7- बेटी का पहला पीरियड कैसे बनाएं आसान: पीरियड्स को हौवा न बनाएं (Don’t Make Periods Fierce)
बेटी के सामने बात करते समय पीरियड्स को हौवा ना बनाएं। अक्सर ऐसा होता है कि बेटियों को पीरियड्स में होने वाली समस्याओं जैसे- कमर दर्द (Back pain), पेट दर्द (Stomach pain) आदि के बारे में एकसाथ बता देती हैं। जिससे बेटी डर सकती है। डॉ. शरयु ने बताया कि जरूरी नहीं है कि हर लड़की को इन सभी प्रॉब्लम से गुजरना ही पड़े। हो सकता है कि आपकी बेटी को ये दर्द हो ही नहीं। अगर उसे पहले पीरियड में ये दर्द होते हैं तो तो उससे कैसे निपटना है इसकी जानकारी जरूर दें।
8- पीरियड्स के साथ जीवन आसान बनाना सिखाएं (Learn to make life easier with periods)
बेटी को बताएं कि पीरियड्स के साथ जिंदगी आसान है बस थोड़ा समय लगेगा। उसे समझाएं कि पीरियड्स को अपनी दिनचर्या पर हावी ना होने दे। अगर उसे खेलना पंसद है तो उसे खेलने से ना रोके। जो पसंद है और पीरियड्स में वो जो करना चाहे उसे करने के लिए प्रोत्साहित करें। इसके अलावा भारत में एक मिथ है कि पीरियड्स को पुरुष के साथ साझा नहीं किया जा सकता है। लेकिन, अब जमाना बदल चुका है। बेटी को बताएं कि जरूरत पड़ने पर वह अपने पापा के साथ भी पीरियड्स से संबंधित बातें शेयर कर सकती है।
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इन नौ तरीकों से बेटी को आप पीरियड्स (Periods) के बारे में आसानी से बता कर तैयार कर सकती हैं। इस बात का ध्यान रखें कि जब भी बेटी से पीरियड्स के बारे में बात करें तो एक दोस्त की तरह करें। मां को बेटी की सच्ची सहेली शायद इसलिए भी कहा जाता है क्योंकि, वह अपनी बेटी की भलाई के लिए सब कुछ कर सकती है।