टेस्टिक्युलर सेल्फ एग्जाम कितनी बार करना चाहिए?
टेस्टिक्युलर सेल्फ एग्जाम महीने में एक बार करने की सिफारिश की जाती है। हर महीने जांच करने पर इसमें होने वाले किसी भी प्रकार के बदलाव को असानी से नोटिस कर सकते हैं।
टेस्टिक्युलर सेल्फ एग्जामिनेशन (Testicular self examination) की किसको जरूरत सबसे ज्यादा होती है?
सभी पुरुषों को सेल्फ एग्जाम करना चाहिए। इसके लिए कोई विशेष उम्र या स्वास्थ्य स्थिति को रिकमंड नहीं किया गया है। डॉक्टर्स रेग्युलर बेसिस पर इस एक्जामिनेशन को करने को कहते हैं। हालांकि टेस्टिक्युलर कैंसर (Testicular cancer) का हर स्टेज पर इलाज किया जा सकता है, लेकिन इसके बारे में जितनी जल्दी पता चल जाए उतना अच्छा है।
क्या टेस्टिक्युलर सेल्फ एग्जाम का कोई रिस्क हो सकता है? (Risk of Testicular self examination)
टेस्टिक्युलर सेल्फ एग्जाम का कोई डायरेक्ट रिस्क नहीं है। इससे किसी प्रकार की चोट नहीं लगती है। हालांकि अगर आप कुछ असामान्य नोटिस करते हैं तो आप चिंता का शिकार हो सकते हैं। इसके साथ ही आपको कुछ मेडिकल टेस्ट, अल्ट्रासाउंड, ब्लड टेस्ट आदि से गुजरना होगा। हो सकता है कि बायोप्सी का सहारा भी लेना पड़े। ऐसे में आप स्ट्रेस का सामना कर सकते हैं, लेकिन कैंसर से ज्यादा अच्छा आपके लिए थोड़े समय का स्ट्रेस होगा। इसलिए सेल्फ एग्जाम को करते रहे।
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