दांतों के पीलेपन के कई कारण होते हैं जैसे स्मोकिंग, खराब ओरल हाइजीन, जेनेटिक या फिर आपकी डायट। इन वजहों से आपके दांतों की सफेदी धीरे-धीरे कम होने लगती है। ऐसे में दांतों को सफेद बनाना कठिन हो जाता है। पीले दांत के कारण कई बार हमें शर्मिंदा होना पड़ता है। जब भी हम किसी से बात करते हैं तो, सामने वाले की नजर सबसे पहले दांतों की तरफ ही जाती है। पीले दांत अच्छे खासे चेहरे की वाट लगा देता है। सफेद और चमकदार दांत पाने के लिए लोग घरेलू उपाय से लेकर मेडिकल ट्रीटमेंट लेते हैं। दांतों को सफेद बनाना उतना ही जरूरी है जितना चेहरे को साफ रखना।
दांतों को साफ करने के लिए एक उपचार टीथ वाइटनिंग भी है। लेकिन, यह कितना असरदार और सुरक्षित है? टीथ वाइटनिंग की क्या प्रक्रिया है? जैसे कई जरूरी प्रश्नों के उत्तर “हैलो स्वास्थ्य’ के इस आर्टिकल में दिए गए हैं।
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टीथ वाइटनिंग क्या है? (What is teeth whitening?)
टीथ वाइटनिंग के उपचार के अंतर्गत डेंटिस्ट दांतों को सफेद करने के लिए ब्लीच का प्रयोग करते हैं। हालांकि, केवल एक ही बार में आपके दांत चमकदार नहीं होते हैं। इस ट्रीटमेंट के जरिए दांतों के मौजूदा रंग में काफी सुधार आता है। इससे दांतों के पीलेपन से निजात मिलती है।
टीथ वाइटनिंग कौन कर सकता है? (Who can do teeth whitening?)
टीथ वाइटनिंग डेंटिस्ट्री का एक रूप है और इसे केवल डेंटिस्ट या किसी डेंटल प्रोफेशनल से ही कराया जाना चाहिए। कुछ सैलून भी टीथ वाइटनिंग ट्रीटमेंट देते हैं लेकिन, यदि कोई डेंटल प्रोफेशनल न हो तो ऐसी जगह ट्रीटमेंट लेना आपकी डेंटल हेल्थ के लिए सही नहीं है। ऐसा करना आपके ओरल हेल्थ के लिए खतरनाक हो सकता है।
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टीथ वाइटनिंग की प्रक्रिया क्या है? (What is the process of teeth whitening?)
पीले दांतों को सफेद बनाना सच में एक कठिन टास्क है। टीथ वाइटनिंग के लिए आपको कई सिटिंग लेनी पड़ सकती हैं। डेंटिस्ट एक माउथगार्ड बनाने के लिए दांतों का इम्प्रेशन लेते हैं। इसका इस्तेमाल आपको ब्लीचिंग जेल के साथ करना होता है। जिसका उपयोग नियमित रूप से दो से चार सप्ताह तक करना होता है। वहीं कुछ वाइटनिंग जेल ऐसी भी होते हैं जिनको दांतों पर लगाने के बाद आठ घंटे तक रखना होता है। इससे ट्रीटमेंट की अवधि एक सप्ताह तक कम हो सकती है।
लेजर वाइटनिंग, जिसे पावर वाइटनिंग भी कहा जाता है। यह दांतों को सफेद बनाने एक अलग तरीका है। इस ट्रीटमेंट में डेंटिस्ट दांतों पर ब्लीच लगा कर उस पर लेजर लाइट का उपयोग करते हैं। इससे दांत सफेद और चमकदार हो जाते हैं। दातों को साफ करने के लिए लेजर वाइटनिंग में लगभग एक घंटे का समय लग सकता है।
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टीथ वाइटनिंग के लिए होम किट या ब्यूटी सैलून कितना सही है? (What are the risk of home kits and beauty salons for teeth whitening?)
टीथ वाइटनिंग के लिए एक रजिस्टर्ड डेंटल प्रोफेशनल के पास ही जाएं। ब्यूटी सैलून में टीथ वाइटनिंग के नुकसान भी हो सकते हैं। होम किट का इस्तेमाल भी खतरनाक साबित हो सकता है। टीथ वाइटनिंग हमेशा किसी प्रोफेशनल की देखरेख में ही होनी चाहिए।
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टीथ वाइटनिंग के क्या नुकसान हो सकते हैं? (What are the risks of teeth whitening?)
चाहे आप कोई भी ट्रीटमेंट क्यों न लें, उसमें केमिकल्स होते ही हैं। ये केमिकल्स मसूड़ों और दांतों को नुकसान पहुंचा सकते हैं और खासकर उन लोगों को जिनके दांत सेंसिटिव हैं। ऐसें में मसूड़ों में जलन मेहसूस भी हो सकती है और साथ ही घर पर इस्तेमाल किए जाने वाले कुछ वाइटनिंग किट दांतों के इनेमल को नुकसान (enamel) पहुंचा सकते हैं।
दांतों को सफेद बनाना है तो ये घरेलू टिप्स करेंगे आपकी मदद
- दांतों का सफेद बनाना है तो हफ्ते में एक बार नमक और तेल से साफ करें। इसके लिए आपको आधा छोटे चम्मच नमक में दो बूंद सरसों के तेल की बूंदे डालें और इससे दांतों की हल्की मालिश करें। कुछ ही दिनों में इसका इस्तेमाल करने से दांतों का पीलापन खत्म हो जाएगा।
- दांतों को चमकदार बनाने के लिए संतरे के पाउडर का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए आप ब्रश करने के बाद इस पाउडर से दांतों की हल्के हाथों से मसाज करें।
- दांतों के लिए नींबू वरदान समान है। कई लोग इसे दांतों पर रगड़ते हैं। अगर आप इसे दांतों पर नहीं रगड़ना चाहते तो इसके रस से कुल्ला कर सकते हैं। इसके लिए आपको नींबू के रस में बराबर मात्रा में पानी मिलाना होगा। इससे रोजाना खाना खाने के बाद कुल्ला करें। कुछ दिनों में दांतों का पीलापन दूर होने के बाद सांसों की बदबू भी चली जाएगी।
- एप्पल साइडर विनेगर (Apple Cider Vinegar) से भी कुल्ला कर दांतों का पीलापन कम किया जा सकता है। इसके लिए एप्पल साइडर विनेगर और पानी को समान मात्रा में मिलाएं और रोजाना खाना खाने के बाद कुल्ला करें।
- दांतों को स्वस्थ रखने के लिए रोजाना दो समय ब्रश करना चाहिए। हफ्ते में एक या दो बार पेस्ट के साथ चुटकिभर बेकिंग सोडा मिलाकर करें। ऐसा करने से दांतों से पीली परत साफ होती जाएगी।
- दांतों को सफेद बनाना है तो इसके लिए नीम का इस्तेमाल पौराणिक समय से ही किया जा रहा है। नीम में एंटी-बैक्टीरियल प्रॉपर्टीज होती हैं, जो दांत संबंधित कई परेशानियों को दूर करने में मदद करता है। दांतों का पीलापन हटाने के लिए नीम की दातून का इस्तेमाल भी किया जा सकता है।
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क्या टीथ वाइटनिंग स्थाई है? (Is teeth whitening permanent?)
इस ट्रीटमेंट से दांतों को सफेद बनाना कोई परमानेंट उपाय नहीं है। यह कुछ महीनों से लेकर तीन साल तक प्रभावी रह सकता है। हालांकि, यह हर किसी के लिए अलग हो सकता है। यदि आप धूम्रपान करते हैं या रेड वाइन, चाय या कॉफी पीते हैं तो वाइटनिंग प्रभाव लंबे समय तक नहीं रहेगा।
एक बार दाग-धब्बे पड़ने के बाद दांतों को सफेद बनाना काफी कठिन हो जाता है। इसलिए, जरूरी है कि दांतों की समस्या से बचने के लिए पहले से ही दांतों की देखभाल की जाए। खाने-पीने से लेकर बुरी आदतों (जैसे एल्कोहॉल लेना, स्मोकिंग करना, चाय-कॉफी का सेवन करना आदि) को भी छोड़ देना चाहिए। हम आशा करते हैं आपको हमारा यह लेख पसंद आया होगा। हैलो हेल्थ के इस आर्टिकल में दांतों को सफेद बनाना और उससे जुड़ी जरूरी जानकारी देने की कोशिश की गई है।
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