
Lockdown 2.0- मंगलवार, 14 अप्रैल को सुबह 10 बजे प्रधानमंत्री मोदी ने देश को दिए अपने संबोधन (PM Modi addressed Nations) में 3 मई 2020 तक देशभर में लॉकडाउन 2.0 की घोषणा की है। उनके मुताबिक कोरोना वायरस की बीमारी कोविड- 19 (Coronavirus Infection COVID- 19) के खिलाफ भारत की स्थिति को बेहतर बनाए रखने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग और लॉकडाउन को जारी रखना जरूरी है। उन्होंने यह भी संकेत दिए कि जिन राज्यों, जिलों, कस्बों में कोविड- 19 के मरीज या हॉटस्पॉट नहीं पाए जाएंगे, वहां 20 अप्रैल के बाद सशर्त कुछ छूट व राहत दी जा सकती है। प्रधानमंत्री ने देश में लॉकडाउन का पालन करते हुए घर के अंदर त्योहार मना रहे लोगों की भी प्रशंसा की। इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी ने देशवासियों से सात बातों में साथ मांगा। इस आर्टिकल में जानें ये सारी बातें…
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3 मई तक रहेगा लॉकडाउन 2.0 (Lockdown Extended till 3 May 2020 : Modi)
प्रधानमंत्री ने लॉकडाउन 2.0 की बात करते हुए अपने संबोधन में कहा कि, ‘भारत में कोरोना के खिलाफ लड़ाई आगे कैसे बढ़े, हम विजयी कैसे हो, नुकसान कम कैसे हो, इसको लेकर हमने राज्यों के साथ चर्चाएं की हैं। चर्चा में राज्यों और नागरिकों की तरफ से भी यही बात निकलकर आती है, कि लॉकडाउन बढ़ाया जाए। कई राज्य पहले ही लॉकडाउन बढ़ाने की बात कह चुके हैं। भारत में लॉकडाउन को अब 3 मई तक और बढ़ाना होगा। यानी 3 मई तक हम सभी देशवासियों को लॉकडाउन 2.0 में रहना होगा। इस दौरान हमें अनुशासन का उसी तरह पालन करना है, जैसे हम करते आ रहे हैं। मेरी प्रार्थना है कि अब कोरोना को हमें किसी भी कीमत पर नए क्षेत्रों में फैलने नहीं देना है , स्थानीय स्तर पर अब एक भी मरीज बढ़ता है तो यह हमारे लिए चिंता का विषय होना चाहिए। कहीं पर भी कोरोना की वजह से दुखद मृत्यु होती है, तो हमारी चिंता और बढ़नी चाहिए।’
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लॉकडाउन 2.0: 20 अप्रैल से सशर्त मिल सकती है छूट
पीएम मोदी ने अपने भाषण में लॉकडाउन 2.0 के अलावा कहा कि, ‘हमें हॉटस्पॉट स्थानों को इंगित करके पहले से बहुत ज्यादा सतर्कता बरतनी ही होगी। जिन स्थानों के हॉटस्पॉट में बदलने की आशंका है, उन पर हमें कड़ी नजर रखनी होगी और कठोर कदम उठाने होंगे। नए हॉटस्पॉट का बनना हमारे लिए नई चुनौती और संकट पैदा करेगा। इसलिए अगले एक सप्ताह के लिए कोरोना के खिलाफ लड़ाई में कठोरता और बढ़ाई जाएगी।
बढ़ेगी प्रशासन की सख्ती
20 अप्रैल तक हर कस्बे, थाने, जिले को पूरे सावधानी के साथ परखा जाएगा और देखा जाएगा कि वहां नियमों का कैसे पालन हो रहा है, वहां के मरीजों की संख्या कितनी है। जो क्षेत्र इस अग्निपरीक्षा में सफल होंगे, जो अपने यहां हॉटस्पॉट नहीं बनने देंगे या जिनकी क्षेत्रों के हॉटस्पॉट (Coronavirus Hotsport in India) आशंका कम होगी। वहां 20 अप्रैल से कुछ जरूरी चीजों की अनुमति और छूट सशर्त दी जा सकती है। लेकिन, बाहर निकलने के नियम बहुत सख्त होंगे। नियम टूटने और कोरोना का पैर उस इलाके में पड़ता है तो सारी अनुमति तुरंत वापस ले ली जाएगी। इसलिए न खुद लापरवाही करनी है न किसी और को लापरवाही करने देनी है। कल इस बारे में सरकार की तरफ से विस्तृत गाइडलाइन जारी की जाएगी।’
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लॉकडाउन 2.0: प्रधानमंत्री मोदी ने 7 बातों पर मांगा देशवासियों का साथ
पीएम मोदी ने कहा कि, ‘मैं लॉकडाउन 2.0 का पालन करने के अलावा देशवासियों से आने वाले दिनों के लिए सिर्फ सात बातों पर साथ मांग रहा हूं।’ आइए, पीएम मोदी का संदेश और इन सात बातों के बारे में जानते हैं।
- अपने घर के बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें, विशेषकर जिन्हें पुरानी बीमारी हो, उनकी एक्स्ट्रा केयर करें।
- लॉकडाउन 2.0 और सोशल डिस्टेंसिंग की लक्षमण रेखा का पूरी तरह पालन करें। घर में बनें फेस मास्क का अनिवार्य रूप से उपयोग करें, ध्यान रखिए घर में बनें।
- अपनी इम्युनिटी बढ़ाने के लिए आयुष मंत्रालय द्वारा दी गई सलाह का पालन करें। रोजाना गर्म पानी, काढ़ा आदि का सेवन करें।
- कोरोना संक्रमण रोकने के लिए ‘आरोग्य सेतु मोबाइल ऐप’ जरूर डाउनलोड करें और दूसरों को भी डाउनलोड करने के लिए प्रेरित करें।
- जितना हो सके उतने गरीब परिवार की देखरेख करें। इनके भोजन की आवश्यकता पूरी करें।
- आप अपने व्यवसाय और उद्योग में अपने साथ काम करे रहें लोगों के प्रति संवेदना रखें और उन्हें नौकरी से न निकालें।
- हमारे देश के हेल्थकेयर वर्कर्स, डॉक्टर, नर्स, सफाईकर्मी, पुलिसकर्मी आदि का सम्मान करें और उनपर गौरव करें।
आगे क्या बोले प्रधानमंत्री मोदी?
लॉकडाउन 2.0 की घोषणा के बाद प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि, ’20 अप्रैल से चिन्हित क्षेत्रों में छूट का प्रावधान गरीब भाईयों की रोजी-रोटी को ध्यान में रखकर किया गया है। मेरी सर्वोच्च प्राथमिकताओं में इनके जीवन में आई मुश्किल को कम करना है। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना की तरफ से सरकार ने उनकी मदद करने का पूरा प्रयास किया है। नई गाइडलाइन में भी पूरा ध्यान रखा गया है। इस समय देश में रबी फसल की कटाई का काम जारी है। केंद्र और राज्य सरकार मिलकर किसानों की परेशानी को कम करने का प्रयास कर रही हैं। इसके अलावा देश में दवा और राशन का भरपूर भंडार है और सामान सप्लाई की चुनौतियों कम की जा रही हैं।
हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर में झोंकी ताकत
हम हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर पर भी काम कर रहे हैं। जहां देश में कोविड- 19 टेस्ट के लिए सिर्फ एक लैब थी, वहां अब 220 से ज्यादा लैब काम कर रही हैं। विश्व को देखकर मिला अनुभव कहता है कि, देश में 10 हजार मरीज के होने पर 1500 के आसपास बैड की जरूरत होती है और भारत में हम 1 लाख बैड की व्यवस्था कर चुके हैं। 600 से ज्यादा अस्पताल कोविड- 19 के लिए काम कर रहे हैं और इन सुविधाओं को बढ़ाया जा रहा है। बेशक देश में सीमित संसाधनों हो, लेकिन भारत के युवा वैज्ञानिकों से मेरा आग्रह है कि, विश्व और मानव कल्याण के लिए आगे आएं और कोरोना वायरस की बीमारी कोविड- 19 की वैक्सीन बनाने के लिए प्रयास करें। अगर हम लॉकडाउन 2.0 में भी नियमों का पालन करेंगे तो हम कोरोना के खिलाफ जरूर जीत दर्ज करेंगे।’
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ओडिशा, पंजाब, राजस्थान और महाराष्ट्र में पहले ही लॉकडाउन 2.0
ओडिशा, पंजाब, राजस्थान और महाराष्ट्र में लॉकडाउन पहले ही 30 अप्रैल तक बढ़ा दिया गया था, हालांकि देशव्यापी लॉकडाउन 2.0 की घोषणा के बाद यहां भी 3 मई तक लॉकडाउन जारी रहेगा। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शनिवार को पीएम के साथ हुई बैठक के बाद यह फैसला लिया था। उन्होंने कहा था कि, ‘महाराष्ट्र में 30 अप्रैल तक लॉकडाउन जारी रहेगा और अगर स्थिति नियंत्रण में नहीं आई तो यह लॉकडाउन और भी आगे बढ़ाया जा सकता है। राज्य इस कठिन समय में भी देश को रास्ता दिखाएगा। कुछ क्षेत्रों में ढील दी जा सकती है, वहीं कुछ क्षेत्रों में और सख्ती की जा सकती है।‘
24 मार्च की रात से लगा था पहला लॉकडाउन
आपको बता दें कि, भारत में कंप्लीट लॉकडाउन की शुरुआत 24 मार्च की रात 12 बजे से हुई थी। 24 मार्च की रात 8 बजे अपने संदेश में पीएम मोदी ने कंप्लीट लॉकडाउन का ऐलान किया था और सिर्फ आवश्यक सेवाओं के जारी रखने की ही अनुमति दी थी। जिसमें हेल्थकेयर वर्कर्स, पुलिसकर्मी, मीडियाकर्मी, डिलीवरी बॉय, किराना दुकानें, एलपीजी, सीएनजी और पैट्रोल पंप की सेवाएं जारी रहेंगी। यह लॉकडाउन 21 दिनों तक यानी 14 अप्रैल तक जारी रहना था।
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कोरोना वायरस अपडेट (latest news on corona)
वर्ल्ड ओ मीटर के मुताबिक 14 अप्रैल 2020 को सुबह 9.30 बजे तक दुनियाभर में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 18,25,179 हो गई है और इस खतरनाक बीमारी से जान गंवाने वालों की तादाद 1,19,701 हो गई है। दुनियाभर में कोरोना वायरस से ठीक होने वाले लोगों की संख्या 4,47,821 पहुंच गई है। भारत में लॉकडाउन 2.0 इसलिए लागू किया गया है, क्योंकि यहां मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती दिख रही है।
लॉकडाउन 2.0- कोरोना वायरस के भारत में मरीज (How many cases of coronavirus in India?)
भारत के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के मुताबिक 14 अप्रैल 2020 को सुबह 8 बजे तक देश में 8988 कोरोना वायरस इंफेक्शन से संक्रमित मरीजों की पहचान कर ली गई है। जिसमें से 1035 का इलाज करने के बाद छुट्टी दे दी गई है, वहीं 339 लोगों की जान जा चुकी है। मंत्रालय की वेबसाइट के मुताबिक भारत में संक्रमित मरीजों की सबसे ज्यादा संख्या महाराष्ट्र में हो गई है, जहां 2334 मामले दर्ज किए जा चुके हैं। इसके बाद दिल्ली 1510 मामले और तमिलनाडु 1173 केस का नंबर आता है।
हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की मेडिकल सलाह नहीं दे रहा है। अगर आपको किसी भी तरह की समस्या हो तो आप अपने डॉक्टर से जरूर पूछ लें।
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