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क्या आप जानते हैं महीने में दो बार पीरियड्स आने की वजह?

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya


AnuSharma द्वारा लिखित · अपडेटेड 31/05/2021

    क्या आप जानते हैं महीने में दो बार पीरियड्स आने की वजह?

    पीरियड्स यानी मासिक धर्म के वो कुछ दिन महिलाओं के लिए सबसे मुश्किल समय होता है। आमतौर पर एवरेज मेंस्ट्रुअल सायकल 28 दिनों का माना जाता है, लेकिन यह 24 से 38 दिनों का भी हो सकता है। क्योंकि, कई महिलाओं में यह सायकल 28 दिनों से अधिक का होता है, तो कुछ में कम दिनों का। लेकिन,अगर किसी को महीने में दो बार पीरियड्स (Twice Periods) आएं तो इससे अधिक परेशान करने वाली बात और कोई नहीं हो सकती। हालांकि, किसी महीने मेंस्ट्रुअल सायकल में बदलाव की कोई सामान्य वजह हो सकती है। लेकिन, अगर ऐसा हर महीने हो तो इसके पीछे कोई अंडरलायिंग कारण हो सकता है। आज हम महीने में दो बार पीरियड्स (Twice Periods) की समस्या के बारे में बात करेंगे। महीने में दोबारा पीरियड्स के बारे में जानें विस्तार से। सबसे पहले जान लेते हैं इस परेशानी के कारण।

    महीने में दो बार पीरियड्स आने के कारण क्या हैं? (Causes of Twice Periods)

    जब आप महीने में दो बार पीरियड्स (Twice Periods) का अनुभव करती हैं  तो इसके पीछे मेंस्ट्रुअल सायकल की लेंथ के अलावा कई अन्य कारण भी हो सकते हैं । कई बार यह कारण आपकी हेल्थ कंडीशन से जुड़ा भी हो सकता है। आइए, जानते हैं कि वो कौन से रोग या स्थितियां हैं. जो असामान्य मासिक धर्म की वजह बन सकते हैं:

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    गर्भावस्था (Pregnancy)

    प्रेग्नेंसी के दौरान असामान्य ब्लीडिंग होना कई महिलाओं में सामान्य है और कई बार महिलाएं इसे असामान्य पीरियड समझ लेती हैं। अगर आप महीने में दोबारा पीरियड्स की समस्या का अनुभव कर रही है और सेक्शुअली एक्टिव हैं तो एक बार प्रेग्नेंसी टेस्ट अवश्य कराएं। क्योंकि ऐसा गर्भावस्था के कारण भी हो सकता है। इसके अलावा मेनोपॉज (Menopause) भी असामान्य पीरियड आने की समस्या की एक वजह हो सकता है। 

    दो बार पीरियड्स

    पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज (Pelvic Inflammatory Disease)

    पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज वो स्थिति है, जिसमें बैक्टीरिया वजाइना या सर्विक्स के माध्यम से महिलाओं के रिप्रोडक्टिव ऑर्गन्स में प्रवेश कर के उन्हें इंफेक्टेड कर देते हैं। इस समस्या का एक लक्षण होता है असामान्य यूटरिन ब्लीडिंग (Uterine Bleeding)। जिसके कारण महिलाओं को महीने में दो बार पीरियड्स (Twice Periods) की समस्या हो सकती है।

    थायरॉइड डिसऑर्डर (Thyroid Disorder)

    हायपरथायरॉइडिज्म (Hyperthyroidism) और हाइपोथायरॉइडिज्म (Hypothyroidism) के कारण मेंस्ट्रुअल सायकल छोटा हो सकता है। जिसके कारण महीने में दो बार पीरियड्स (Twice Periods) आ सकते हैं। अगर आपको यह समस्या है तो इसे लेकर डॉक्टर की सलाह लें।

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    यूटेराइन फाइब्रॉयड (Uterine Fibroids)

    यूटेराइन फाइब्रॉयड वो असामान्य ग्रोथ है जो यूटरस में विकसित होती है। यह आमतौर पर बिनाइन होते हैं लेकिन इनके कारण ब्लीडिंग हो सकती है। जिसे आप गलती से मेंस्ट्रुअल सायकल की ब्लीडिंग समझ सकती हैं। 

    बर्थ कंट्रोल पिल्स (Birth Control Pills)

    अगर आप बर्थ कंट्रोल पिल्स का सेवन कर रही हैं लेकिन उसे नियमित रूप से नहीं ले रही हैं, तो इससे हॉर्मोन्स में परिवर्तन के कारण असामान्य ब्लीडिंग हो सकती है। लेकिन, जब आप इन्हें सही समय पर लेना शुरू कर देंगी तो आपके सामान्य पीरियड्स शुरू हो जाएंगे। 

    तनाव (Stress)

    क्या आप इस समय बहुत अधिक तनाव से गुजर रही हैं? तनाव भी एक कारण हो सकता है जिसकी  वजह से आप महीने में दो बार पीरियड्स (Twice Periods) की समस्या का सामना कर रही हैं। ऐसा माना जाता है कि स्ट्रेस मेंस्ट्रुअल सायकल (Menstrual Cycle) को छोटा कर सकती है। यही नहीं, इसके कारण आपके पीरियड मिस भी हो सकते हैं। स्ट्रेस कई बीमारियों की वजह हो सकती है।

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    पॉलीसिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम (Polycystic Ovarian Syndrome)

    पॉलीसिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम (Polycystic Ovarian Syndrome) एक हार्मोनल स्थिति है जिसमें रिप्रोडक्टिव हॉर्मोन्स असंतुलित हो जाते हैं। असामान्य ब्लीडिंग (Abnormal Bleeding) इस स्थिति के सामान्य लक्षण हैं। यह भी एक कारण है जिसकी वजह से एक महीने में दोबारा पीरियड की परेशानी हो। अब जानते हैं कि कब आपको तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। 

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    डॉक्टर की सलाह कब लें? (When to see a Doctor)

    अगर किसी महिला को महीने में दो बार पीरियड्स (Twice Periods) आने की समस्या हो रही हो। ऐसा लगातार दो से तीन महीने तक हो, तो उन्हें तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। इसके साथ ही हैवी ब्लीडिंग,ब्लड क्लॉट्स आना जैसी स्थितियों में भी डॉक्टर की तुरंत राय लेना जरूरी है। कुछ अन्य स्थितियों में भी मेडिकल हेल्प लें, जो इस प्रकार हैं

    • बेहोश होना (Feeling Faint)
    • इंटरकोर्स के दौरान दर्द या ब्लीडिंग (Pain or Bleeding during Intercourse)
    • पेल्विक पैन (Pelvic Pain)
    • सांस लेने में समस्या (Shortness of Breath)
    • अचानक वजन में बदलाव,जिसमें वजन का कम होना या अधिक होना शामिल है (Unexplained Weight Changes)

    बहुत अधिक या बार-बार पीरियड्स आने के कारण शरीर में खून की मात्रा कम हो सकती है। जिससे एनीमिया (Anemia) या लो ब्लड काउंट (Low Blood Count) जैसी समस्या भी हो सकती है। इस स्थिति में भी तुरंत उपचार जरूरी है। 

    यू.एस. डिपार्टमेंट ऑफ़ हेल्थ और ह्यूमन सर्विसेज (U.S. Department of Health & Human Services) के अनुसार हर महिला को लगभग 40 की उम्र तक पीरियड्स आते हैं। यौवन या मेनोपॉज के दौरान मेंस्ट्रुअल सायकल में बदलाव अधिक सामान्य है। लेकिन, 20 और 30की उम्र में यह सामान्य नहीं है। अगर कोई महिला लगातार एक महीने में दो बार पीरियड्स (Twice Periods) की समस्या से गुजर रही है तो इसके पीछे कोई मेडिकल कंडीशन हो सकती है। ऐसे में उस समस्या का निदान और उपचार जरूरी है। चलिए, अब जान लेते हैं इस रोग के उपचार के बारे में।

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    कैसे संभव है इसका उपचार (Treatment of Twice Periods)

    महीने में दो बार पीरियड्स आने की समस्या का इलाज उसके अंडरलायिंग कारणों पर निर्भर करता है। अगर आपका मेंस्ट्रुअल सायकल सामान्य से छोटा है या आप के पीरियड्स अभी स्टार्ट हुए हैं तो आपको इलाज की जरूरत नहीं है। लेकिन, एनीमिया की स्थिति में डॉक्टर आपको आयरन सप्लीमेंट्स दे सकते हैं। जानिए कैसे संभव है महीने में दो बार पीरियड्स आने की परेशानी का उपचार।

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    हायपरथायरॉइडिज्म और हायपोथायरॉइडिज्म (Hyperthyroidism and Hypothyroidism)

    अगर आपको हायपोथायरॉइडिज्म (Hypothyroidism) है तो इसका अर्थ है की आपके अंडरएक्टिव थायरॉइड ग्लैंड हैं। ऐसे में, आपका शरीर पर्याप्त थायरॉइड हॉर्मोन्स नहीं बना पाता है। इस स्थिति में डॉक्टर आपको थायरॉइड हॉर्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी (Thyroid Hormone Replacement Therapy) लेने की सलाह दे सकते हैं।

    अगर आपको हायपरथायरॉइडिज्म (Hyperthyroidism) की बीमारी है, तो इसका अर्थ है कि आपके ओवरएक्टिव थायरॉइड ग्लैंड हैं। यानी, आपका शरीर बहुत अधिक थायरॉइड हॉर्मोन बना रहा है। इस स्थिति के लिए कई उपचार मौजूद हैं। आपके डॉक्टर आपकी स्थिति के अनुसार आपके लिए बेहतर उपचार के बारे में बता सकते हैं। 

    Period twice

    मेनोपॉज (Menopause)

    कई बार महीने में दो बार पीरियड्स (Twice Periods) आने का कारण मेनोपॉज भी हो सकता है। ऐसे में डॉक्टर आपको हॉर्मोन थेरेपी (Hormone Therapy) और एस्ट्रोजन रिप्लेसमेंट थेरेपी (Estrogen Replacement Therapy) की सलाह दे सकते हैं। इन उपचारों से आपको पीरियड्स को रेगुलेट करने में मदद मिलेगी।

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    यूटेराइन फाइब्रॉयड और सिस्ट्स (Fibroids and Cysts)

    अगर आपको यूटेराइन फाइब्रॉयड और सिस्ट्स जैसे रोग हैं, जिसके कारण आपको महीने में दो बार पीरियड्स (Twice Periods) आने की समस्या हो रही है। तो इसके लिए डॉक्टर आपको विभिन्न ट्रीटमेंट विकल्पों की सलाह दे सकते हैं जैसे:

    तनाव (Stress)

    जीवन में आए बदलाव स्ट्रेस लेवल पर बहुत अधिक प्रभाव डालते हैं और इसके कारण मेंस्ट्रुअल सायकल पर भी प्रभाव पड़ सकता है। जिसके कारण महीने में दो बार पीरियड्स (Twice Periods) आने की समस्या हो सकती है। तनाव से छुटकारा पाने के लिए व्यायाम करें, सही और पौष्टिक आहार खाएं, मेडिटेशन करें, योगा करें, पर्याप्त नींद लें। अगर आपको अधिक समस्या है तो मेडिकल हेल्प लेना भी अनिवार्य है।

    बर्थ कंट्रोल (Birth control)

    हार्मोनल बर्थ कंट्रोल मेडिकेशन्स के कारण हमारे शरीर में हॉर्मोन्स जाते हैं, इससे मेंस्ट्रुअल सायकल पर असर हो सकता है। इसके उपचार के लिए आपको कुछ अलग तरह के बर्थ कंट्रोल उपायों ट्राय करने की जरूरत है, जो आपके लिए काम करें। डॉक्टर आपका सही मार्गदर्शन कर सकते हैं। आपके महीने में दो बार पीरियड्स (Twice Periods) आने के पीछे चाहे कोई भी कारण हो। इस समस्या के निदान के लिए सबसे पहले डॉक्टर की सलाह लें। उसके बाद ही इसका उपचार संभव है। पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज (Pelvic Inflammatory Disease) की स्थिति में डॉक्टर आपको एंटीबायोटिक्स (Antibiotics) दे सकते हैं। 

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    असामान्य पीरियड्स से बचने के लिए क्या करें? (What to do for irregular Periods)

    हर महिला जीवन में कभी न कभी असामान्य पीरियड्स का अनुभव करती ही है।  फिर वो चाहे महीने में दो बार पीरियड्स(Twice Periods) हों या पीरियड्स का मिस होना। यह बेहद सामान्य है, लेकिन अगर यह समस्या लगातार हो तो न केवल तनाव भरी हो सकती है बल्कि कई अन्य बीमारियों का कारण भी बन सकती है। ऐसे में जरूरत है कुछ ऐसे तरीकों को अपनाने की जिनसे आप असामान्य पीरियड्स से बच सकें। इनमें से कुछ इस प्रकार हैं:

    • हेल्दी लाइफस्टाइल को मेंटेन रखने की कोशिश करें। व्यायाम करें, पौष्टिक आहार खाएं और अगर आप वजन कम करना चाहती हैं, तो उसे करने के तरीकों के बारे में जानें। इसके साथ ही पर्याप्त नींद लेना भी जरूरी है।
    • पर्याप्त आराम करना भी बेहद आवश्यक है। 
    • स्ट्रेस दूर करने और रिलैक्सेशन टेक्निक अपनाएं जैसे रोग या मेडिटेशन आदि। इसके लिए आप अपने डॉक्टर की सलाह भी ले सकते हैं।
    • बर्थ कंट्रोल पिल्स या अन्य कंट्रासेप्टिव तरीकों का डॉक्टर के बताए अनुसार ही प्रयोग करें। इनके अनियमित सेवन से भी आपको असामान्य पीरियड्स की समस्या हो सकती है।
    • इंफेक्शन और अन्य समस्याओं से बचने के लिए हाइजीन मेंटेन करें। हर 4 से 6 घंटे के बाद टैम्पोन और सेनेटरी नैपकिन को बदलें। इसके साथ ही अपने गुप्तांगों को भी साफ रखें। 
    • डॉक्टर से नियमित चेकअप कराएं। ताकि, आपके असामान्य पीरियड्स का कारण कुछ भी हो। लेकिन, उसका सही समय पर निदान और ट्रीटमेंट हो सकें।

    दो बार पीरियड्स

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    इसमें कोई संदेह नहीं है कि पीरियड्स के वो कुछ दिन बेहद दर्दभरे और कठिन होते हैं। लेकिन, रेगुलर पीरियड आना बेहद जरूरी है। ऐसा माना जाता है कि सामान्य पीरियड्स आपके हेल्दी होने का प्रतीक हो सकते हैं। अगर आपके पीरियड्स सामान्य नहीं हैं जैसे महीने में दो बार पीरियड्स (Twice Periods) आ रहे हैं, तो यह किसी बड़ी बीमारी की तरफ इशारा हो सकता है। किसी भी वजह से इस समस्या को नजरअंदाज न करें। तुरंत डॉक्टर के पास जाएं और उन्हें अपनी समस्या बताएं। ताकि, आपको सही समय इस परेशानी से छुटकारा मिल सकें।

    डिस्क्लेमर

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