सोनाली के बेटी का ग्यारहवां जन्मदिन हैं और उसे एक ऐसी चिंता सताने लगी है जो हर मां को परेशान करती है। सोनाली सोच रही है कि वो अपनी बेटी (Daughter) को किस तरह से पीरियड्स (Periods) के बारे में बताए। कहीं उसे झटका न लग जाए या वो घबरा न जाए। उसने अपनी सहेली मीना से अपनी समस्या साझा की तो उसे उसका समाधान मिला। इसके बाद सोनाली ने अपनी बेटी से खुल कर बात की और उसका आत्मविश्वास (Confidence) भी बढ़ाया। इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर, डॉ. शरयु माकणीकर ने हैलो स्वास्थ्य को बताया कि आप अपनी बेटी को उसके पहला पीरियड के बारे में कैसे बताएं और किन बातों का ध्यान रखें।
इन 8 तरीकों से अपनी बेटी को करें पहले पीरियड के लिए तैयार
महिलाओं को अपने पहला पीरियड याद रहता है। कुछ तो सोचती हैं कि काश मैं पीरियड के लिए थोड़ी और ‘तैयार’ होतीं! डॉ. शरयु ने बताया कि आप अपनी बेटी के लिए ऐक्शन प्लान बनाए ताकि आप और आपकी बेटी इसके लिए तैयार रहें।
1- बेटी का पहला पीरियड (Daughter’s first period) कैसे बनाएं आसान: बात शुरू करने के लिए सहज माहौल बनाएं
आजकल 11 साल की ज्यादातर लड़कियों के पीरियड (Period) शुरू हो जा रहे हैं। हो सकता है कि आप अपनी बेटी से बात करने में सहज महसूस न करें। बेटी से बात करने से पहले खुद से पूछ लें कि आप तैयार हैं या नहीं? बेटी से पीरियड्स पर बात शुरू करने से पहले माहौल को सहज बनाएं और दोस्त की तरह बात करें। हो सकता है कि आपकी बेटी इस बात को जानने के लिए बहुत छोटी है। यह सब उसके लिए एक झटके की तरह हो सकती हैं। अगर बेटी के मन में पीरियड्स को लेकर कोई सवाल है तो उनका जवाब जरूर दें। उसे बताएं कि सवाल पूछने में कोई बुराई नहीं है।
2- बेटी का पहला पीरियड (Daughter’s first period) कैसे बनाएं आसान: शुरू से बातों का करें आगाज
अपनी बेटी को बताएं कि उसकी उम्र क्या है और उसके पीरियड्स कब तक आ सकते हैं। इसके लिए उसे बेसिक जानकारी दें। बेटी को बताएं कि पीरियड्स एक नियमित और प्राकृतिक क्रिया है। अगर कभी भी कपड़े में बल्ड लगा रहे तो देख कर ना घबराएं। उसे बताएं कि पीरियड्स में आने वाला ब्लड आखिर आता कहां से है। पीरियड्स में आने वाले ब्लड का रंग कैसा होता है। पीरियड्स कितने दिनों तक रहते हैं। बेटी को पीरियड्स में साफ-सफाई कैसे रखनी हैं। वह पैड को कैसे इस्तेमाल करे यह सारी बातें आप अपनी बेटी को बताएं।
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3- बेटी का पहला पीरियड कैसे बनाएं आसान: बेटी को प्यूबर्टी की जानकारी दें (Tell your daughter about puberty)
शरीर में हो रहे बदलाव के बारे में बेटी को बताएं। बेटी को सहज महसूस कराने के लिए उसे बताएं कि यह एक आम प्रक्रिया है। यह सभी के शरीर में होते हैं। बेटी को बताएं कि पीरियड्स बीमारी नहीं है। पीरियड्स (Periods) उसके शरीर में हो रहा बदलाव के कारण आएंगे। बेटी को बताएं कि पीरियड्स प्रजनन तंत्रों के पूर्ण विकास के बाद आते है। इससे लाइफस्टाइल पर कोई भी फर्क नहीं पड़ेगा।
4- बेटी का पहला पीरियड कैसे बनाएं आसान: बेटी के सामने तैयार करें पीरियड किट (Period kit)
जरूरी नहीं है कि जब आपकी बेटी का पीरियड आए तो वह घर में ही रहे। वह स्कूल में भी हो सकती है। इसलिए उसके लिए दो पीरियड किट तैयार करें। ताकि जब आप उसके साथ ना रहे तो वह इसका इस्तेमाल अच्छे से कर सके। अब सवाल यह उठता है कि पीरियड किट में आखिर क्या-क्या चीजें होनी जरूरी है। एक पाउच बैग में निम्न चीजों को जरूर रखें।
- चार सैनिटरी नैपकीन (Sanitary Napkin)
- एक जोड़ी पैंटी
- एक पेपरबैग
इन चीजों के साथ ही किट में पैड्स को इस्तेमाल करने का तरीका जरूर लिखकर रखें। एक किट आप अपने पास भी रखें ताकि, कहीं बाहर होने पर अगर बेटी के पीरियड्स आ जाए तो इस्तेमाल कर सके।
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5- बेटी का पहला पीरियड कैसे बनाएं आसान: पीरियड्स में इस्तेमाल होने वाले सभी चीजों की दें जानकारी
बेटी को बताएं कि उसके लिए क्या सही है। कई बार ऐसा होता है कि अपनी सहेलियों के बहकावे में आ कर वह पैड्स (Pads) और टैम्पून्स (Tampions) में कंफ्यूज हो सकती है। इसके अलावा आप उसे पहले पीरियड्स के लिए सैनिटरी नैपकीन (Sanitary napkins) इस्तेमाल करने के लिए बताएं। डॉ. शरयु के अनुसार पहले पीरियड्स में भी टैम्पूंस का इस्तेमाल करने में किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं है। लेकिन पहले पीरियड में पैड्स का प्रयोग ज्यादा बेहतर है। बेटी को फीमेल बॉडी का चित्र के जरिए पैड्स और टैम्पूंस के इस्तेमाल के बारे में समझाएं। साथ ही बताएं कि हर चार से पांच घंटे पर पैड्स या टैम्पून्स बदल ले।
6- बेटी का पहला पीरियड कैसे बनाएं आसान (Daughter’s first period) : बैकअप प्लान के बारे में बताएं
बेटी को बताएं कि अगर पीरियड्स में उसे कभी लीकेज (Leakage) या स्पॉटिंग (Spotting) हो जाए तो उसे क्या करना चाहिए। उदाहरण के तौर पर बेटी अगर स्कूल में है को ऐसी स्थिति में अपनी टीचर की मदद ले सकती है। बेटी को समझाएं कि पीरियड्स के दौरान इमोशनल बदलावों से गुजरेगी। इसके लिए उसे तैयार करें और बताएं कि वह उसे पीरियड्स में स्ट्रांग कैसे बनना है।
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7- बेटी का पहला पीरियड कैसे बनाएं आसान: पीरियड्स को हौवा न बनाएं (Don’t Make Periods Fierce)
बेटी के सामने बात करते समय पीरियड्स को हौवा ना बनाएं। अक्सर ऐसा होता है कि बेटियों को पीरियड्स में होने वाली समस्याओं जैसे- कमर दर्द (Back pain), पेट दर्द (Stomach pain) आदि के बारे में एकसाथ बता देती हैं। जिससे बेटी डर सकती है। डॉ. शरयु ने बताया कि जरूरी नहीं है कि हर लड़की को इन सभी प्रॉब्लम से गुजरना ही पड़े। हो सकता है कि आपकी बेटी को ये दर्द हो ही नहीं। अगर उसे पहले पीरियड में ये दर्द होते हैं तो तो उससे कैसे निपटना है इसकी जानकारी जरूर दें।
8- पीरियड्स के साथ जीवन आसान बनाना सिखाएं (Learn to make life easier with periods)
बेटी को बताएं कि पीरियड्स के साथ जिंदगी आसान है बस थोड़ा समय लगेगा। उसे समझाएं कि पीरियड्स को अपनी दिनचर्या पर हावी ना होने दे। अगर उसे खेलना पंसद है तो उसे खेलने से ना रोके। जो पसंद है और पीरियड्स में वो जो करना चाहे उसे करने के लिए प्रोत्साहित करें। इसके अलावा भारत में एक मिथ है कि पीरियड्स को पुरुष के साथ साझा नहीं किया जा सकता है। लेकिन, अब जमाना बदल चुका है। बेटी को बताएं कि जरूरत पड़ने पर वह अपने पापा के साथ भी पीरियड्स से संबंधित बातें शेयर कर सकती है।
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इन नौ तरीकों से बेटी को आप पीरियड्स (Periods) के बारे में आसानी से बता कर तैयार कर सकती हैं। इस बात का ध्यान रखें कि जब भी बेटी से पीरियड्स के बारे में बात करें तो एक दोस्त की तरह करें। मां को बेटी की सच्ची सहेली शायद इसलिए भी कहा जाता है क्योंकि, वह अपनी बेटी की भलाई के लिए सब कुछ कर सकती है।
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