5. ईगो (Ego) को हष्ट-पुष्ट बनाना
आपका ईगो या अहंकार, आपका सोशल मास्क है या कहें कि आपकी खुद की एक इमेज है। यह आसानी से लाइफ के इवेंट्स और दूसरों के ओपिनियन से टकरा जाता है। ईगो सबसे बड़ा हैप्पीनेस बैरियर है। इसलिए अहंकार को छोड़कर अपनी आत्मा को महत्व दें। जिसे आप सबसे नीचे रखते हैं। ईगो (Ego) के विपरीत सोल अनकंडशीनली लविंग (unconditionally loving), स्ट्रॉन्ग (strong), वाइज (wise) और एंड्यूरिंग (enduring) है।
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6. कंफर्ट जोन (Comfort zones) से बाहर ना निकलना
हमेशा अपने कंफर्ट जोन में रहना सबसे बड़ा हैप्पीनेस बैरियर (happiness-barrier) है क्योंकि इसमें हम खुद को जोखिम लेने और अपने सपने पूरा करने से रोकते हैं क्योंकि वर्तमान लाइफ में खुद को सुरक्षित महसूस करते हैं। भले ही हम उस कंडिशन में खुश ना हो। हम भूल जाते हैं कि हमारी वर्तमान परिस्थितियां कभी भी बदल सकती हैं। इसलिए कई मायनों में हम अननोन सिचुएशन में नोन सिचुएशन की तुलना में अधिक सुरक्षित नहीं है। इसलिए अपने दायरे को बढ़ाएं खुद को चुनौति दें और कंफर्ट जोन जैसे हैप्पीनेस बैरियर (happiness barrier) से बाहर निकलें।
7. मीडिया (Media)

शायद आपने कभी सोचा नहीं हो, लेकिन ये सच साबित हो चुका है कि आज के समय में मीडिया और सोशल मीडिया दोनों हेप्पीनेस बैरियर (happiness barrier) बन चुके हैं। ढेर सारी नेगेटिव हेडलाइंस हमें डराने के साथ ही चिंतिंत करने का काम करती है। यह कड़वा सच है कि पॉजिटिव की जगह नेगेटिव न्यूज या स्टोरी लोग ज्यादा देखना और पढ़ना पसंद करते हैं। कई बार लोग इन खबरों को इसलिए देखते पढ़ते हैं क्योंकि उनको लगता है कि इसके बाद उन्हें फलां प्रॉब्लम से बचने का सॉल्यूशन दिया जाएगा। ऐसा कभी-कभी होता है तो कभी नहीं भी होता है। ये अस्थाई रूप से हैप्पीनेस बैरियर का काम करती हैं।
इसके साथ ही टीवी पर आने वाले विज्ञापन भी हमारे हेप्पीनेस लेवल पर असर डालते हैं। किसी भी एड को आप देखिए आपको उनमें मुस्कुराते हुए अट्रैक्टिव लोग दिखाई देते हैं। उस एड का एक ही मैसेज होता है कि हमारा प्रोडक्ट खरीदिए आप खुश और सुंदर हो जाओगे। साथ ही इसका मतलब ये भी है कि अगर आप उनके प्रोडक्ट्स नहीं खरीदते हैं तो आप न तो खुश होंगे और ना ही आकर्षक।
8. उन चीजों पर ज्यादा ध्यान देना जो महत्वपूर्ण नहीं है।
जो बातें या काम महत्वपूर्ण या जरूरी नहीं है उन पर ज्यादा ध्यान देना सबसे बड़ा हैप्पीनेस बैरियर (happiness barrier) है। इसकी वजह से हम उन कामों को नहीं कर पाते जो हमारे लिए जरूरी होते हैं और उसकी वजह से बनने वाला दबाव हमारी खुशी को पल भर में गायब कर देता है। जैसे कि लगातार मेल्स को चेक करना या सोशल मीडिया पर स्क्रॉल करते रहना। अपने टाइम और एनर्जी को बचाइए और उसे ऐसे कामों में लगाइए जो आपकी प्रगति में मदद करें।
9.इग्नोरेंस (ignorance)
योग ग्रंथ्रो में अज्ञानता और अविद्या का मतलब होता है वास्तिवकता के बारे में गलत धारणाएं जो खुद के और दुनियां के बारे में सच्चाई को छुपाती हैं। जो एक बहुत बड़ा हैप्पीनेस बैरियर (happiness-barrier)है। अगर इसे आसान भाषा में समझें तो ऐसी चीजों को इग्नोर करना जो आपके लिए हानिकारक है या हो सकती हैं जैसे कि एल्कोहॉल या स्मोकिंग की लत, लगातार जंक फूड खाना। ये ऐसी आदतें हैं जो आगे जाकर आपकी हेल्थ को खराब कर देंगी और हैप्पीनेस बैरियर (happiness barrier) साबित होंगी। इसलिए जानते हुए ऐसी चीजों को मत करिए जो आपके लिए बाद में परेशानी का कारण बन जाएं।