं। जो कि सामान्य है। साथ ही घाव, सूजन या किसी जगह पर चोट लगे होने पर ही यह तकनीक नई अपनाई जा सकती है। प्रेग्नेंट महिलाओं को एक्यूप्रेशर सेशन लेने से पहले डॉक्टर से इसके बारे में सलाह लेना चाहिए। प्रेग्नेंसी के दौरान कमर, पैर और पेट के नीचे एक्यूप्रेशर नहीं दिया जा सकता।

    हायपरटेंशन को कम करने के उपाय (Ways to reduce hypertension)

    हायपरटेंशन में एक्यूप्रेशर (Acupressure for hypertension) के अलावा निम्न उपायो को अपनाकर इसे कंट्रोल में लाया जा सकता है।

    • अपने स्ट्रेस लेवल को कंट्रोल करने की कोशिश करें, तनावपूर्ण स्थितियों से बचें, या उन्हें अधिक प्रभावी ढंग से मैनेज करना सीखें। इसके लिए मेडिटेशन और अन्य रिलैक्सेशन तकनीकों के बारे में जानने के लिए एक्सपर्ट की मदद लें।
    • खाने में नमक की मात्रा को सीमित करें। ऐसे फूड्स के सेवन से बचें जिनमें अधिक मात्रा में नमक का उपयोग किया जाता है जैसे कि अचार, नमकीन और चिप्स।
    • एल्कोहॉल को अवॉयड करें। अगर उपयोग करना चाहते हैं तो सीमित मात्रा में ही उपयोग करें।
    • स्मोकिंग छोड़ें (Smoking) यह हार्ट डिजीज का कारण बनती है।
    • नियमित रूप से डॉक्टर की सलाह से एक्सरसाइज करें
    • कुछ प्रिस्क्रिप्शन मेडिकेशन्स (जैसे-नॉनस्टेरॉइडल एंटी-इंफ्लेमेटरी दवाएं, ओरल स्टेरॉइड्स, ओरल कॉन्ट्रासेप्टिव्स) के उपयोग से बचें। बिना डॉक्टर की सलाह के कोई दवा ना लें।

    और पढ़ें: लेबाइल हायपरटेंशन क्या है? जानिए इसके कारण, लक्षण और उपचार

    उम्मीद है कि आपको हायपरटेंशन में एक्यूप्रेशर (Acupressure for hypertension) का उपयोग कैसे किया जाता है इससे संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।

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