जीवनशैली में बदलाव और घरेलू उपचार
आपको एक हेल्दी लाइफस्टाइल जीने की कोशिश करनी चाहिए। जिसके लिए नियमित व्यायाम करें, धूम्रपान और शराब के सेवन से बचें। रिश्तों में तनाव न आने दें।
अगर आप नियमित रूप से व्यायाम करेंगे और जीवनशैली को ठीक रखेंगे तो काफी हद तक इस बीमारी के होने का जोखिम कम हो सकता है। और अगर ये समस्या होने लगी है, तो डॉक्टर से राय लेने में बिल्कुल भी देरी न करें। इसके अलावा अपने खानपान का भी पूरा ख्याल रखें।
इस आर्टिकल में हमने आपको फिमोसिस डिजीज से संबंधित जरूरी बातों को बताने की कोशिश की है। इसमें हमने आपको इस बीमारी के कारण से लेकर उपचार और जोखिम तक बताने की कोशिश की है। साथ ही मरीज का ख्याल रखने तक के बारे में बताया है। उम्मीद है आपको हैलो हेल्थ की दी हुई जानकारियां पसंद आई होंगी।
ध्यान रहे की घरेलू उपचार केवल कम गंभीर या हल्के रोग पर ही आजमाने चाहिए। गंभीर स्थिति पर घरेलू उपाय का असर दिखने में समय लग सकता है। जिसके कारण स्थिति खराब भी हो सकती है। इसलिए फिमोसिस के गंभीर व स्पष्ट लक्षण दिखाई देने पर केवल डॉक्टरी सलाह ही लें।
अगर आपको इस बीमारी से जुड़े किसी अन्य सवाल का जवाब जानना है, तो हमसे जरूर पूछें। हम आपके सवालों के जवाब मेडिकल एक्सर्ट्स द्वारा दिलाने की कोशिश करेंगे। अपना ध्यान रखिए और स्वस्थ रहिए। और अगर आपको हमारा ये आर्टिकल पसंद आया है तो इसे ज्याा से ज्यादा लोगों के साथ शेयर करें, ताकि उनके पास भी इसकी सही जानकारी हो और वो इसके प्रति जगरूक रह सकें।
यदि आपके कोई प्रश्न है, तो बेहतर समाधान के लिए कृपया चिकित्सक से परामर्श करें। आप स्वास्थ्य संबंधी अधिक जानकारी के लिए हैलो स्वास्थ्य की वेबसाइट विजिट कर सकते हैं। अगर आपके मन में कोई प्रश्न है, तो हैलो स्वास्थ्य के फेसबुक पेज में आप कमेंट बॉक्स में प्रश्न पूछ सकते हैं और अन्य लोगों के साथ साझा कर सकते हैं।