आज हम आपको ऐसी एक नई खबर की जानकारी देंगे, जो लगातार सोशल मीडिया पर देखी जा रही है। ट्विटर और दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लोगों को यह संदेश मिल रहा है कि आज जिस कोविड-19 से पूरी दुनिया त्रस्त है, उस कोरोना वायरस महामारी की भविष्यवाणी बहुत साल पहले ही की जा चुकी थी। जी हां, संदेश में यह भी बताया जा रहा है कि सालों पहले कई किताबों और फिल्मों में कोरोना के प्रकोप की भविष्यवाणी की गई थी।
कोरोना वायरस महामारी की भविष्यवाणी : सोशल मीडिया पर भेजा जा रहा संदेश
सोशल मीडिया पर यह खबर बार-बार वायरल हो रही है कि आज से बहुत साल पहले लिखी गई किताबों या फिल्मों में कोरोना महामारी की चर्चा की गई थी। यह भी कहा जा रहा है कि किताबों और फिल्मों में सांसों से संबंधित गंभीर बीमारी के बारे में भी बताया गया था। हालांकि, कई लोग इस पर यकीन नहीं कर रहे हैं। इस आर्टिकल में जानें कि कौन-कौन सी किताब या फिल्में हैं, जिनमें कोरोना वायरस महामारी की भविष्यवाणी की बात कही जा रही है।
ये भी पढ़ेंः कोरोना के दौरान बेबी प्लानिंग के बारे में सोच रहे हैं तो पहले पढ़ लें ये आर्टिकल
कोरोना वायरस महामारी की भविष्यवाणी : एनिमेटेड कॉमेडी द फ्यूचर-टेलर सिम्पसंस (The future-teller Simpsons)
द फ्यूचर-टेलर सिम्पसंस (The future-teller Simpsons) के बारे में कहा जाता है कि यह विश्व के सबसे लंबे समय तक चलने वाला कॉमेडी सीरिज है। कहा जाता है कि इस एनिमेटेड कॉमेडी सीरिज में विश्व में घटने वाली प्रमुख घटनाओं की भविष्यवाणी की जाती थी। कुछ लोग यह भी कहते हैं कि यहां की जाने वाली भविष्यवाणी कई बार सच भी हुई है। इतना ही नहीं, यह भी कहते हैं कि विश्व में अब तक जितने लोगों ने भी अलग-अलग तरह की भविष्यवाणी की गई है, उसमें सबसे अधिक इसी सिरीज की भविष्यवाणी सच हुई है।
ये भी पढ़ेंः लोगों में हो रही हैं लॉकडाउन के कारण मानसिक बीमारियां, जानें इनसे बचने का तरीका
ट्रंप के राष्ट्रपति बनने की भविष्यवाणी
एनिमेटेड कॉमेडी ‘द फ्यूचर-टेलर सिम्पसंस’ के ‘बार टू द फ्यूचर’ नामक एपिसोड में करीब 16 साल पहले एक भविष्यवाणी की गई थी, जो आज सच भी हो चुकी है। ‘बार टू द फ्यूचर’ में दिखाया गया था कि डोनाल्ड ट्रम्प अमेरिका के राष्ट्रपति बन जाएंगे और आज डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के राष्ट्रपति के पद पर आसीन हैं।
ये भी पढ़ेंः दूसरे देशों के मुकाबले भारत में कोरोना वायरस इंफेक्शन फैलने की रफ्तार कम कैसे?
कोरोना वायरस महामारी की भविष्यवाणी : 1993 का कोरोना एपीसोड
आज कई सोशल मीडिया प्लैटफार्म पर एक फोटो लोगों को मिल रही हैं। कहा जा रहा है कि यह फोटो साल 1993 की ‘द फ्यूचर-टेलर सिम्पसंस’ के एक एपिसोड की है, जिसमें कोरोना वायरस महामारी की भविष्यवाणी की गई थी। इसी एपिसोड में सालों पहले बताया गया था कि दुनिया में एक वायरल फ्लू का प्रकोप फैलेगा। कहा गया था कि वायरल फ्लू से कई लोग बीमार हो सकते हैं।
हालांकि, कोरोना वायरस महामारी की भविष्यवाणी करते हुए वायरल फ्लू को चीन से नहीं, बल्कि जापान से निकलने वाला बताया गया था।
ये भी पढ़ेंः लोगों का डर: क्या सैनिटाइजर के साइड इफेक्ट भी हो सकते हैं?
कोरोना वायरस की भविष्यवाणी : एक उपन्यास में वुहान वायरस की हुई थी चर्चा
1981 के समय एक उपन्यास आती थी, जिसका नाम था ‘द आईज ऑफ द डार्कनेस’ (The Eyes of The Darkness)। यह क्राइम और थ्रिलर पर आधारित थी। इस उपन्यास के लेखक का नाम ‘डीन कोन्ट्ज़’ (Dean Koontz) था। ये सस्पेंस कहानियां लिखते थे। लोगों का कहना है कि डीन कोन्टज़ ने अपनी इसी किताब में वुहान-400 नामक एक वायरस के बारे में चर्चा की थी। लोग तो यहां तक कह रहे हैं कि इस किताब में वायरस को जैव हथियार के रूप में लैबोरेटोरी में बनाने के बारे में भी लिखा गया है।
ये भी पढ़ेंः विश्व के किन देशों को कोरोना वायरस ने नहीं किया प्रभावित? क्या हैं इन देशों के कोविड-19 से बचने के उपाय?
सोशल मीडिया पर 40 साल पहले लिखी किताब की चर्चा
डीन कोन्ट्ज़ ने द आईज ऑफ द डार्कनेस में यह भी चर्चा लिखा था कि यह वायरस एक शहर या पूरे देश को बीमार बना सकता है। जब से वुहान से कोरोना वायरस का प्रकोप पूरी दुनिया में फैला है, तब से लोग इस किताब की खूब चर्चा कर रहे हैं और इसे कोरोना वायरस महामारी की भविष्यवाणी बता रहे हैं। वुहान से कोरोना वायरस के फैलते ही लोगों ने इस किताब में लिखी गई बात को सोशल मीडिया पर खूब शेयर करने लगे हैं। लोगों तक यह बात पहुंचाई जा रही है कि 40 साल पहले लिखी गई बात आज सच हो गई।
ये भी पढ़ेंः क्या एक ही व्यक्ति को दोबारा हो सकता है कोरोना वायरस का संक्रमण?
कोरोना वायरस महामारी की भविष्यवाणी : फिल्म ‘कंटैजियन’
अगर आपको अभी भी विश्वास नहीं हो रहा है, तो अब हम आपको एक फिल्म ‘कंटैजियन’ (Contagion) के बारे में बता रहे हैं। इस फिल्म में ‘ग्वेनेथ पाल्ट्रो’ अभिनेता थे। कहा जा रहा है कि इस फिल्म में भी कोरोनो वायरस महामारी की भविष्यवाणी की गई थी।
इसमें कोरोना वायरस के प्रकोप की भविष्यवाणी की गई थी। कहा गया था कि एक वायरस का प्रकोप दुनिया भर में फैलेगा, जो 20 प्रतिशत लोगों की मौत का कारण बन सकता है। हालांकि, इस फिल्म में वायरस के पैदा होने का स्थान हांगकांग बताया गया था। वायरस का काल्पनिक वायरस MEV- 1 रखा गया था।
ये भी पढ़ेंः कोविड-19 के इलाज के लिए 100 साल पुरानी पद्धति को अपना रहे हैं डॉक्टर, जानें क्या है प्लाज्मा थेरेपी
कोरोना वायरस महामारी की भविष्यवाणी : विश्व स्वास्थ्य सुरक्षा पर आधारित थी फिल्म
अभी जिस तरह कोरोना वायरस के कारण पूरी दुनिया खतरे में पड़ गई थी। यह फिल्म भी उसी तरह विश्व स्वास्थ्य सुरक्षा पर आधारित थी। हालांकि इस तथ्य में कितनी सच्चाई है, इसका पता लगाना आसान नहीं है, लेकिन वर्तमान की गंभीर परिस्थिति में ऐसी सूचनाओं की भरमार हो रही है।
ये भी पढ़ेंः अगर आपका इलाका भी हो भी रहा सैनिटाइज, तो इन बातों का रखें ख्याल
कोरोना वायरस महामारी की भविष्यवाणी : साल 2008 में संक्रामक रोग की बात
दुनिया में कोरोना वायरस के प्रकोप की भविष्यवाणी के बारे में लोगों को और भी दूसरी खबरें भी मिल रही हैं। आज कल एक किताब कि लगातार ट्विटर पर चर्चा की जा रही है। कहा जा रहा है कि इस किताब में साल 2008 में ही संक्रामक कोरोना वायरस के प्रकोप की भविष्यवाणी की गई थी। किताब के लेखक का नाम सिल्विया ब्राउन है, जिन्होंने ‘एंड ऑफ डेज: प्रिडिक्शंस एंड प्रोफेसीज़ फॉर द वर्ल्ड’ शीर्षक के नाम से यह किताब लिखी थी।
ये भी पढ़ेंः Corona Virus Fact Check: आखिर कैसे पहचानें कोरोना वायरस की फेक न्यूज को?
कोरोना वायरस महामारी की भविष्यवाणी : इंड ऑफ डेज (End of Days) नामक किताब की भी चर्चा
सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर इस किताब की फोटो बहुत देखने को मिल रही है। इसके साथ ही लोगों को यह संदेश भी भेजा जा रहा है कि किताब में साल 2020 में दुनिया भर में एक महामारी के फैलने की बात लिखी गई है। लेखक ने लिखा है कि एक गंभीर निमोनिया जैसी बीमारी फैलेगी। इस रोग के कारण फेफड़ों से संबंधित बीमारी और ब्रोन्कियल नलियों पर घातक प्रभाव पड़ेगा और बीमारी पर कोई इलाज काम नहीं करेगा।
ये भी पढ़ेंः कोरोना वायरस की ग्लोसरी: आपने पहली बार सुने होंगे ऐसे-ऐसे शब्द
कोरोना वायरस महामारी की भविष्यवाणी : बीमारी के 10 साल बाद वापस आने की भी भविष्यवाणी
इतना ही नहीं, इस किताब में यह भी लिखा गया है कि निमोनिया के कारण बहुत लोग बीमार होंगे। आश्चर्यजनक तथ्य यह बताया गया है कि यह बीमारी जैसे अचानक से दुनिया में आई है, उसी तरह से अचानक गायब भी हो जाएगी। 10 साल बाद फिर आकर लोगों को बीमार बनाएगी और उस समय पूरी तरह से गायब हो जाएगी।
ये भी पढ़ेंः कोरोना वायरस के लक्षण तेजी से बदल रहे हैं, जानिए कोरोना के अब तक विभिन्न लक्षणों के बारे में
कोरोना की तथ्यपूर्ण बातों पर ही करें विश्वास
लोगों के मोबाइल पर कोरोना के प्रकोप की ऐसी भविष्यवाणी की बाढ़ सी आ गई है। कई लोग इस तरह की बातों पर विश्वास कर रहे हैं, तो कई इसे झूठी खबर मानकर डिलीट भी कर रहे हैं। हमारी यह सलाह है कि कोरोना महामारी के इस समय में दुनिया भर में कई तरह की खबरें लोगों को मिल रही हैं, लेकिन आप समझदार बनते हुए कोरोना के प्रकोप की भविष्यवाणी जैसी जानकारी को गंभीरता से न लें और केवल तथ्यपूर्ण बातों पर ही विश्वास करें।
सावधान रहें
यह बात सत्य है कि कोविड-19 ने रोज लोगों की जान ले रहा है। सभी लोग इस महामारी से परेशान हैं और हालात के सामान्य होने की उम्मीद लगा रहे हैं। ऐसी परिस्थिति में अच्छे से अच्छे व्यक्ति का मनोबल भी टूटने लगता है, लेकिन आपको हारना नहीं है। कोरोना वायरस महामारी की भविष्यवाणी की खबरों से घर में किसी तरह का भय वाला माहौल न बनाएं। सावधान रहें और सुरक्षा उपायों का पालन करते हुए पूरे परिवार को कोरोना से बचाएं। साफ-सफाई पर पूरा ध्यान दें। सामाजिक दूरी और लॉकडाउन का पालन करें और कोरोना वायरस के लक्षण महसूस होने पर तुरंत डॉक्टर के पास इलाज कराने जाएं। कोरोना वायरस की अफवाह में बिल्कुल भी यकीन न करें।
ये भी पढ़ेंः फार्मा कंपनी ने डोनेट की 34 लाख हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वाइन टैबलेट्स, ऐसे होगा इस्तेमाल
हैलो हेल्थ ग्रुप किसी भी तरह की मेडिकल एडवाइस, इलाज और जांच की सलाह नहीं देता है।
और पढ़ेंः
कोरोना के दौरान कैंसर मरीजों की देखभाल में रहना होगा अधिक सतर्क, हो सकता है खतरा
कोरोना वायरस से जंग में शरीर का साथ देगा विटामिन-डी, फायदे हैं अनेक