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थ्रोट चक्र में सुधार कैसे करें? (How to improve throat Chakra)
कंठ चक्र में सुधार के कई तरीके हैं। आप भावनात्मक, योग व फूड्स तीनों तरीकों को अपनाकर इसमें सुधार ला सकते हैं।
भावनात्मक तरीका अपनाएं
किसी भी बात को मन से लगाकर न बैठें। सदैव सकारात्मक रूख अपनाने की कोशिश करें। यदि आप अपने अंदर किसी भी प्रकार का दुख या किसी प्रकार की अनचाही भावना को लेकर बैठे हैं तो, तुरंत उससे दूरी बना लें। इसके लिए या तो आप किसी से इस विषय पर खुलकर बात करें। यदि आप इस विषय पर बात नहीं करना चाहते और समय के साथ उस बात का महत्व नहीं रह गया हो तो उसे दिलो-दिमाग से हटा दें। बार-बार उस बात को न दोहराएं। अनचाहे या नकारात्मक विचार विशुद्ध चक्र को बाधित करते हैं और एनर्जी का प्लो नहीं हो पाता है।
ध्यान से जाग्रत करें थ्रोट चक्र
ध्यान से मन शांत होता है और एकाग्रता के साथ नई उर्जा का भी संचार होता है। ध्यान के लिए आप किसी योग विशेषज्ञ की मदद ले सकते हैं। एक बार आप यह कला समझ गए तो उसके बाद आप स्वयं भी यह कर सकते हैं।
कंठ चक्र के ध्यान के लिए आपको शांत वातावरण की आवश्यकता पड़ेगी ताकि आपका ध्यान भंग न हो। ज्ञान मुद्रा में आएं। रीढ़ की हड्डी को सीधा कर लें। शरीर को ढीला छोड़ते हुए लंबी और गहरी सांस लें। विशुद्धि चक्र पर ध्यान केंद्रित करें। मन में नीले रंग के प्रकाश की कल्पना करें। सांस के साथ महसूस करें कि यह नीला प्रकाश आपके पूरे शरीर में फैल रहा है। ऐसा करने पर आपको गले में फ्रीनेस का आभास होगा।
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नीले रंग हो सकता है आपके लिए मददगार

यदि आप गला चक्र को सक्रिय करना चाहते हैं तो नीले और बैंगनी रंग को जीवन में प्राथमिकता दें। घर के पर्दे, पेंट आदि में आप नीले रंग का उपयोग कर सकते हैं। यदि आप चाहें तो नीले क्रिस्टल जैसे लैपिस लाजुली, फिरोजा, सेलेस्टाइट आदि रत्नों को पहन सकते हैं। इससे भी चक्र प्रभावित होता है। गले चक्र के इन पत्थरों को आप ज्वैलरी के अलावा अन्य तरह से भी इस्तेमाल कर सकते हैं। आप चाहें तो घर में सजावट की तरह रखें या घर से बाहर जाने पर अपने साथ ले जाएं।
सही खाना भी करता है प्रभावित
कंठ चक्र को नीले रंग का माना जाता है। इसलिए यदि आप नीले और बैंगनी रंग के फल व सब्जियों का सेवन करें तो यह आपके गले के चक्र के लिए लाभकारी हो सकते हैं। बैंगन, जामुन, ब्लूबेरी आदि का सेवन कंठ चक्र के उपचार के लिए लाभदायक हो सकता है। ब्राउन राइस, साबुत अनाज भी चक्र के लिए गले के चक्र के लिए अच्छा है। गले के चक्र को ठीक करने के लिए नमक, लेमनग्रास या अदरक आदि को भी डायट में एड किया जा सकता है।
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योगा से करें थ्रोट चक्र को जाग्रत
योगा के आसनों से भी आप गले का चक्र जाग्रत कर सकते हैं। आइए जानते हैं कौन से योगासन करें और कैसे करें।
सर्वांगासन (Sarvangasana)
यह आसन फेफड़ों में ऑक्सीजन और रक्त के प्रवाह को बढ़ाने में मदद करता है। बेहतर रक्त परिसंचरण के कारण पाचन तंत्र में सुधार होता है।
सर्वांगासन करने की विधि

योगा मेट या दरी में शवासन की पुजिशन में लेट जाएं। अब दोनों पैरों को श्वास छोड़ते हुए ऊपर की ओर 90 डिग्री पर लाएं। दोनों कोहनियों को मोड़ते हुए हाथों की हथेली से कमर को असमान की तरफ यानी 180 डिग्री पर ले जाना है। इस पुजिशन में शरीर का पूरा भार आपके कंधों पर आना चाहिए। इस पुजिशन से विशुद्धि चक्र जाग्रत होता है। अब अवस्था में 30 सेकेंड से 2 मिनट तक रहने के बाद धीरे-धीरे शवासन की पुजिशन पर वापस आएं।